बिलासपुर: जिले में दबंगों की दबंगई इस कदर बढ़ गई है कि ये अब निजी जमीन पर कब्जा करने के लिए मकानों पर बुलडोजर चला रहे हैं. ताजा मामला कोतवाली थाना क्षेत्र से सामने आया है. यहां दबंगों ने नगर निगम की कार्रवाई की आड़ में एक गरीब महिला के मकान पर बुलडोजर चलवा कर ढहा दिया है. पूरे करवाई के दौरान पुलिस चुपचाप तमाशा देखती रही.
दोनों पक्षों ने जमकर किया हंगामा: जमीन मालिक को जब पता चला कि दबंग इनके जमीन को कब्जा करने के लिए निगम की करवाई की आड़ में कब्जा का खेल खेल रहे है, तो उन्होंने इसका विरोध किया. विरोध करने के दौरान दोनों पक्ष आपस में भिड़ गए. इस दौरान आठ लोग घायल हो गए. इसके बाद नाराज लोगों ने चक्काजाम कर जमकर हंगामा किया. मामले में सिटी कोतवाली पुलिस दोनों पक्षों के खिलाफ मारपीट का काउंटर केस दर्ज की.
ये है पूरा मामला: दरअसल, ये पूरा मामला बिलासपुर सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र के दयालबंद सोनकर मोहल्ले का है. यहां रहने वाली साधना रजक परिवार पालने के लिए मजदूरी का काम करती हैं. उनके पड़ोसी गिरधारी गोरख से उसका जमीन को लेकर विवाद चल रहा है. रविवार की शाम गिरधारी गोरख और उसके लोग बुलडोजर लेकर उसके घर पर बुलडोजर चलवा दिए. महिला के मना करने पर दोनों पक्षों में विवाद हो गया. इसके बाद मारपीट कर उन्हे जान से मारने की धमकी भी दी गई. इस मामले के विरोध में महिला और उनके साथियों ने रविवार शाम गांधी चौक पर चक्काजाम कर दिया था. मकान ढहने के समय महिला के परिजनों ने पुलिस के डायल 112 को जानकारी दी थी. पुलिस की टीम मौके पर पहुंची हालांकि कोई कार्रवाई नहीं की.
पीड़िता का आरोप: साधना रजक ने बताया कि, "गिरधारी गोरख जब बुलडोजर लेकर भेजा था, तो उनके लोग नगर निगम के कर्मचारी होने की बात कहते हुए मकान को बेजा कब्ज में होने की बात कह कर उनका मकान गिरा दिए. जबकि नगर निगम की तरफ से ना तो उन्हें कोई नोटिस मिला था और ना ही उनकी जगह बेजा कब्जा का है. ये मेरा निजी मकान है. घर तोड़ने से पहले नगर निगम से कोई नोटिस भी नहीं मिला."
बता दें कि इस मामले में दोनों पक्षों में रविवार को काफी विवाद हुआ. इस मामले को लेकर जब साधना रजक थाना पहुंची, तो मामला कायम होने की जानकारी पर दूसरा पक्ष भी थाना पहुंच गया. पुलिस ने दोनों पक्षों के खिलाफ मारपीट की शिकायत दर्ज कर ली है. फिलहाल पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी हुई है.