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CM योगी ने अब ये IAS अफसर किया सस्पेंड, भ्रष्टाचार के आरोप पर बड़ा एक्शन - ias news hindi

CM योगी ने भ्रष्टाचार की शिकायत पर एक IAS अफसर को सस्पेंड कर दिया है. आखिर क्या है पूरा मामला चलिए जानते हैं.

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ias news hindi (photo credit: etv bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jul 16, 2024, 8:04 AM IST

लखनऊ: भ्रष्टाचार के मामले को लेकर मुख्यमंत्री के निर्देश पर 2012 बैच के आईएएस अधिकारी देवी शरण उपाध्याय को निलंबित कर दिया गया है, लोकसभा चुनाव में अपेक्षित सफलता नहीं मिल पाने और तमाम स्तर पर जनप्रतिनिधियों की शिकायतों का निस्तारण नहीं होने, अफसरों की मनमानी की बात सामने आने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ की तरफ से लगातार लापरवाही और अनियमितता करने वाले अफसर के खिलाफ कार्यवाही करने का सिलसिला जारी है. इसी क्रम में आईएएस अधिकारी देवी शरण उपाध्याय को अलीगढ़ में पूर्व में उनकी तैनाती के दौरान जमीन के पट्टे आवंटन में अनियमितत सामने आने पर कार्यवाही की गई है. अलीगढ़ में जमीनों के पट्टे के मामले में गलत ढंग से आदेश देने के आरोप में यह कार्यवाही की गई है.


दरअसल, पिछले दिनों हुई जांच के बाद राजस्व परिषद में सदस्य न्यायिक के पद पर तैनात रहे 2012 बैच के आईएएस अधिकारी देवी शरण उपाध्याय को वहां से हटाकर प्रतीक्षारत कर दिया गया था, जिसके बाद जांच पूरी होने और जांच रिपोर्ट मुख्यमंत्री कार्यालय भेजी गई. उसके बाद सीएम योगी के निर्देश के बाद नियुक्ति एवं कार्मिक विभाग ने देवी शरण उपाध्याय को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने की कार्यवाही की.

वर्ष 2022 में राजस्व परिषद के सदस्य के पद पर देवीशरण उपाध्याय को तैनाती दी गई थी उन पर अलीगढ़ में 35 भूखंड के पट्टों को मनमानी तरीके से बहाल करने की आरोप लगे थे. अलीगढ़ जिला प्रशासन ने जमीनों के पट्टों को नियम विरुद्ध दिए जाने पर खारिज करने की संस्कृति की थी. यह मामला राजस्व परिषद में सदस्य न्यायिक के पद पर तैनात रहे देवी शरण उपाध्याय के पास आया था.

जिला प्रशासन की संस्तुति के बाद उन्होंने इन पट्टों को बहाल करने का आदेश पारित कर दिया था. शिकायत होने और अब जांच पूरी होने के बाद यह कार्यवाही की गई है. अलीगढ़ कमिश्नर ने इसकी मुख्यमंत्री कार्यालय से शिकायत की थी जिसके बाद नियुक्ति विभाग ने इसकी जांच कराई और पहले उन्हें प्रतीक्षारत किया गया और बाद में उन्हें निलंबित करने की कार्यवाही की गई है. निलंबन अवधि में आईएएस देवी शरण उपाध्याय राजस्व परिषद में संबद्ध रहेंगे. साथ ही उच्च स्तरीय जांच भी चलती रहेगी.



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लखनऊ: भ्रष्टाचार के मामले को लेकर मुख्यमंत्री के निर्देश पर 2012 बैच के आईएएस अधिकारी देवी शरण उपाध्याय को निलंबित कर दिया गया है, लोकसभा चुनाव में अपेक्षित सफलता नहीं मिल पाने और तमाम स्तर पर जनप्रतिनिधियों की शिकायतों का निस्तारण नहीं होने, अफसरों की मनमानी की बात सामने आने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ की तरफ से लगातार लापरवाही और अनियमितता करने वाले अफसर के खिलाफ कार्यवाही करने का सिलसिला जारी है. इसी क्रम में आईएएस अधिकारी देवी शरण उपाध्याय को अलीगढ़ में पूर्व में उनकी तैनाती के दौरान जमीन के पट्टे आवंटन में अनियमितत सामने आने पर कार्यवाही की गई है. अलीगढ़ में जमीनों के पट्टे के मामले में गलत ढंग से आदेश देने के आरोप में यह कार्यवाही की गई है.


दरअसल, पिछले दिनों हुई जांच के बाद राजस्व परिषद में सदस्य न्यायिक के पद पर तैनात रहे 2012 बैच के आईएएस अधिकारी देवी शरण उपाध्याय को वहां से हटाकर प्रतीक्षारत कर दिया गया था, जिसके बाद जांच पूरी होने और जांच रिपोर्ट मुख्यमंत्री कार्यालय भेजी गई. उसके बाद सीएम योगी के निर्देश के बाद नियुक्ति एवं कार्मिक विभाग ने देवी शरण उपाध्याय को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने की कार्यवाही की.

वर्ष 2022 में राजस्व परिषद के सदस्य के पद पर देवीशरण उपाध्याय को तैनाती दी गई थी उन पर अलीगढ़ में 35 भूखंड के पट्टों को मनमानी तरीके से बहाल करने की आरोप लगे थे. अलीगढ़ जिला प्रशासन ने जमीनों के पट्टों को नियम विरुद्ध दिए जाने पर खारिज करने की संस्कृति की थी. यह मामला राजस्व परिषद में सदस्य न्यायिक के पद पर तैनात रहे देवी शरण उपाध्याय के पास आया था.

जिला प्रशासन की संस्तुति के बाद उन्होंने इन पट्टों को बहाल करने का आदेश पारित कर दिया था. शिकायत होने और अब जांच पूरी होने के बाद यह कार्यवाही की गई है. अलीगढ़ कमिश्नर ने इसकी मुख्यमंत्री कार्यालय से शिकायत की थी जिसके बाद नियुक्ति विभाग ने इसकी जांच कराई और पहले उन्हें प्रतीक्षारत किया गया और बाद में उन्हें निलंबित करने की कार्यवाही की गई है. निलंबन अवधि में आईएएस देवी शरण उपाध्याय राजस्व परिषद में संबद्ध रहेंगे. साथ ही उच्च स्तरीय जांच भी चलती रहेगी.



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