शिमला: कभी-कभी आपकी एक छोटी सी लापरवाही उम्रभर के लिए आपके अपनों पर भारी पड़ सकती है. छोटे से पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश में सड़क हादसों की अगर बात की जाएं तो यहां रोड एक्सीडेंट कभी ना भूलने वाले जख्म दे जाते हैं.
सड़क हादसों पर लगाम लगाने और लोगों को जागरूक करने के लिए प्रदेश में 11 जनवरी से 17 जनवरी तक नेशनल रोड सेफ्टी वीक का आयोजन किया गया है. इस अभियान के तहत एक तरफ जहां आम जनता को जागरूक किया जा रहा है. वहीं, दूसरी तरफ उन सड़क हादसों के आंकड़ों पर भी नजर डालना बेहद जरूरी हो जाता है, जिसमें किसी ने अपने बेटे को खोया तो किसी ने अपने पिता को. किसी ने पूरे परिवार को ही खो दिया. अपनों को खो देने के जख्म को भरना तो मुश्किल है, लेकिन इससे सबक लेने की जरूरत है. परवाह करेंगे तो ही सुरक्षित रहेंगे. अगर आप सावधानी और सतर्कता बढ़ाएंगे तो सड़क पर सुरक्षित रह सकते है. अपनी जिंदगी के साथ साथ आप दूसरों की जिंदगी भी बचा सकते है.
हिमाचल ट्रैफिक पुलिस से मिले आंकड़ों के मुताबिक साल 2023 की तुलना में 2024 में सड़क हादसों में 6.48 प्रतिशत की कमी आई है. 2024 में 2107 सड़क दुर्घटनाएं दर्ज की गईं, जबकि 2023 में 2253 सड़क दुर्घटनाएं दर्ज की गईं थी. सड़क दुर्घटनाओं के कारण 2024 में होने वाली मृत्यु दर में भी कमी दर्ज हुई है. सड़क दुर्घटनाओं में 2024 में 806 लोगों की मौत हुई है. जबकि 2023 में 892 लोगों की मौत हुई थी. 2023 में सड़क दुर्घटनाओं में 3449 लोग घायल हुए. जबकि 2024 में 3290 लोग विभिन्न सड़क दुर्घटनाओं में घायल हुए हैं.
अगर बात हिमाचल की राजधानी शिमला की करें तो, साल 2023 में 300 सड़क हादसे हुए. वहीं, 2024 में 320 रोड एक्सीडेंट के मामले दर्ज किए गए. 2023 में शिमला में 129 लोगों को सड़क हादसे में अपनी जान गवानी पड़ी. वहीं, 2024 में 144 लोगों ने इस दुनिया को हमेशा-हमेशा के लिए अलविदा कह दिया.
शिमला में साल 2023-2024 में हुए सड़क हादसों का आंकड़ा
![शिमला में साल 2023-2024 में हुए सड़क हादसों का आंकड़ा](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/15-01-2025/23329850_thu.jpg)
कुल मिलाकर अगर कहा जाए तो 2024 में सड़क हादसों में इजाफा हुआ है. मौत के आंकड़े में भी बढ़ोतरी देखी गई है. रोड सेफ्टी वीक पर प्रशासन हर संभव प्रयास कर रहा है. ताकि, लोग जागरूक हो और सड़क हादसों में कमी आए.
हिमाचल प्रदेश में रोड एक्सीडेंट के मुख्य कारण की अगर बात की जाए तो, शिमला ट्रैफिक DSP संदीप शर्मा ने कहा, "हिमाचल प्रदेश की सड़कें थोड़ी कंजस्टेड है. जब यहां पर एक्सिडेंट होते है तो लापरवाही या ओवर स्पीड मुख्य कारण रहता है. कई जगह सड़कों पर ब्लाइंड कर्व होते है. कई बार गाड़ी के मैकेनिक कारण भी रहते है. जैसे जब सेब सीजन होता है तो लोड गाड़ी को काफी लंबे समय तक ब्रेक लगाते रहेंगे, तो बाद में ब्रेक लगती नहीं है. ये भी एक हिमाचल में सड़क दुर्घटना होने का अहम कारण है".
ट्रैफिक डीएसपी संदीप शर्मा ने कहा कि बाहरी राज्य के लोग जब भी हिल स्टेशन में आए तो आप रफ्तार धीमी रखे. कोहरे में जितना हो सके वाहन चलाने से बचे. जरूरी काम होने पर ही वाहन का उपयोग करें. अपनी गाड़ी को घर से बाहर निकालने से पहले कुछ चीजें चेक करना जरूरी है. इससे सड़क हादसों से काफी हद तक बचा जा सकता है.
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