सरगुजा: हमारे जीवन में रंगों का काफी प्रभाव पड़ता है. हर एक रंगों का अपना अलग महत्व होता है. रंगों का जातकों की राशि और ग्रहों से भी जुड़ाव होता है. राशियों के संबंधित रंग जातकों के जीवन में भी बदलाव लाते हैं. सभी राशियों का एक-एक भाग्यशाली रंग भी होता है और उस रंग का संबंधित व्यक्ति के जीवन पर प्रभाव पड़ता है. इसलिए अगर आप होली में अपनी राशि के अनुरूप रंगों से होली खेलेंगे तो वो आपके लिए शुभ होगा.
अपनी राशि के अनुसार रंगों का इस्तेमाल करें: ज्योतिषाचार्य पं. दीपक शर्मा कहते हैं, "12 राशियों के राशि स्वामी के अनुसार रंगों का काफी महत्व है. 5 ऐसे ग्रह हैं जो दो-दो राशियों के स्वामी होते हैं, जबकि बची हुई 2 राशियों पर एक ग्रह का स्वामित्व होता है. जातक अगर अपनी राशि के अनुसार रंगों का इस्तेमाल करें, तो निश्चित ही उन्हें लाभ होगा."
नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने यह तरीका अपनाएं: ज्योतिषाचार्य पं. दीपक शर्मा बताते हैं कि "होलिका दहन के दिन लोगों को बेसन के उपटन से स्नान करना चाहिए, जिसके बाद उपटन को शरीर से छुड़ाकर एकत्र कर रख लें. रात में जब होलिका दहन हो तो वहां जाएं और होलिका का परिक्रमा करें और उपटन को होलिका में डाल दें. पलटकर वापस ना देखें और घर आ जायें. इससे आपके रोग दूर होंगे. इसके अलावा एक नारियल (श्रीफल) में सफेद धागा बांध कर उसमें तिलक लगाकर अपने ऊपर से उतारकर होलिका में डाल दें. इससे आपको लक्ष्मी की प्राप्ति भी होगी और आपकी नकारात्मक ऊर्जा भी खत्म हो जायेगी."
राशि के अनुरूप इन रंगों से खेलें होली:
- मेष और वृश्चिक राशि के जातक होली में लाल और गुलाबी रंग का उपयोग करें.
- वृषभ और तुला राशि के जातक श्वेत या सिल्वर रंग का इस्तेमाल करें.
- मिथुन और कन्या राशि के जातक हरे रंग का प्रयोग करें, पहले रंग में दूबी डुबाकर गणेश जी को अर्पित करें.
- कर्क राशि के जातकों को भी सिल्वर रंग का उपयोग करना शुभ होगा.
- सिंह राशि के जातक को लाल और गुलाबी रंग का उपयोग करना है, पहले भगवान सूर्य को रंग अर्पित करें, उसके बाद होली खेलें.
- धनु और मीन राशि के जातक पीले रंग का उपयोग करें.
- मकर और कुंभ राशि के जातक नीला, बैगनी या कोई भी डार्क रंग उपयोग करें.