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मुरैना में आग का तांडव, खेतों में खड़ी लाखों की फसल जलकर खाक, आग को रोकने प्रशासन बेबस - Fire in wheat crop in Morena

गर्मियों का मौसम आते ही फसलों में आगजनी की घटनाएं बढ़ गई हैं. सूख चुकी गेहुं की फसलों में आग लगने से जिले में कई बीघा फसल जलकर नष्ट हो गई. नगर निकायों में दमकल गाड़ियों के खराब होने से किसानों को और नुकासान उठाना पड़ रहा है.

HUGE FIRE BROKE OUT WHEAT FIELD IN MORENA
मुरैना में आगजनी की घटानाओं में लाखों की फसल जलकर राख
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Apr 20, 2024, 9:27 PM IST

मुरैना में गेहुं की फसल में रगी भीषण आग

मुरैना। गर्मी का मौसम खेतों में खड़ी फसल के लिए खतरा लेकर आता है. गेंहू की सूख चुकी फसल में हल्की सी भी चिंगारी आग का रूप धारण कर किसानों की साल भर की मेहनत को पल भर में खाक कर देती है. जैसे-जैसे गर्मियां तेज होती जा रही हैं, खेतों में काटने के लिए खड़ी फसल तथा काट कर रखी गई फसलों में आगजनी की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं. नगरीय निकायों के पास आग बुझाने के लिए पर्याप्त संसाधन न होने से अचानक होने वाली इन घटनाओं को समय रहते रोकने में बड़ी मुश्किल हो रही है, और किसानों को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है. आज शनिवार दोपहर जिले की अंबाह और पोरसा तहसील के दो गांव में भीषण अग्निकांड से लाखों रुपए की फसले जलकर नष्ट हो गई. हाथीपुरा में तीन से चार बीधा की पूरी फसल जल गई. इसी तरह कोंथर खुर्द में चार बीघा की फसल जलकर राख हो गई.

सूझबूझ से दो बीघा की फसल बचा ली

जिले के कोंथर खुर्द गांव में किसान पप्पू, नरेश और उमेश मिश्र तीनों भाईयों की छह बीघा खेत में खड़ी गेहूं की फसल में अचानक आग लग गई. खेत से आग की ऊंची लपटें देखकर ग्रामीण इकट्ठा हो गए, लेकिन आग तेजी से आगे बढ़ रही थी, पानी का भी प्रबंध नहीं था. आग सूखी फसल को लगातार जलाते हुए आगे बढ़ रही थी. इसी बीच एक ट्रैक्टर को मौके पर बुलाया गया, जिससे जल रहे हिस्से के बगल से खेत की जुताई कर दी गई. जिससे आग आगे नहीं बढ़ पाई और ग्रामीणों की सूझबूझ की वजह से दो बीघा फसल को बचा लिया गया. बाद में फायर ब्रिगेड भी मौके पर पहुंच गई और आग पर काबू पा लिया गया. हालांकि तब तक 6 बीघा फसल जलकर राख हो गई.

आग के सामने बेबस ग्रामीण

जिले की अंबाह तहसील के बरे का पुरा गांव में पककर पूरी तरह से तैयार चार बीघा गेहूं की फसल में आज दोपहर अचानक आग लग गई, जिससे पूरी फसल जलकर नष्ट हो गई. ग्रामीण आग के सामने बेबस नजर आए और अपनी फसल को नहीं बचा पाए. जब तक दमकल गाड़ी पहुंची, तब तक फसल पूरी तरह से जल चुकी थी. इससे एक ही परिवार के कई किसानों को भारी नुकसान हुआ है.

कृषि अनुसंधान केंद्र में आग, सवा लाख का नुकसान

मुरैना कृ​षि अनुसंधान केंद्र के परिसर में उगाई गई गेहूं की फसल में शनिवार दोपहर आग लग गई. आग से सवा लाख रुपए कीमत की गेहूं की खड़ी फसल जलकर नष्ट हो गई. आज दोपहर आंचलिक कृषि अनुसंधान केंद्र में पच्चीस बीघा में उगाई गेहूं की फसल की कटाई हार्वेस्टर से कराई जा रही थी. ग्यारह बीघा के खेत में से ढाई बीघा रकबा का गेहूं काटा जा चुका था. तभी हार्वेस्टर के पीछे भूसे में अचानक कहीं से चिंगारी गिरी जिससे आग लग गई. आग बुझाने के लिए स्टाफ ने उपलब्ध संसाधनों का उपयोग किया और दमकल को मौके पर बुला लिया. डेढ़ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया गया. मुरैना कृषि अनुसंधान केंद्र के प्रमुख वैज्ञानिक डॉक्टर संदीप सिंह तोमर के मुताबिक आग से सवा लाख रुपए कीमत के साठ क्विंटल गेहूं का नुकसान हुआ है.

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दमकल की गाड़िया खराब पड़ी हैं

अभी एक दिन पहले सिहोनिया थाना क्षेत्र के लेपा गांव में भीषण अग्निकांड के कारण ग्रामीणों को लाखों रुपए का नुकसान हुआ था. इसके अलावा आए दिन ग्रामीण क्षेत्र में फसल जलने की घटनाएं सामने आ रही हैं, लेकिन नगरी निकायों के पास फायर ब्रिगेड का इंतजाम नहीं है, तथा तमाम दमकल गाड़ी खराब पड़ी हुई है, और समय पर नहीं पहुंच पाती, जिसके कारण किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है.

मुरैना में गेहुं की फसल में रगी भीषण आग

मुरैना। गर्मी का मौसम खेतों में खड़ी फसल के लिए खतरा लेकर आता है. गेंहू की सूख चुकी फसल में हल्की सी भी चिंगारी आग का रूप धारण कर किसानों की साल भर की मेहनत को पल भर में खाक कर देती है. जैसे-जैसे गर्मियां तेज होती जा रही हैं, खेतों में काटने के लिए खड़ी फसल तथा काट कर रखी गई फसलों में आगजनी की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं. नगरीय निकायों के पास आग बुझाने के लिए पर्याप्त संसाधन न होने से अचानक होने वाली इन घटनाओं को समय रहते रोकने में बड़ी मुश्किल हो रही है, और किसानों को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है. आज शनिवार दोपहर जिले की अंबाह और पोरसा तहसील के दो गांव में भीषण अग्निकांड से लाखों रुपए की फसले जलकर नष्ट हो गई. हाथीपुरा में तीन से चार बीधा की पूरी फसल जल गई. इसी तरह कोंथर खुर्द में चार बीघा की फसल जलकर राख हो गई.

सूझबूझ से दो बीघा की फसल बचा ली

जिले के कोंथर खुर्द गांव में किसान पप्पू, नरेश और उमेश मिश्र तीनों भाईयों की छह बीघा खेत में खड़ी गेहूं की फसल में अचानक आग लग गई. खेत से आग की ऊंची लपटें देखकर ग्रामीण इकट्ठा हो गए, लेकिन आग तेजी से आगे बढ़ रही थी, पानी का भी प्रबंध नहीं था. आग सूखी फसल को लगातार जलाते हुए आगे बढ़ रही थी. इसी बीच एक ट्रैक्टर को मौके पर बुलाया गया, जिससे जल रहे हिस्से के बगल से खेत की जुताई कर दी गई. जिससे आग आगे नहीं बढ़ पाई और ग्रामीणों की सूझबूझ की वजह से दो बीघा फसल को बचा लिया गया. बाद में फायर ब्रिगेड भी मौके पर पहुंच गई और आग पर काबू पा लिया गया. हालांकि तब तक 6 बीघा फसल जलकर राख हो गई.

आग के सामने बेबस ग्रामीण

जिले की अंबाह तहसील के बरे का पुरा गांव में पककर पूरी तरह से तैयार चार बीघा गेहूं की फसल में आज दोपहर अचानक आग लग गई, जिससे पूरी फसल जलकर नष्ट हो गई. ग्रामीण आग के सामने बेबस नजर आए और अपनी फसल को नहीं बचा पाए. जब तक दमकल गाड़ी पहुंची, तब तक फसल पूरी तरह से जल चुकी थी. इससे एक ही परिवार के कई किसानों को भारी नुकसान हुआ है.

कृषि अनुसंधान केंद्र में आग, सवा लाख का नुकसान

मुरैना कृ​षि अनुसंधान केंद्र के परिसर में उगाई गई गेहूं की फसल में शनिवार दोपहर आग लग गई. आग से सवा लाख रुपए कीमत की गेहूं की खड़ी फसल जलकर नष्ट हो गई. आज दोपहर आंचलिक कृषि अनुसंधान केंद्र में पच्चीस बीघा में उगाई गेहूं की फसल की कटाई हार्वेस्टर से कराई जा रही थी. ग्यारह बीघा के खेत में से ढाई बीघा रकबा का गेहूं काटा जा चुका था. तभी हार्वेस्टर के पीछे भूसे में अचानक कहीं से चिंगारी गिरी जिससे आग लग गई. आग बुझाने के लिए स्टाफ ने उपलब्ध संसाधनों का उपयोग किया और दमकल को मौके पर बुला लिया. डेढ़ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया गया. मुरैना कृषि अनुसंधान केंद्र के प्रमुख वैज्ञानिक डॉक्टर संदीप सिंह तोमर के मुताबिक आग से सवा लाख रुपए कीमत के साठ क्विंटल गेहूं का नुकसान हुआ है.

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