शिमला: हिमाचल प्रदेश में मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार बुधवार और वीरवार बारिश को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया था. ऐसे में हिमाचल में झुलसाने वाली गर्मी से बीते दिन बुधवार शाम को बारिश होने से लोगों को राहत मिली है. इस सीजन में जहां कई वर्षों के गर्मी का रिकॉर्ड टूटा है. वहीं, लोगों को काफी समय से राहत की बौछारों का इंतजार था.
बुधवार को प्रदेश भर में राहत की बौछारें बरसी. जिससे न केवल गर्मी से राहत मिली. साथ ही सूख रहे जल स्त्रोत का भूजल स्तर बढ़ा है. जून माह में माइन्स 67 मिमी बारिश कम हुई है. वहीं, बीते दिन बारिश होने के साथ ही हीट वेव से भी लोगों को राहत मिली है. इस माह के अंत तक मानसून के दस्तक देने की संभावना है. वहीं, राजधानी में आज सुबह से ही बादलों की लुका छिपी जारी रही. प्रदेश में 18 जून से पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने के चलते इसका असर पूरे प्रदेश भर में देखने को मिल रहा है. आने वाले दो दिनों तक इसका असर देखने को मिल सकता है.
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक सुरेंद्र पॉल ने कहा कि बुधवार को पूरे प्रदेश भर में बारिश हुई है. ऊना और सिरमौर को छोड़ कर पूरे प्रदेश में बारिश दर्ज की गई है. जिससे लोगों को हीट वेव से राहत मिली है. वहीं, हीट वेव का अलर्ट भी हटा दिया गया है. बारिश होने से सामान्य से अधिक चल रहे तापमान में कमी आयी है. तापमान 3 डिग्री तक लुढ़के हैं. आने वाले दो दिनों तक प्रदेश में इसी तरह के मौसम बने रहने की संभावना है.
जून माह में माइनस 67 मिमी बारिश की कमी जो चल रही थी, उसमे इस बारिश से काफी इजाफा हुआ है. वहीं, जो जल स्रोत सूख गए थे, उसके जलस्तर में बढ़ोतरी हुई है. आने वाले दो दिनों तक मौसम खराब बना रहेगा और 22 और 23 जून को मौसम साफ रहने के कारण फिर हल्के तापमान में वृद्धि होगी. उसके बाद 24 जून से प्री मानसून बौछारें प्रदेश में आने की संभावना है. वहीं, अगर स्थितियां इसी प्रकार की रही तो इस माह के अंत में मानसून के प्रदेश में दस्तक देने की संभावना है.
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