ETV Bharat / state

दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में डॉक्टर और अन्य स्टाफ के सैकड़ों पद खाली, मरीजों को हो रही परेशानी

Hundreds of posts vacant in government hospitals: केजरीवाल सरकार जहां एक तरफ लोगों को पर्याप्त स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने की बात करती है, वहीं दूसरी तरफ अस्पतालों में डॉक्टर व अन्य स्टाफ के सैकड़ों पद खाली हैं. इससे लोगों को इलाज पाने के लिए काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. आइए जानते हैं किस अस्पताल में ऐसे कितनी पद खाली है..

government hospitals in delhi
government hospitals in delhi
author img

By ETV Bharat Delhi Team

Published : Feb 10, 2024, 3:13 PM IST

नई दिल्ली: दिल्ली सरकार के अस्पतालों में आए दिन मरीजों को इलाज मिलने में हो रही परेशानियों की खबरें आती रहती हैं. किसी मरीज को बेड नहीं मिल पाता, तो किसी को वेंटिलेटर. किसी को ऑपरेशन की तारीख लंबी मिली, तो किसी को एमआरआई-सीटी स्कैन की काफी समय बाद की तारीख मिली. बीते जनवरी में भी ऐसा ही एक वाकया सामने आया. जहां चार अस्पतालों द्वारा एक मरीज को भर्ती न करने के चलते उसकी जान चली गई.

अस्पतालों में ये पद हैं खाली
अस्पतालों में ये पद हैं खाली

इस घटना के बाद, पिछले करीब एक महीने से दिल्ली सरकार द्वारा संचालित अस्पतालों में डॉक्टरों, पैरामेडिकल स्टाफ, टेक्नीशियन और अन्य स्टाफ के खाली पदों को लेकर चर्चाओं का बाजार गरम है. वहीं अस्पतालों में ऐसे पद बड़ी संख्या में खाली हैं. ऐसे में मरीजों को तुरंत इलाज मिलने में परेशानी होना लाजमी है. इसे लेकर हाल ही में एलजी वीके सक्सेना ने सीएम अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखकर अस्पतालों में मरीजों को इलाज मिलने में आ रही परेशानियों की तरफ ध्यान आकर्षित कराया था. इसके जवाब में सीएम ने स्वास्थ्य सचिव को जिम्मेदार ठहराते हुए पल्ला झाड़ लिया था.

अस्पतालों में डॉक्टरों के स्वीकृत एवं खाली पदों की संख्या
अस्पतालों में डॉक्टरों के स्वीकृत एवं खाली पदों की संख्या

यह भी पढ़ें-दिल्ली के लोक नायक अस्पताल में सिर्फ एक न्यूरो सर्जन के भरोसे चल रहा 86 बेड का न्यूरोसर्जरी विभाग

वहीं अस्पतालों में पद खाली होने कि अगर जमीनी हकीकत की बात करें, तो छोटे से लेकर बड़े अस्पताल सभी में स्टाफ के पद खाली हैं. फिर चाहे वह दिल्ली सरकार का सबसे बड़ा अस्पताल लोकनायक हो, जीबी पंत अस्पताल हो, जीटीबी अस्पताल हो, इंदिरा गांधी सुपर स्पेशिएलिटी अस्पताल हो, राजीव गांधी सुपर स्पेशिएलिटी अस्पताल या दिल्ली राज्य कैंसर संस्थान. सभी में डॉक्टरों और अन्य स्टाफ के पद खाली पड़े हैं. पिछले दिनों ही दिल्ली हाईकोर्ट ने खाली पदों को लेकर दिल्ली सरकार को कड़ी फटकार लगाई थी. दूसरी तरफ मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज में अनुबंध पर 41 पदों पर विभिन्न विषयों के असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्ती निकली है, जिनके साक्षात्कार की प्रक्रिया 19 फरवरी से 23 फरवरी तक चलेगी.

असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए निकली भर्ती के विषय व पदों की संख्या
असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए निकली भर्ती के विषय व पदों की संख्या

यह भी पढ़ें-प्रमोद को इलाज न मिलने के मामला: अब लोकनायक अस्पताल के डॉ. पीएन पांडे हुए सस्पेंड

नई दिल्ली: दिल्ली सरकार के अस्पतालों में आए दिन मरीजों को इलाज मिलने में हो रही परेशानियों की खबरें आती रहती हैं. किसी मरीज को बेड नहीं मिल पाता, तो किसी को वेंटिलेटर. किसी को ऑपरेशन की तारीख लंबी मिली, तो किसी को एमआरआई-सीटी स्कैन की काफी समय बाद की तारीख मिली. बीते जनवरी में भी ऐसा ही एक वाकया सामने आया. जहां चार अस्पतालों द्वारा एक मरीज को भर्ती न करने के चलते उसकी जान चली गई.

अस्पतालों में ये पद हैं खाली
अस्पतालों में ये पद हैं खाली

इस घटना के बाद, पिछले करीब एक महीने से दिल्ली सरकार द्वारा संचालित अस्पतालों में डॉक्टरों, पैरामेडिकल स्टाफ, टेक्नीशियन और अन्य स्टाफ के खाली पदों को लेकर चर्चाओं का बाजार गरम है. वहीं अस्पतालों में ऐसे पद बड़ी संख्या में खाली हैं. ऐसे में मरीजों को तुरंत इलाज मिलने में परेशानी होना लाजमी है. इसे लेकर हाल ही में एलजी वीके सक्सेना ने सीएम अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखकर अस्पतालों में मरीजों को इलाज मिलने में आ रही परेशानियों की तरफ ध्यान आकर्षित कराया था. इसके जवाब में सीएम ने स्वास्थ्य सचिव को जिम्मेदार ठहराते हुए पल्ला झाड़ लिया था.

अस्पतालों में डॉक्टरों के स्वीकृत एवं खाली पदों की संख्या
अस्पतालों में डॉक्टरों के स्वीकृत एवं खाली पदों की संख्या

यह भी पढ़ें-दिल्ली के लोक नायक अस्पताल में सिर्फ एक न्यूरो सर्जन के भरोसे चल रहा 86 बेड का न्यूरोसर्जरी विभाग

वहीं अस्पतालों में पद खाली होने कि अगर जमीनी हकीकत की बात करें, तो छोटे से लेकर बड़े अस्पताल सभी में स्टाफ के पद खाली हैं. फिर चाहे वह दिल्ली सरकार का सबसे बड़ा अस्पताल लोकनायक हो, जीबी पंत अस्पताल हो, जीटीबी अस्पताल हो, इंदिरा गांधी सुपर स्पेशिएलिटी अस्पताल हो, राजीव गांधी सुपर स्पेशिएलिटी अस्पताल या दिल्ली राज्य कैंसर संस्थान. सभी में डॉक्टरों और अन्य स्टाफ के पद खाली पड़े हैं. पिछले दिनों ही दिल्ली हाईकोर्ट ने खाली पदों को लेकर दिल्ली सरकार को कड़ी फटकार लगाई थी. दूसरी तरफ मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज में अनुबंध पर 41 पदों पर विभिन्न विषयों के असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्ती निकली है, जिनके साक्षात्कार की प्रक्रिया 19 फरवरी से 23 फरवरी तक चलेगी.

असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए निकली भर्ती के विषय व पदों की संख्या
असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए निकली भर्ती के विषय व पदों की संख्या

यह भी पढ़ें-प्रमोद को इलाज न मिलने के मामला: अब लोकनायक अस्पताल के डॉ. पीएन पांडे हुए सस्पेंड

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.