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1 साल में चालान काटकर पुलिस ने सरकारी खजाने में जमा करवाए 35.89 करोड़, शिमला जिले में सबसे ज्यादा चालान - challan in himachal

Himachal Budget Session 2024: हिमाचल प्रदेश में 1 साल में पुलिस विभाग ने एक साल में 35.89 करोड़ रुपए के चालान किए हैं. हिमाचल विधानसभा के बजट सत्र में भरमौर के विधायक डॉ. जनक राज के सवाल के लिखित जवाब में सामने आई है. पढ़ें पूरी खबर...

challan in himachal,  Himachal Budget Session 2024
सांकेतिक तस्वीर.
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Feb 21, 2024, 8:17 PM IST

शिमला: हिमाचल प्रदेश में पुलिस विभाग ने मोटर वाहन अधिनियम के तहत एक साल में 35.89 करोड़ रुपए के चालान किए हैं. छोटे पहाड़ी राज्य हिमाचल में वित्तीय वर्ष 2022-23 में मोटर वाहन अधिनियम के उल्लंघन के 8 लाख, 31 हजार, 28 मामले दर्ज किए गए. शिमला जिला में सबसे अधिक 12.11 करोड़ रुपए से अधिक के चालान हुए. जिला शिमला में कुल 1.74 लाख से अधिक चालान हुए.

ये जानकारी हिमाचल विधानसभा के बजट सत्र में भरमौर के विधायक डॉ. जनक राज के सवाल के लिखित जवाब में सामने आई है. सरकार की तरफ से दिए गए जवाब में बताया गया है कि वर्ष 2022-23 में मोटर वाहन अधिनियम के प्रावधानों के उल्लंघन के 8,31,028 मामले सामने आए. इन मामलों में उल्लंघनकर्ताओं से 35 करोड़, 89 लाख, 86 हजार, 90 रुपए की रकम वसूली गई. सबसे अधिक धनराशि शिमला जिला में एकत्रित हुई. जिला शिमला में 12 करोड़, 11 लाख, 27 हजार, 200 रुपए जमा हुए. सबसे कम धनराशि जिला लाहौल में इकट्ठी हुई. आबादी के लिहाज से सबसे छोटे जिला लाहौल-स्पीति में 57 लाख रुपए से अधिक की राशि एकत्रित हुई. यहां मोटर वाहन अधिनियम के सबसे कम चालान हुए हैं. चालान की संख्या 8223 दर्ज की गई.

जिलावार देखा जाए तो बिलासपुर में 45580 चालान हुए. यहां जुर्माने के रूप में 1.34 करोड़ रुपए से अधिक की रकम जुटाई गई. इसी तरह पुलिस जिला बद्दी में 59129 चालान किए गए. इससे एक करोड़ रुपए से अधिक की धनराशि मिली. जिला चंबा में 55977 मामले चालान के आए. इनसे 3.83 करोड़ रुपए से अधिक की रकम एकत्रित हुई. जिला हमीरपुर में 37797 चालान काटे गए, जिनसे 1.22 करोड़ रुपए से अधिक की रकम मिली.

जनजातीय जिला किन्नौर में 17360 चालान काटे गए, जिनसे सरकारी खजाने में 59.45 लाख रुपए से अधिक की धनराशि आई. प्रदेश के सबसे बड़े जिला कांगड़ा में 86776 चालान के मामले दर्ज किए गए. इनसे 3.21 करोड़ रुपए से अधिक की रकम हासिल हुई. इसी प्रकार जिला कुल्लू में 86401 चालान काटे गए. इनसे 2.90 करोड़ रुपए से अधिक की रकम इकट्ठी हुई. जिला मंडी में चालान के मामले तो 92 हजार से अधिक दर्ज हुए, लेकिन धनराशि 1.69 करोड़ रुपए से अधिक ही एकत्रित हुई.

जिला शिमला में सबसे अधिक करीब पौने दो लाख चालान के मामले दर्ज हुए, जिनसे 12.11 करोड़ रुपए से अधिक की रकम हासिल हुई. जिला सोलन में 64 हजार से अधिक चालान के मामलों से 3 करोड़ रुपए से अधिक की धनराशि मिली. जिला सिरमौर से 1.46 करोड़ रुपए व जिला ऊना से दो करोड़ रुपए से अधिक की रकम मिली. यहां चालान के मामले क्रमश: 44672 व 42209 दर्ज किए गए.

ये भी पढ़ें- फिर दिखी राजेंद्र राणा और सुधीर शर्मा की जुगलबंदी, एक की पोस्ट पर दूसरे का कमेंट, निशाने पर फिर सुक्खू सरकार

शिमला: हिमाचल प्रदेश में पुलिस विभाग ने मोटर वाहन अधिनियम के तहत एक साल में 35.89 करोड़ रुपए के चालान किए हैं. छोटे पहाड़ी राज्य हिमाचल में वित्तीय वर्ष 2022-23 में मोटर वाहन अधिनियम के उल्लंघन के 8 लाख, 31 हजार, 28 मामले दर्ज किए गए. शिमला जिला में सबसे अधिक 12.11 करोड़ रुपए से अधिक के चालान हुए. जिला शिमला में कुल 1.74 लाख से अधिक चालान हुए.

ये जानकारी हिमाचल विधानसभा के बजट सत्र में भरमौर के विधायक डॉ. जनक राज के सवाल के लिखित जवाब में सामने आई है. सरकार की तरफ से दिए गए जवाब में बताया गया है कि वर्ष 2022-23 में मोटर वाहन अधिनियम के प्रावधानों के उल्लंघन के 8,31,028 मामले सामने आए. इन मामलों में उल्लंघनकर्ताओं से 35 करोड़, 89 लाख, 86 हजार, 90 रुपए की रकम वसूली गई. सबसे अधिक धनराशि शिमला जिला में एकत्रित हुई. जिला शिमला में 12 करोड़, 11 लाख, 27 हजार, 200 रुपए जमा हुए. सबसे कम धनराशि जिला लाहौल में इकट्ठी हुई. आबादी के लिहाज से सबसे छोटे जिला लाहौल-स्पीति में 57 लाख रुपए से अधिक की राशि एकत्रित हुई. यहां मोटर वाहन अधिनियम के सबसे कम चालान हुए हैं. चालान की संख्या 8223 दर्ज की गई.

जिलावार देखा जाए तो बिलासपुर में 45580 चालान हुए. यहां जुर्माने के रूप में 1.34 करोड़ रुपए से अधिक की रकम जुटाई गई. इसी तरह पुलिस जिला बद्दी में 59129 चालान किए गए. इससे एक करोड़ रुपए से अधिक की धनराशि मिली. जिला चंबा में 55977 मामले चालान के आए. इनसे 3.83 करोड़ रुपए से अधिक की रकम एकत्रित हुई. जिला हमीरपुर में 37797 चालान काटे गए, जिनसे 1.22 करोड़ रुपए से अधिक की रकम मिली.

जनजातीय जिला किन्नौर में 17360 चालान काटे गए, जिनसे सरकारी खजाने में 59.45 लाख रुपए से अधिक की धनराशि आई. प्रदेश के सबसे बड़े जिला कांगड़ा में 86776 चालान के मामले दर्ज किए गए. इनसे 3.21 करोड़ रुपए से अधिक की रकम हासिल हुई. इसी प्रकार जिला कुल्लू में 86401 चालान काटे गए. इनसे 2.90 करोड़ रुपए से अधिक की रकम इकट्ठी हुई. जिला मंडी में चालान के मामले तो 92 हजार से अधिक दर्ज हुए, लेकिन धनराशि 1.69 करोड़ रुपए से अधिक ही एकत्रित हुई.

जिला शिमला में सबसे अधिक करीब पौने दो लाख चालान के मामले दर्ज हुए, जिनसे 12.11 करोड़ रुपए से अधिक की रकम हासिल हुई. जिला सोलन में 64 हजार से अधिक चालान के मामलों से 3 करोड़ रुपए से अधिक की धनराशि मिली. जिला सिरमौर से 1.46 करोड़ रुपए व जिला ऊना से दो करोड़ रुपए से अधिक की रकम मिली. यहां चालान के मामले क्रमश: 44672 व 42209 दर्ज किए गए.

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