शिमला: हिमाचल प्रदेश में मचे सियासी बवंडर के बीच सत्ता और विपक्ष में आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति जारी है. एक और सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू बीजेपी पर कांग्रेस सरकार को गिराने की साजिश रचने का आरोप लगा रहे हैं. वहीं, नेता प्रतिपक्ष हिमाचल में पैदा हुए राजनीतिक संकट का ठीकरा सीएम सुक्खू के सिर फोड़ रहे हैं. जयराम का कहना है कि हिमाचल में सुक्खू सरकार के पास बहुमत नहीं है.
सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा, हमारी लड़ाई लोकतंत्र को बचाने के लिए है और जो लोग सरकार को गिराकर सत्ता में बैठना चाहते हैं, जनता उन्हें कभी माफ नहीं करती है. सीएम ने बागी विधायकों पर भी जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा जो लोग कई दिनों से पंचकूला के होटल में बैठे थे. ऐसी क्या मुसीबत आन पड़ी की उन्हें प्राइवेट जेट से उत्तराखंड के ऋषिकेश ले जाया गया और वहां 7 स्टार होटल में ठहराया गया. वहीं, उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि जैसे कोई गड़रिया अपनी भेड़ों को लेकर चलता है, उस तरह से वो उनको लेकर ऋषिकेश ताज होटल में ले गए. वहीं, बागी विधायकों पर भी उन्होंने हमला किया. उन्होंने कहा, जो धनात्मा के बल पर गए हैं, भगवान उन्हें कभी माफ नहीं करेगा. ये अंतरात्मा नहीं, धनात्मा की आवाज थी.
वहीं, नेता प्रतिपक्ष ने सुक्खू सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने सरकार पूरी तरह से बौखलाहट में हैं. हिमाचल प्रदेश में ऐसी स्थिति बन गई है कि कांग्रेस के पास पूर्ण बहुमत नहीं है और लोकतांत्रिक व्यवस्था के अनुरूप सरकार का व्यवहार नहीं है. जिन विधायकों ने राज्यसभा चुनाव में भाजपा के पक्ष में वोट किया, सरकार उन विधायकों के खिलाफ मामला दर्ज करके उन्हें और उनके परिवार को प्रताड़ित कर रही है. मुझे जानकारी मिली है कि कांग्रेस विधायक चैतन्य शर्मा और उनके पिता के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. साथ ही एक निर्दलीय विधायक आशीष शर्मा के खिलाफ भी केस दर्ज करने की चर्चा सुनने में मिली है. सरकार का ये रवैया बेहद ही दुर्भाग्यपूर्ण है. अगर इस प्रकार की कार्रवाई करने की शुरुआत होगी तो वो किसी भी सूरत में प्रदेश सरकार के लिए अच्छा नहीं होगा.
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