ETV Bharat / state

विधायकों की खरीद-फरोख्त मामला: हेलीकॉप्टर कंपनियों के खिलाफ सर्च वारंट जारी, चैतन्य शर्मा पर कसा शिकंजा, दोनों मोबाइल जब्त - HP Rajya Sabha Cross Voting Case - HP RAJYA SABHA CROSS VOTING CASE

Himachal MLAs Horse Trading Case: शिमला पुलिस ने राज्यसभा में हुई क्रॉस वोटिंग मामले के दौरान विधायकों की खरीद फरोख्त संबंधी अधिनियम के तहत शिमला पुलिस एक्शन मोड में आ गए हैं. हेलीकॉप्टर कंपनियों के लिए कोर्ट ने सर्च वारंट जारी किया है. वहीं, पूर्व विधायक चैतन्य शर्मा पर भी पुलिस ने शिकंजा कसा है.

Himachal MLAs Horse Trading Case
विधायकों की खरीद-फरोख्त मामला (File Photo & @chaitanyasharma)
author img

By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Jul 18, 2024, 9:39 AM IST

Updated : Jul 18, 2024, 11:52 AM IST

शिमला: हिमाचल प्रदेश में इस साल 27 फरवरी को राज्यसभा चुनाव में हुई क्रॉस वोटिंग से मचा बवाल अभी तक नहीं थमा है. विधानसभा में क्रॉस वोटिंग के दौरान विधायकों की खरीद फरोख्त और भ्रष्टाचार उन्मूलन अधिनियम के तहत मामला बालूगंज पुलिस थाने में दर्ज है. मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने कोर्ट से हेलीकॉप्टर कंपनियों के सर्च वारंट हासिल कर लिए हैं.

एसपी शिमला संजीव गांधी ने बताया कि निचली अदालत से शिमला पुलिस ने धारा 93 के तहत नोटिस जारी करने की मांग की थी और अब शिमला पुलिस को हेलीकॉप्टर कंपनियों के खिलाफ सर्च वारंट मिल गए हैं. दरअसल ये सर्च वारंट हेलीकॉप्टरों द्वारा बागी विधायकों को लाने व ले जाने में खर्च हुए करोड़ों रुपयों की जानकारी जुटाने के लिए निकाले गए हैं, क्योंकि शिमला पुलिस ने हेलीकॉप्टर कंपनियों के खर्चों संबंधी कई सबूत जुटाए है. जबकि एक फार्मा कंपनी द्वारा बागियों के होटल में ठहरने के खर्चों का भी खुलासा हुआ है.

पूर्व विधायक पर कसा पुलिस का शिकंजा

इसी कड़ी में पुलिस ने एक बार फिर गगरेट विधानसभा क्षेत्र से पूर्व विधायक चैतन्य शर्मा से पूछताछ की है और उनके दोनों मोबाइल फोन को भी पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया है, जिन्हें आगामी जांच के लिए आईटी एक्सपर्ट के पास भेजा गया है. हमीरपुर से विधायक आशीष शर्मा और पूर्व विधायक चैतन्य शर्मा के पिता सेवानिवृत आईएएस अधिकारी राकेश शर्मा पर आरोप है कि इन्होंने सरकार को गिराने के लिए बागी विधायकों के फाइव स्टार होटलों में ठहरने की व्यवस्था की थी. मामले में पुलिस की पूछताछ का दौर जारी है. वहीं, मामले को लेकर पुलिस गिरफ्तारियां भी कर सकती है.

संजय अवस्थी और भुवनेश्वर गौड़ ने दर्ज कराया था मामला

एसपी संजीव गांधी ने बताया कि बीते 27 फरवरी को राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग के बाद विधायकों की खरीद फरोख्त के मामले में कांग्रेस के दो विधायक संजय अवस्थी और भुवनेश्वर गौड़ 10 मार्च को बालूगंज थाना में आईपीसी की धारा 171 ई और 171 सी, 120 बी और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7 व 8 के तहत मामला दर्ज करवाया. राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग के बाद कांग्रेस के 6 बागियों समेत 3 निर्दलीय विधायक भी हेलीकॉप्टर के जरिए शिमला आए और वापस गए. इस दौरान करीब दो हफ्ते तक वे पंचकूला स्थित एक होटल में ठहरे. इसके बाद सभी बागी ऋषिकेश गए. जिसके बाद ऋषिकेश से गुड़गांव पहुंचे. पुलिस को एक फार्मा कंपनी द्वारा बागियों के होटलों के बिलों के भुगतान का पता चला है. कंपनी को भी कोर्ट से समन भेजा गया है. जबकि हेलीकॉप्टर के खर्च और देहरादून में होटलों के बिलों की अदायगी के मामले में पुलिस ने अब सर्च वारंट हासिल कर लिया है.

इन नेताओं से होगी पूछताछ

इस मामले में अभी तक पुलिस हरियाणा के पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर के प्रचार सलाहकार तरूण भंडारी, चैतन्य शर्मा, आशीष शर्मा, राकेश शर्मा से पूछताछ कर चुकी है. जबकि इस मामले में कांग्रेस के बागी व पूर्व विधायक सुजानपुर से राजेंद्र राणा, लाहौल स्पीति से रवि ठाकुर और कुटलैहड़ से देवेंद्र कुमार भुट्टो के अलावा उत्तराखंड में नेताओं के होटलों में ठहरने और हवाई यात्राओं को लेकर हुए खर्च में सामने आ रहे भाजपा नेता विश्वास डोभाल से भी पूछताछ की जानी है.

ये भी पढ़ें: विधायक आशीष शर्मा, पूर्व MLA के पिता व पूर्व सीएम के सलाहकार को राहत, HC ने 2 अगस्त तक बढ़ाई जमानत अवधि

शिमला: हिमाचल प्रदेश में इस साल 27 फरवरी को राज्यसभा चुनाव में हुई क्रॉस वोटिंग से मचा बवाल अभी तक नहीं थमा है. विधानसभा में क्रॉस वोटिंग के दौरान विधायकों की खरीद फरोख्त और भ्रष्टाचार उन्मूलन अधिनियम के तहत मामला बालूगंज पुलिस थाने में दर्ज है. मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने कोर्ट से हेलीकॉप्टर कंपनियों के सर्च वारंट हासिल कर लिए हैं.

एसपी शिमला संजीव गांधी ने बताया कि निचली अदालत से शिमला पुलिस ने धारा 93 के तहत नोटिस जारी करने की मांग की थी और अब शिमला पुलिस को हेलीकॉप्टर कंपनियों के खिलाफ सर्च वारंट मिल गए हैं. दरअसल ये सर्च वारंट हेलीकॉप्टरों द्वारा बागी विधायकों को लाने व ले जाने में खर्च हुए करोड़ों रुपयों की जानकारी जुटाने के लिए निकाले गए हैं, क्योंकि शिमला पुलिस ने हेलीकॉप्टर कंपनियों के खर्चों संबंधी कई सबूत जुटाए है. जबकि एक फार्मा कंपनी द्वारा बागियों के होटल में ठहरने के खर्चों का भी खुलासा हुआ है.

पूर्व विधायक पर कसा पुलिस का शिकंजा

इसी कड़ी में पुलिस ने एक बार फिर गगरेट विधानसभा क्षेत्र से पूर्व विधायक चैतन्य शर्मा से पूछताछ की है और उनके दोनों मोबाइल फोन को भी पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया है, जिन्हें आगामी जांच के लिए आईटी एक्सपर्ट के पास भेजा गया है. हमीरपुर से विधायक आशीष शर्मा और पूर्व विधायक चैतन्य शर्मा के पिता सेवानिवृत आईएएस अधिकारी राकेश शर्मा पर आरोप है कि इन्होंने सरकार को गिराने के लिए बागी विधायकों के फाइव स्टार होटलों में ठहरने की व्यवस्था की थी. मामले में पुलिस की पूछताछ का दौर जारी है. वहीं, मामले को लेकर पुलिस गिरफ्तारियां भी कर सकती है.

संजय अवस्थी और भुवनेश्वर गौड़ ने दर्ज कराया था मामला

एसपी संजीव गांधी ने बताया कि बीते 27 फरवरी को राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग के बाद विधायकों की खरीद फरोख्त के मामले में कांग्रेस के दो विधायक संजय अवस्थी और भुवनेश्वर गौड़ 10 मार्च को बालूगंज थाना में आईपीसी की धारा 171 ई और 171 सी, 120 बी और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7 व 8 के तहत मामला दर्ज करवाया. राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग के बाद कांग्रेस के 6 बागियों समेत 3 निर्दलीय विधायक भी हेलीकॉप्टर के जरिए शिमला आए और वापस गए. इस दौरान करीब दो हफ्ते तक वे पंचकूला स्थित एक होटल में ठहरे. इसके बाद सभी बागी ऋषिकेश गए. जिसके बाद ऋषिकेश से गुड़गांव पहुंचे. पुलिस को एक फार्मा कंपनी द्वारा बागियों के होटलों के बिलों के भुगतान का पता चला है. कंपनी को भी कोर्ट से समन भेजा गया है. जबकि हेलीकॉप्टर के खर्च और देहरादून में होटलों के बिलों की अदायगी के मामले में पुलिस ने अब सर्च वारंट हासिल कर लिया है.

इन नेताओं से होगी पूछताछ

इस मामले में अभी तक पुलिस हरियाणा के पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर के प्रचार सलाहकार तरूण भंडारी, चैतन्य शर्मा, आशीष शर्मा, राकेश शर्मा से पूछताछ कर चुकी है. जबकि इस मामले में कांग्रेस के बागी व पूर्व विधायक सुजानपुर से राजेंद्र राणा, लाहौल स्पीति से रवि ठाकुर और कुटलैहड़ से देवेंद्र कुमार भुट्टो के अलावा उत्तराखंड में नेताओं के होटलों में ठहरने और हवाई यात्राओं को लेकर हुए खर्च में सामने आ रहे भाजपा नेता विश्वास डोभाल से भी पूछताछ की जानी है.

ये भी पढ़ें: विधायक आशीष शर्मा, पूर्व MLA के पिता व पूर्व सीएम के सलाहकार को राहत, HC ने 2 अगस्त तक बढ़ाई जमानत अवधि

Last Updated : Jul 18, 2024, 11:52 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.