आरा: बिहार के भोजपुर जिले में गंगा के रौद्र रूप ने तबाही मचानी शुरू कर दी है. गंगा के जलस्तर में तेजी से हो रही वृद्धि का असर जिले के बड़हरा और शाहपुर प्रखंड में काफी ज्यादा दिखाई दे रहा है. सोमवार की सुबह गंगा की तेज लहरों के बीच कटाव से शाहपुर जवईनिया गांव के काली मंदिर और एक पक्का मकान सहित कई पेड़-पौधे देखते ही देखते गंगा की धारा में विलीन हो गए. इस दौरान वहां उपस्थित ग्रामीणों ने खौफनाक मंजर को अपने मोबाइल कैमरे में कैद कर लिया और उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. जिसके बाद से गंगा में विलीन हो रहे मंदिर और घर को लेकर चर्चाओं का दौर शुरू हो गया.
गंगा में समाए मकान और मंदिर: बाढ़ की चपेट में आने से जवईनिया गांव निवासी बिनोद यादव का पक्का मकान और गांव का काली मंदिर विलीन हो चुका है, जबकि बाढ़ से घिरे बड़हरा प्रखंड के नेकनाम टोला गांव निवासी हरदेव राय की मानें तो गंगा के जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है. जिससे हम लोगों को काफी परेशानी हो रही है. बाढ़ की वजह से खाना-पीना और जो दिनचर्या की चीजें हैं, उसकी किल्लत हो गई है.
भोजपुर में गंगा का जलस्तर बढ़ा: भोजपुर जिले में गंगा का जलस्तर बढ़ता जा रहा है. गंगा खतरे के निशान 53.6 सेंटीमीटर को पार कर 53.40 सेंटीमीटर पर बह रही है, जो खतरे के निशान से 34 सेंटीमीटर के ऊपर है. हालांकि गंगा के बढ़ते जलस्तर और कटाव को लेकर जिला प्रशासन के द्वारा जीओ बैग को बिछाकर कटाव को फिलहाल रोकने की कोशिश की जा रही है. वहीं, गंगा के जलस्तर में लगातार हो रही बढ़ोतरी से गंगा तटवर्ती इलाके में रहने वाले लोगों के बीच दहशत का माहौल बना हुआ है.
"गंगा के जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है, जिससे हमारे गांव में कटाव की स्थिति उत्पन्न हो गई है. हमारे बाल-बच्चे और पूरा परिवार डर की वजह से रात भर सो नहीं पा रहे हैं कि कब गंगा का पानी घर तक पहुंच जाए और गंगा की धारा में कहीं हम लोग विलीन ना हो जाएं."- बिटेश्वर यादव, स्थानीय
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