ऊना: कुटलैहड़ विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी विवेक शर्मा ने शानदार जीत दर्ज की. विवेक अब पहली बार हिमाचल विधानसभा में जनता की बात रखते हुए नजर आएंगे. उन्होंने भाजपा प्रत्याशी और पूर्व विधायक देवेंद्र कुमार भट्टो को मात दी है. विवेक अपनी जीत को अधर्म के खिलाफ धर्म की और असत्य के खिलाफ सत्य की जीत बताया है. विवेक शर्मा ने कहा कि इस चुनाव में जनबल ने धनबल को मात देकर प्रदेश की सभ्यता और संस्कृति को और भी मजबूत किया है.
गौरतलब है कि हिमाचल में भले ही लोकसभा की चार की चार सीटों पर बीजेपी ने अपना कमल खिला दिया हो, लेकिन विधानसभा के उपचुनाव में उसे करारी हार का सामना करना पड़ा. छह सीटों में केवल दो पर ही सफलता हाथ लगी. बागी विधायकों को जनता ने नकार दिया है. कांग्रेस के पक्ष में खूब वोट किए.
विवेक शर्मा ने कहा कि उनका परिवार लंबे समय से विधानसभा क्षेत्र की जनता की सेवा करता आया है. एक बार फिर जनता ने उनपर और उनके परिवार पर जो भरोसा दिखाया है, उसपर वे कायम रहेंगे. कुटलैहड़ विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी विवेक शर्मा पहली बार विधायक बनने पर जनता के प्रति आभार जताया. उन्होंने कहा कि विधानसभा क्षेत्र की जनता ने उन लोगों को करारा जवाब दिया है जिन लोगों ने हिमाचल प्रदेश की राजनीति में गलत प्रकरण फैलाने का प्रयास किया. प्रदेश की सरकार को कमजोर करने की साजिश करने वाले खुद अपने ही फैलाए जाल में फंस गए. बागी विधायकों की विधायकी भी गई और साख भी. अब कांग्रेस की सुक्खू सरकार पूरी तरह मजबूत है.
गौरतलब है कि कांग्रेस के छह विधायक बागी होकर भाजपा का दामन थाम लिया था. इसे लेकर प्रदेश में लोकसभा की चार सटों के साथ विधानसभा की छह सीटों पर उपचुनाव की घोषणा हुई. बीजेपी की मंशा सरकार बनाने को लेकर साफ दिख रही थी. बहुमत से कम अंक आने के बाद भी पिछले दरवाजे से भारतीय जनता पार्टी सरकार बनाने में जुटी हुई थी. उपचुनाव में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए छह बागियों में चार की करारी हार हुई. इस तरह से उनका सरकार बनाने का फैसला फिलहाल ठंडे बस्ते में चला गया है.
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