दंतेवाड़ा: जिला प्रशासन की ओर से महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कई तरह के काम किए जा रहे हैं. इस बीच दंतेवाड़ा मे बिहान कार्यक्रम के अंतर्गत पार्वती महिला ग्राम संगठन की महिलाओं को हर्बल गुलाल बनाने का प्रशिक्षण दिया गया है. अब इस स्व सहायता समूह की महिलाएं हर्बल गुलाल बनाकर आत्मनिर्भर बन रही हैं. इस बार दंतेवाड़ा के लोग इनके बनाए हर्बल रंगों और गुलाल से होली खेलेंगे. इन महिलाओं के बनाए हर्बल गुलाल की डिमांड भी काफी अधिक है. कई लोग इनको गुलाल का ऑर्डर भी दे रहे हैं.
अलग-अलग फूलों से तैयार हो रहा गुलाल: दंतेवाड़ा के इस स्वसहायता समूह की महिलाएं होली के लिए अलग-अलग फूलों और सब्जियों से रंग तैयार कर रही हैं. ये महिलाओं पालक भाजी, लाल भाजी, टेसू के फूल, गेंदा फूलों से हर्बल गुलाल तैयार कर रहीं है. इन महिलाओं को पहले से ही प्रशासन की ओर से ट्रेनिंग दी गई है. अब तक ये महिलाएं तकरीबन 150 किलो गुलाल बेच चुकी हैं. खास बात यह है कि ये हर्बल गुलाल लोगों के चेहरे पर नुकसान नहीं पहुंचाता. यही कारण है कि लोग पहले से ही इसका ऑर्डर दे कर हर्बल गुलाल मंगवा रहे हैं.
हर्बल गुलाल की काफी डिमांड: स्व सहायता समूह की नमिता ने ईटीवी भारत को बताया कि, "पहले हर्बल गुलाल बनाने की ट्रेनिंग जिला प्रशासन द्वारा दी गई. यहां बनाया गए रंग पूरी तरह से प्राकृतिक हैं. हम फूल की पंखुड़ियां, पालक भाजी, लाल भाजी, चुकंदर, अनार के छिलके, हल्दी, बेसन पलाश के फूलों से अलग-अलग रंग तैयार कर रहे हैं. हमारे बनाए हर्बल गुलाल की डिमांड भी काफी ज्यादा है."
बता दें कि ये महिलाएं पिछले कई दिनों से गुलाल बनाने का काम कर रही हैं. अब तक करीब 150 किलो गुलाल ये बेच चुकी हैं. इसके अलावा मार्केट में भी जगह-जगह स्टॉल लगाकर इनका गुलाल बेचा जा रहा है. इससे इनको अच्छी आमदनी भी हो रही है. ये महिलाएं अपने क्षेत्र में घूम-घूम कर इसका प्रचार कर रही हैं. ताकि लोग हर्बल गुलाल का इस्तेमाल होली में करें.