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भारी-भरकम बिजली बिल से पाइये छुटकारा, सोलर पैनल से सकते हैं मोटी कमाई, सरकार दे रही है सब्सिडी - How To Save Electricity Bills

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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Jul 5, 2024, 8:11 PM IST

अगर आप भारी बिजली बिल से परेशान हैं, तो अब परेशान होने की जरूरत नहीं है. सोलर पैनल आपको बिजली बिल से छुटकारा दिलाएगा. घरों में सोलर पैनल लगाकर अपनी बिजली बनाने के लिये 'प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना' का काम शुरू किया गया है.

HOW TO SAVE ELECTRICITY BILLS
भारी-भरकम बिजली बिल से पाइये छुटकारा (ETV Bharat)

छिंदवाड़ा। अगर आप भारी भरकम बिजली बिलों से परेशान है, तो सोलर पैनल आपके लिए राहत भरे हो सकते हैं. सोलर पैनल आपको बिजली बिल से छुटकारा के साथ ही कमाई का जरिया भी बन सकता है. इसके लिए सरकार सब्सिडी दे रही है. जानिए कैसे लगा सकते हैं सोलर पैनल, कितनी मिलेगी सब्सिडी और कहां करें अप्लाई.

सोलर पैनल लगाने के लिए सरकार दे रही सब्सिडी

मध्य प्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड छिंदवाड़ा के कार्यपालन अधीक्षण अभियंता ने बताया कि भारत सरकार के नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय द्वारा आवासीय घरों पर सोलर पैनल लगाकर अपनी बिजली बनाने के लिये 'प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना' का काम शुरू किया है. इस योजना में 1 किलोवाट सोलर पैनल पर 30000 रुपए 2 किलोवाट सोलर पैनल पर 60,000 रुपए एवं 3 किलोवाट सोलर पैनल पर 78,000 रुपए सब्सिडी केवल ऑनग्रिड सोलर पैनल पर ही प्रदान की जा रही है. सब्सिडी की रकम सोलर पैनल लगने और सत्यापन के बाद 30 से 45 दिनों में सीधे बैंक खाते में जमा की जाती है.

कितने किलोवाट का लगा सकते हैं सोलर पैनल

इस योजना के लिये 0 से 150 यूनिट की मासिक खपत के लिए 1 से 2 किलोवाट, 150 से 300 यूनिट मासिक खपत के लिए 2 से 3 किलोवाट एवं 300 से अधिक मासिक खपत के लिए 3 किलोवाट से अधिक क्षमता ऑनग्रिड सोलर पैनल लगाना पर्याप्त होता है. सोलर रूफ टॉप इंस्टालेशन का काम मप्र पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड में नियुक्त किए गए वेंडर द्वारा किया जायेगा. जिसमें रूफटॉप सोलर प्लांट का 5 साल तक रखरखाव वेंडर द्वारा ही किया जाना भी शामिल होता है.

सरकार द्वारा अप्रूव उपकरण और सोलर पैनल ही वेंडर द्वारा लगाए जाएंगे. रूफटॉप सोलर प्लांट की लागत लगभग पचास हजार से साठ हजार प्रति किलोवाट हो सकती है. सोलर सिस्टम की स्थापना के लिये 1 किलोवाट के लिये 100 वर्ग फुट, 2 किलोवाट के लिये 200 वर्ग फुट एवं 3 किलोवाट के लिये 300 वर्ग फुट छत की आवश्यकता होती है. सोलर पैनल की स्थापना आवेदन जमा करने एवं अप्रूवल प्राप्त करने के बाद 30 से 45 दिनों के भीतर पूरी हो जाती है.

घर में बिजली बनाकर कर सकते हैं बिक्री

कार्यपालन अधीक्षण अभियंता ने बताया कि इस योजना में 1 किलोवाट के सोलर पैनल से 120 यूनिट प्रतिमाह लगभग, 2 किलोवाट के सोलर पैनल से 240 यूनिट प्रतिमाह लगभग एवं 3 किलोवाट के सोलर पैनल से 360 यूनिट प्रतिमाह लगभग बिजली का उत्पादन होता है. सोलर पैनल से बनने वाली बिजली को विद्युत विभाग के ग्रिड में बेच सकते हैं. इसके लिये नेट मीटररिंग की व्यवस्था की गई है. जो सोलर पैनल द्वारा उत्पन्न और उपभोग की गई बिजली का लेखा जोखा रखता है. प्रत्येक माह के बिल में उपभोक्ता द्वारा खपत की गई यूनिट से सोलर द्वारा जनरेट की गई यूनिट का एडजस्टमेंट होगा. बची यूनिटों का एडजस्टमेंट साल में अक्टूबर माह के बिल में किया जाता है.

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किराएदार भी लगा सकते हैं सोलर पैनल

प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना मकान मालिकों के लिए है. किरायेदार मकान मालिक की अनुमति एवं सहमति के बाद इस योजना के लिए आवेदन कर सकता है. प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना में आवेदन करते समय पहचान प्रमाण, आधार कार्ड, पैन कार्ड आदि, निवास प्रमाण पत्र, राशन कार्ड, बिजली बिल आदि एवं बिजली बिल की प्रति आदि दस्तावेजों की आवश्यकता होती है. प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना में सोलर रूफ टॉप लगवाने के लिये उपभोक्ता नेशनल पोर्टल pmsuryaghar.gov.in या Surya Ghar App अथवा म.प्र.पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड के स्मार्ट बिजली पोर्टल http://www.smartbijlee.mpez.co.in या App के माध्यम से भी आवेदन कर सकते हैं. प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना में सोलर रूफ टॉप स्थापित करने पर बिजली बिल में कमी, अतिरिक्त बिजली को ग्रिड में बेचकर आय का साधन, पर्यावरण संरक्षण में सहभागिता एवं उर्जा सुरक्षा एवं स्वतंत्रता जैसे लाभ प्राप्त कर सकते हैं. योजना से संबंधित किसी भी समस्या या सहायता के लिए प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना की अधिकारिक वेबसाइट www.pmsuryaghar.gov.in पर जा सकते हैं या हेल्पलाइन नंबर 1912 पर कॉल कर सकते हैं.

छिंदवाड़ा। अगर आप भारी भरकम बिजली बिलों से परेशान है, तो सोलर पैनल आपके लिए राहत भरे हो सकते हैं. सोलर पैनल आपको बिजली बिल से छुटकारा के साथ ही कमाई का जरिया भी बन सकता है. इसके लिए सरकार सब्सिडी दे रही है. जानिए कैसे लगा सकते हैं सोलर पैनल, कितनी मिलेगी सब्सिडी और कहां करें अप्लाई.

सोलर पैनल लगाने के लिए सरकार दे रही सब्सिडी

मध्य प्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड छिंदवाड़ा के कार्यपालन अधीक्षण अभियंता ने बताया कि भारत सरकार के नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय द्वारा आवासीय घरों पर सोलर पैनल लगाकर अपनी बिजली बनाने के लिये 'प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना' का काम शुरू किया है. इस योजना में 1 किलोवाट सोलर पैनल पर 30000 रुपए 2 किलोवाट सोलर पैनल पर 60,000 रुपए एवं 3 किलोवाट सोलर पैनल पर 78,000 रुपए सब्सिडी केवल ऑनग्रिड सोलर पैनल पर ही प्रदान की जा रही है. सब्सिडी की रकम सोलर पैनल लगने और सत्यापन के बाद 30 से 45 दिनों में सीधे बैंक खाते में जमा की जाती है.

कितने किलोवाट का लगा सकते हैं सोलर पैनल

इस योजना के लिये 0 से 150 यूनिट की मासिक खपत के लिए 1 से 2 किलोवाट, 150 से 300 यूनिट मासिक खपत के लिए 2 से 3 किलोवाट एवं 300 से अधिक मासिक खपत के लिए 3 किलोवाट से अधिक क्षमता ऑनग्रिड सोलर पैनल लगाना पर्याप्त होता है. सोलर रूफ टॉप इंस्टालेशन का काम मप्र पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड में नियुक्त किए गए वेंडर द्वारा किया जायेगा. जिसमें रूफटॉप सोलर प्लांट का 5 साल तक रखरखाव वेंडर द्वारा ही किया जाना भी शामिल होता है.

सरकार द्वारा अप्रूव उपकरण और सोलर पैनल ही वेंडर द्वारा लगाए जाएंगे. रूफटॉप सोलर प्लांट की लागत लगभग पचास हजार से साठ हजार प्रति किलोवाट हो सकती है. सोलर सिस्टम की स्थापना के लिये 1 किलोवाट के लिये 100 वर्ग फुट, 2 किलोवाट के लिये 200 वर्ग फुट एवं 3 किलोवाट के लिये 300 वर्ग फुट छत की आवश्यकता होती है. सोलर पैनल की स्थापना आवेदन जमा करने एवं अप्रूवल प्राप्त करने के बाद 30 से 45 दिनों के भीतर पूरी हो जाती है.

घर में बिजली बनाकर कर सकते हैं बिक्री

कार्यपालन अधीक्षण अभियंता ने बताया कि इस योजना में 1 किलोवाट के सोलर पैनल से 120 यूनिट प्रतिमाह लगभग, 2 किलोवाट के सोलर पैनल से 240 यूनिट प्रतिमाह लगभग एवं 3 किलोवाट के सोलर पैनल से 360 यूनिट प्रतिमाह लगभग बिजली का उत्पादन होता है. सोलर पैनल से बनने वाली बिजली को विद्युत विभाग के ग्रिड में बेच सकते हैं. इसके लिये नेट मीटररिंग की व्यवस्था की गई है. जो सोलर पैनल द्वारा उत्पन्न और उपभोग की गई बिजली का लेखा जोखा रखता है. प्रत्येक माह के बिल में उपभोक्ता द्वारा खपत की गई यूनिट से सोलर द्वारा जनरेट की गई यूनिट का एडजस्टमेंट होगा. बची यूनिटों का एडजस्टमेंट साल में अक्टूबर माह के बिल में किया जाता है.

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किराएदार भी लगा सकते हैं सोलर पैनल

प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना मकान मालिकों के लिए है. किरायेदार मकान मालिक की अनुमति एवं सहमति के बाद इस योजना के लिए आवेदन कर सकता है. प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना में आवेदन करते समय पहचान प्रमाण, आधार कार्ड, पैन कार्ड आदि, निवास प्रमाण पत्र, राशन कार्ड, बिजली बिल आदि एवं बिजली बिल की प्रति आदि दस्तावेजों की आवश्यकता होती है. प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना में सोलर रूफ टॉप लगवाने के लिये उपभोक्ता नेशनल पोर्टल pmsuryaghar.gov.in या Surya Ghar App अथवा म.प्र.पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड के स्मार्ट बिजली पोर्टल http://www.smartbijlee.mpez.co.in या App के माध्यम से भी आवेदन कर सकते हैं. प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना में सोलर रूफ टॉप स्थापित करने पर बिजली बिल में कमी, अतिरिक्त बिजली को ग्रिड में बेचकर आय का साधन, पर्यावरण संरक्षण में सहभागिता एवं उर्जा सुरक्षा एवं स्वतंत्रता जैसे लाभ प्राप्त कर सकते हैं. योजना से संबंधित किसी भी समस्या या सहायता के लिए प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना की अधिकारिक वेबसाइट www.pmsuryaghar.gov.in पर जा सकते हैं या हेल्पलाइन नंबर 1912 पर कॉल कर सकते हैं.

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