नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी के पुराने नेता और केजरीवाल सरकार में मंत्री रह चुके सत्येंद्र जैन शुक्रवार को मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में जमानत पर जेल से बाहर आ गए हैं. इससे आम आदमी पार्टी को बड़ी राहत मिली है. शुक्रवार रात को जब सत्येंद्र जैन तिहाड़ जेल से बाहर आए, उस समय अरविंद केजरीवाल के अलावा पार्टी के पहले पंक्ति के नेता मनीष सिसोदिया, सांसद संजय सिंह, मुख्यमंत्री आतिशी सभी स्वागत करने के लिए जेल के बाहर जुटे. चर्चा थी अरविंद केजरीवाल भी जाएंगे, लेकिन वह नहीं गए. सत्येंद्र जैन ने उनके घर जाकर मुलाकात की.
सत्येंद्र जैन से मुलाकात की तस्वीर शेयर करते हुए अरविंद केजरीवाल ने लिखा "वेलकम बैक सत्येंद्र!". इसके कई मायने बताए जा रहे हैं. दरअसल, सत्येंद्र जैन को सशर्त जमानत मिली है और उनपर चल रहे मुकदमे को लेकर किसी से बात नहीं कर सकते. इससे पहले भी जब स्वास्थ्य कारणों के चलते उन्हें सुप्रीम कोर्ट से अंतरिम जमानत मिली थी तब उन्होंने अलग-थलग होकर ही स्वास्थ्य लाभ लिया था.
Welcome back Satyendra! pic.twitter.com/WJDdkJnLQx
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) October 19, 2024
तंज नहीं कर सकेंगे नेता: वहीं इस बार राउज एवेन्यू कोर्ट से जिन शर्तों पर उन्हें जमानत मिली है, इसका नाता सिर्फ केस से ही जुड़ा हुआ है. वह आम आदमी पार्टी के नेताओं से मिलने के साथ ही पार्टी की गतिविधियों में शामिल हो सकते हैं. दिल्ली में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले अपने पुराने साथी के जेल में होने से जो तंज आम आदमी पार्टी के नेताओं को सुनने को मिलता, वह अब नहीं होगा. उधर, सत्येंद्र जैन ने भी जेल से बाहर आने के बाद जिस तरह जोश दिखाते हुए दिल्ली सरकार के कामों में तेजी लाने की बात कही और अरविंद केजरीवाल के प्रति अपना आभार जताया, इसके कई मायने हैं. उन्होंने कहा कि बीजेपी वाले अरविंद केजरीवाल को बदनाम करना चाहते हैं, लेकिन ऐसा नहीं है. अगर ऐसा होता तो केजरीवाल कभी जेल नहीं जाते बल्कि पलटी मार जाते.
सत्येंद्र जैन को भी दो साल से ज़्यादा जेल में रहने के बाद बेल मिल गई। इनका कसूर क्या था? इनके यहाँ कई कई बार रेड हुई। एक पैसा भी नहीं मिला।
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) October 18, 2024
इनका क़सूर सिर्फ़ इतना था कि इन्होंने मोहल्ला क्लिनिक बनाये और दिल्ली के सभी लोगों का पूरा इलाज मुफ्त कर दिया। मोहल्ला क्लिनिक बंद करने के… https://t.co/ofh5WVlxX0
नेताओं का बढ़ा आत्मविश्वास: सत्येंद्र जैन केजरीवाल सरकार में मनीष सिसोदिया के बाद तीसरे नंबर के मंत्री थे. इन्हें सबसे प्रमुख विभागों की जिम्मेदारी मिली थी. जिन विभागों की उन्हें जिम्मेदारी मिली थी वह विभाग वर्तमान में मुख्यमंत्री आतिशी और सौरभ भारद्वाज के पास है, जबकि सत्येंद्र जैन अकेले इन विभागों को देख रहे थे. दिल्ली शराब घोटाले में नामजद अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया, संजय सिंह और उनके करीबियों के जेल से जमानत पर बाहर आने के बाद सत्येंद्र जैन इकलौते पार्टी के नेता थे, जो मनी लॉन्ड्रिंग के अन्य मामले में जेल में बंद थे. ऐसे में उनकी जमानत के बाद पार्टी के नेता व कार्यकर्ताओं में आत्मविश्वास बढ़ गया है.
दिल्ली के पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन ने AAP के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 18, 2024
AAP नेता सत्येंद्र जैन को कल मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जमानत मिलने के बाद तिहाड़ जेल से रिहा कर दिया गया।
(सोर्स-AAP) pic.twitter.com/vnix4Th0QI
कार्यकर्ताओं में गया नया संदेश: राजनीतिक विश्लेषक जगदीश ममगाई ने कहा कि पार्टी जरूर अब इस मुद्दे को भुनाने की कोशिश करेगी. अपनी ईमानदारी को लेकर केजरीवाल जिस तरह से बातें कर रहे हैं और इसपर तटस्थ हैं, इसका असर भी जरूर पड़ेगा. अरविंद केजरीवाल जब जेल से जमानत पर बाहर आए थे तो उन्होंने कहा था कि अब उनका मकसद मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन को भी बाहर निकालना है. इतनी जल्दी दोनों नेताओं के बार आने से पार्टी कार्यकर्ताओं में एक नया संदेश गया है. अब पार्टी सत्येंद्र जैन को क्या जिम्मेदारी देती है, यह देखना दिलचस्प होगा.
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यह था मामला: बता दें कि आम आदमी पार्टी के नेता सत्येंद्र जैन को शुक्रवार को राउज एवेन्यू कोर्ट ने 50 हजार के निजी मुचलके और इतनी ही राशि की दो जमानती देने पर राहत दी है. सत्येंद्र जैन को ईडी ने साल 2022 को कथित तौर पर उनसे जुड़ी चार कंपनियों के जरिए मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में गिरफ्तार किया था. उन्हें सीबीआई के मामले में पहले ही नियमित जमानत मिल चुकी थी.
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