वाराणसी: पेरिस ओलंपिक के लिए बुधवार को 16 सदस्य हॉकी टीम की घोषणा की गई है. खास यह कि टीम की घोषणा के बाद वाराणसी के ललित उपाध्याय को फिर से ओलंपिक खेलने का मौका मिल रहा है. ललित दूसरी बार ओलंपिक टीम का हिस्सा बने हैं, जिसके बाद उनके परिवार में खुशी का माहौल है. अगले महीने से शुरू होने वाले ओलंपिक गेम्स में गाजीपुर के राजकुमार को भी जगह मिली है.
वाराणसी के शिवपुर इलाके में रहने वाले ललित उपाध्याय बनारस का नाम लंबे वक्त से हॉकी में रोशन कर रहे हैं. ओलंपिक में दूसरी बार खेलने के लिए चयनित होने के बाद उनके घर में हर कोई बेहद खुश है. वाराणसी में रहकर 2 सालों तक अपने खेल को निखारने के बाद ललित ने प्रशिक्षण लिया और अंतर महाविद्यालयी हॉकी प्रतियोगिता में करमपुर टीम की तरफ से खेलने के बाद देश की टीम में जगह बनाई थी. ललित ने 2020 में टोक्यो ओलंपिक में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व किया था. उस समय टीम ने पदक भी जीता था. ललित फिलहाल पुलिस विभाग में डीएसपी के पद पर तैनात हैं.
चयन के बाद फोन पर हुई बातचीत में ललित ने बताया कि वह दूसरी बार ओलंपिक खेलने जा रहे हैं. बेंगलुरु कैम्प में टीम के साथ अभ्यास कर रहे ललित ने बताया कि टीम में शामिल होना उनके लिए बेहद गौरव की बात है. वह अपना बेस्ट देने के लिए तैयारी में जुटे हुए हैं. भारतीय टीम ने टोक्यो में ब्रॉन्ज मेडल जीता था और इस बार हमारा प्रयास है कि हम इसके आगे बढ़ें. बेंगलुरु में चल रहे कैंप में ललित खूब पसीना बहा रहे हैं. उनका कहना है कि वह यहां से ही सीधे पेरिस के लिए रवाना होंगे और आपस में टीम इस बार तालमेल के साथ खेलते हुए गोल्ड मेडल पर निशाना साधने का पूरा प्रयास करेगी.
बता दें कि वाराणसी से ललित चौथे ऐसे हॉकी खिलाड़ी हैं, जो ओलंपिक खेलने जा रहे हैं. इसके पहले वाराणसी से पद्मश्री मोहम्मद शाहिद और विवेक सिंह समेत विवेक के भाई राहुल सिंह ओलंपिक खेल चुके हैं. ललित टीम में सेंटर फारवर्ड पोजीशन में खेलते हैं. अब तक 100 से अधिक गोल कर चुके ललित की तैयारी तेजी से चल रही है.