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125 साल का होने जा रहा हिंदू कॉलेज, जानिए DU के इस सबसे पुराने College के बारे में सब कुछ - हिंदू कॉलेज स्थापना दिवस

Hindu College Foundation Day celebration: देश के सबसे प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थानों में से एक हिंदू कॉलेज ने अपना 125वां स्थापना दिवस 15 फरवरी को मनाएगा. यह दिल्ली विश्वविद्यालय का सबसे पुराना कॉलेज है.

125 साल का होने जा रहा हिंदू कॉलेज
125 साल का होने जा रहा हिंदू कॉलेज
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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Feb 14, 2024, 7:41 PM IST

125 साल का होने जा रहा हिंदू कॉलेज

नई दिल्ली: हिंदू कॉलेज 15 फरवरी 2024 को अपना 125वां स्थापना दिवस मनाएगा. यह दिल्ली विश्वविद्यालय का सबसे पुराना कॉलेज है. यह उस समय का कॉलेज है, जब दिल्ली विश्वविद्यालय की स्थापना नहीं हुई थी. सन् 1899 में कृष्ण दास जी गुरुवाले ने ब्रिटिश राज के खिलाफ राष्ट्रवादी संघर्ष की पृष्ठभूमि में इस कॉलेज की स्थापना की थी. कॉलेज की स्थापना में उनके साथ राय बहादुर अंबा प्रसाद सहित अन्य कई नागरिकों ने साथ दिया था. मूल रूप से कॉलेज चांदनी चौक के किनारी बाजार में एक साधारण इमारत में स्थित था और यह पंजाब विश्वविद्यालय से संबंध था. उस समय दिल्ली में कोई विश्वविद्यालय नहीं था.

दरअसल, पंजाब विश्वविद्यालय ने कॉलेज को चेतावनी दी कि अगर कॉलेज को अपना उचित भवन नहीं मिला तो विश्वविद्यालय कॉलेज की मान्यता खत्म कर देगा. इस संकट से कॉलेज को बचाने के लिए राय बहादुर लाला सुल्तान सिंह आगे आए. उन्होंने अपनी ऐतिहासिक संपत्ति का एक हिस्सा जो मूल रूप से कर्नल जेम्स स्किनर का था कश्मीरी गेट पर उसे कॉलेज को दान कर दिया. कॉलेज वहां 1953 तक चलता रहा, जब 1922 में दिल्ली विश्वविद्यालय का जन्म हुआ तो रामजस कॉलेज और सेंट स्टीफंस कॉलेज के साथ हिंदू कॉलेज को भी दिल्ली विश्वविद्यालय से सम्बद्ध कर दिया गया, जिससे यह दिल्ली विश्वविद्यालय से सम्बद्ध होने वाले पहले तीन कॉलेज बन गए.

उस समय इस कॉलेज को कश्मीरी गेट से दिल्ली विश्वविद्यालय के उत्तरी परिसर के पास स्थापित कर दिया गया. तब से यह कॉलेज यहीं संचालित है. कॉलेज की पुरानी इमारत के अलावा यहां पर एक नई इमारत भी बनाई जा चुकी है. हिंदू कॉलेज भारत के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान विशेष रूप से भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान बौद्धिक और राजनीतिक बहस का केंद्र था. यह दिल्ली का एकमात्र कॉलेज है जिसमें 1935 से छात्र संसद है, जिसने महात्मा गांधी, मोती लाल नेहरू, जवाहरलाल नेहरू, सरोजिनी नायडू, एनी बेसेंट मोहम्मद अली जिन्ना और सुभाष चंद्र बोस सहित कई राष्ट्रीय नेताओं को प्रेरित करने के लिए एक मंच प्रदान किया. 1942 में गांधी के भारत छोड़ो आंदोलन के जवाब में कॉलेज ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. इस कॉलेज के शिक्षकों और छात्रों ने भी गिरफ्तारियां दीं. आंदोलन के समय कॉलेज ने भी कई महीनों के लिए अपने गेट बंद कर रखे थे.

कॉलेज में चलते हैं यह कोर्स: हिंदू कॉलेज में विज्ञान मानविकी, सामाजिक विज्ञान और वाणिज्य में स्नातक और स्नातकोत्तर कोर्स चलते हैं. 2020 में इस शिक्षा मंत्रालय के तहत राष्ट्रीय संस्थान रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ) द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर तीसरा स्थान दिया गया. जिसके बाद इसे सुधारते हुए कॉलेज ने 2023 की रैंकिंग में दूसरा स्थान हासिल किया. कॉलेज को विज्ञान व प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा जैव प्रौद्योगिकी विभाग के लिए स्टार कॉलेज का दर्जा भी दिया गया है. मौजूदा समय में कॉलेज में 2500 छात्र छात्राएं अध्यनरत हैं. यहां पर एक गर्ल्स हॉस्टल भी है, जबकि पुराने पुरुष हॉस्टल को तोड़कर नया हॉस्टल बनाया जा रहा है.

जानी-मानी हस्तियां भी रही हैं कॉलेज की छात्र: हिंदू कॉलेज से हर क्षेत्र में जानी-मानी हस्तियों को तराशा है. इस कॉलेज से पढ़कर ही देश के पूर्व मुख्य न्यायाधीश योगेश कुमार सब्भरवाल, पूर्व कानून मंत्री सुब्रमण्यम स्वामी, अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू, केंद्रीय मंत्री और आईएफएस हरदीप पुरी, राव इंद्रजीत सिंह, पूर्व सीएजी विनोद राय, सांसद एवं पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर, मुरली कार्तिक, आकाश चोपड़ा, छत्तीसगढ़ के पूर्व उप मुख्यमंत्री टीएस सिंह देव, फिल्म निर्देशक इम्तियाज अली, अभिनेता अर्जुन रामपाल, आशीष विद्यार्थी, सहित कई बड़े फिल्म निर्देशकों ने भी अलग-अलग क्षेत्र में अपनी कामयाबी के झंडे गाड़े हैं.

कॉलेज के 125 साल पूरे होने के अवसर पर मौजूदा छात्रों ने भी खुशी जाहिर करते हुए कहा कि यह हमारे लिए गर्व की बात है कि हम हिंदू कॉलेज के छात्र हैं. यह कॉलेज अपने आप में विशेष स्थान रखता है. दिल्ली विश्वविद्यालय का सबसे पुराना कॉलेज होने के साथ ही यह अपनी ऐतिहासिक और समृद्ध विरासत को संजोए हुए है. हर क्षेत्र में यहां के पूर्व छात्रों ने अपना लोहा मनवाया है. हमें भी उनसे प्रेरणा मिलती है.

15 फरवरी को कॉलेज में आयोजित होगा समारोह: कॉलेज की प्राचार्या डॉक्टर अंजू श्रीवास्तव ने बताया कि पिछले 10 दिन से कॉलेज की 125वीं वर्षगांठ मनाने के लिए यहां लगातार कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है. 15 फरवरी को स्थापना दिवस पर मुख्य अतिथि देश के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ होंगे. उनके साथ उनकी पत्नी डॉक्टर सुदेश धनखड़ भी कार्यक्रम में सम्मिलित होंगी. इसके आलावे, इनमें फिल्म जगत की प्रमुख हस्तियों में फ़िल्म निर्देशक इम्तियाज अली, अभिनेता अर्जुन रामपाल, फिल्म निर्देशक विशाल भारद्वाज उनकी पत्नी और गीतकार रेखा भारद्वाज 17 तारीख को कॉलेज के एक टॉक शो में भी शामिल होंगे.

1981 से 86 के बीच कॉलेज के छात्र रहे सर्वज्ञ ने साझा की यादें: हिंदू कॉलेज के 1981 से 86 में स्नातक और स्नातक उत्तर की पढ़ाई पूरी करने वाले सर्वज्ञ ने 125वें स्थापना दिवस को लेकर अपनी कॉलेज की दशकों पुरानी यादें साझा करते हुए बताया कि जब भी कॉलेज आता हूं तो यहां की पुरानी स्मृतियों को याद कर भावुक हो जाता हूं. हमारे समय में बहुत ही अच्छे-अच्छे टीचर होते थे. सभी टीचर मुझे याद हैं किसी को भूला नहीं हूं. उस समय हमारे शिक्षक होते थे डॉक्टर तपन बसु, जेपी कटारिया, एस एम अम्बु और प्राचार्य डॉक्टर वी सी वर्मा होते थे. लेकिन, अब मेरे समय के सभी शिक्षक सेवानिवृत हो चुके हैं.

मैंने हिंदू कॉलेज से पढ़ाई पूरी करने के बाद नेट और जेआरएफ करने के बाद स्कॉलरशिप प्राप्त की. अमेरिका के जॉन हापकिंस विश्वविद्यालय से भी मैंने पढ़ाई की. इसके बाद सरकारी और निजी क्षेत्र में कई विभागों नौकरी की. मुकेश अंबानी और वर्गीज कुरियन के साथ भी काम किया. मौजूदा समय में तीन आईआईएम में विजिटिंग फैकल्टी के तौर पर कार्य कर रहा हूं. इन में आईआईएम लखनऊ, आईआईएम सिरमौर और आईआईएम रोहतक शामिल है.

125 साल का होने जा रहा हिंदू कॉलेज

नई दिल्ली: हिंदू कॉलेज 15 फरवरी 2024 को अपना 125वां स्थापना दिवस मनाएगा. यह दिल्ली विश्वविद्यालय का सबसे पुराना कॉलेज है. यह उस समय का कॉलेज है, जब दिल्ली विश्वविद्यालय की स्थापना नहीं हुई थी. सन् 1899 में कृष्ण दास जी गुरुवाले ने ब्रिटिश राज के खिलाफ राष्ट्रवादी संघर्ष की पृष्ठभूमि में इस कॉलेज की स्थापना की थी. कॉलेज की स्थापना में उनके साथ राय बहादुर अंबा प्रसाद सहित अन्य कई नागरिकों ने साथ दिया था. मूल रूप से कॉलेज चांदनी चौक के किनारी बाजार में एक साधारण इमारत में स्थित था और यह पंजाब विश्वविद्यालय से संबंध था. उस समय दिल्ली में कोई विश्वविद्यालय नहीं था.

दरअसल, पंजाब विश्वविद्यालय ने कॉलेज को चेतावनी दी कि अगर कॉलेज को अपना उचित भवन नहीं मिला तो विश्वविद्यालय कॉलेज की मान्यता खत्म कर देगा. इस संकट से कॉलेज को बचाने के लिए राय बहादुर लाला सुल्तान सिंह आगे आए. उन्होंने अपनी ऐतिहासिक संपत्ति का एक हिस्सा जो मूल रूप से कर्नल जेम्स स्किनर का था कश्मीरी गेट पर उसे कॉलेज को दान कर दिया. कॉलेज वहां 1953 तक चलता रहा, जब 1922 में दिल्ली विश्वविद्यालय का जन्म हुआ तो रामजस कॉलेज और सेंट स्टीफंस कॉलेज के साथ हिंदू कॉलेज को भी दिल्ली विश्वविद्यालय से सम्बद्ध कर दिया गया, जिससे यह दिल्ली विश्वविद्यालय से सम्बद्ध होने वाले पहले तीन कॉलेज बन गए.

उस समय इस कॉलेज को कश्मीरी गेट से दिल्ली विश्वविद्यालय के उत्तरी परिसर के पास स्थापित कर दिया गया. तब से यह कॉलेज यहीं संचालित है. कॉलेज की पुरानी इमारत के अलावा यहां पर एक नई इमारत भी बनाई जा चुकी है. हिंदू कॉलेज भारत के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान विशेष रूप से भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान बौद्धिक और राजनीतिक बहस का केंद्र था. यह दिल्ली का एकमात्र कॉलेज है जिसमें 1935 से छात्र संसद है, जिसने महात्मा गांधी, मोती लाल नेहरू, जवाहरलाल नेहरू, सरोजिनी नायडू, एनी बेसेंट मोहम्मद अली जिन्ना और सुभाष चंद्र बोस सहित कई राष्ट्रीय नेताओं को प्रेरित करने के लिए एक मंच प्रदान किया. 1942 में गांधी के भारत छोड़ो आंदोलन के जवाब में कॉलेज ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. इस कॉलेज के शिक्षकों और छात्रों ने भी गिरफ्तारियां दीं. आंदोलन के समय कॉलेज ने भी कई महीनों के लिए अपने गेट बंद कर रखे थे.

कॉलेज में चलते हैं यह कोर्स: हिंदू कॉलेज में विज्ञान मानविकी, सामाजिक विज्ञान और वाणिज्य में स्नातक और स्नातकोत्तर कोर्स चलते हैं. 2020 में इस शिक्षा मंत्रालय के तहत राष्ट्रीय संस्थान रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ) द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर तीसरा स्थान दिया गया. जिसके बाद इसे सुधारते हुए कॉलेज ने 2023 की रैंकिंग में दूसरा स्थान हासिल किया. कॉलेज को विज्ञान व प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा जैव प्रौद्योगिकी विभाग के लिए स्टार कॉलेज का दर्जा भी दिया गया है. मौजूदा समय में कॉलेज में 2500 छात्र छात्राएं अध्यनरत हैं. यहां पर एक गर्ल्स हॉस्टल भी है, जबकि पुराने पुरुष हॉस्टल को तोड़कर नया हॉस्टल बनाया जा रहा है.

जानी-मानी हस्तियां भी रही हैं कॉलेज की छात्र: हिंदू कॉलेज से हर क्षेत्र में जानी-मानी हस्तियों को तराशा है. इस कॉलेज से पढ़कर ही देश के पूर्व मुख्य न्यायाधीश योगेश कुमार सब्भरवाल, पूर्व कानून मंत्री सुब्रमण्यम स्वामी, अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू, केंद्रीय मंत्री और आईएफएस हरदीप पुरी, राव इंद्रजीत सिंह, पूर्व सीएजी विनोद राय, सांसद एवं पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर, मुरली कार्तिक, आकाश चोपड़ा, छत्तीसगढ़ के पूर्व उप मुख्यमंत्री टीएस सिंह देव, फिल्म निर्देशक इम्तियाज अली, अभिनेता अर्जुन रामपाल, आशीष विद्यार्थी, सहित कई बड़े फिल्म निर्देशकों ने भी अलग-अलग क्षेत्र में अपनी कामयाबी के झंडे गाड़े हैं.

कॉलेज के 125 साल पूरे होने के अवसर पर मौजूदा छात्रों ने भी खुशी जाहिर करते हुए कहा कि यह हमारे लिए गर्व की बात है कि हम हिंदू कॉलेज के छात्र हैं. यह कॉलेज अपने आप में विशेष स्थान रखता है. दिल्ली विश्वविद्यालय का सबसे पुराना कॉलेज होने के साथ ही यह अपनी ऐतिहासिक और समृद्ध विरासत को संजोए हुए है. हर क्षेत्र में यहां के पूर्व छात्रों ने अपना लोहा मनवाया है. हमें भी उनसे प्रेरणा मिलती है.

15 फरवरी को कॉलेज में आयोजित होगा समारोह: कॉलेज की प्राचार्या डॉक्टर अंजू श्रीवास्तव ने बताया कि पिछले 10 दिन से कॉलेज की 125वीं वर्षगांठ मनाने के लिए यहां लगातार कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है. 15 फरवरी को स्थापना दिवस पर मुख्य अतिथि देश के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ होंगे. उनके साथ उनकी पत्नी डॉक्टर सुदेश धनखड़ भी कार्यक्रम में सम्मिलित होंगी. इसके आलावे, इनमें फिल्म जगत की प्रमुख हस्तियों में फ़िल्म निर्देशक इम्तियाज अली, अभिनेता अर्जुन रामपाल, फिल्म निर्देशक विशाल भारद्वाज उनकी पत्नी और गीतकार रेखा भारद्वाज 17 तारीख को कॉलेज के एक टॉक शो में भी शामिल होंगे.

1981 से 86 के बीच कॉलेज के छात्र रहे सर्वज्ञ ने साझा की यादें: हिंदू कॉलेज के 1981 से 86 में स्नातक और स्नातक उत्तर की पढ़ाई पूरी करने वाले सर्वज्ञ ने 125वें स्थापना दिवस को लेकर अपनी कॉलेज की दशकों पुरानी यादें साझा करते हुए बताया कि जब भी कॉलेज आता हूं तो यहां की पुरानी स्मृतियों को याद कर भावुक हो जाता हूं. हमारे समय में बहुत ही अच्छे-अच्छे टीचर होते थे. सभी टीचर मुझे याद हैं किसी को भूला नहीं हूं. उस समय हमारे शिक्षक होते थे डॉक्टर तपन बसु, जेपी कटारिया, एस एम अम्बु और प्राचार्य डॉक्टर वी सी वर्मा होते थे. लेकिन, अब मेरे समय के सभी शिक्षक सेवानिवृत हो चुके हैं.

मैंने हिंदू कॉलेज से पढ़ाई पूरी करने के बाद नेट और जेआरएफ करने के बाद स्कॉलरशिप प्राप्त की. अमेरिका के जॉन हापकिंस विश्वविद्यालय से भी मैंने पढ़ाई की. इसके बाद सरकारी और निजी क्षेत्र में कई विभागों नौकरी की. मुकेश अंबानी और वर्गीज कुरियन के साथ भी काम किया. मौजूदा समय में तीन आईआईएम में विजिटिंग फैकल्टी के तौर पर कार्य कर रहा हूं. इन में आईआईएम लखनऊ, आईआईएम सिरमौर और आईआईएम रोहतक शामिल है.

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