शिमला: हिमाचल प्रदेश में लाखों उपभोक्ताओं को नए साल में बिजली का झटका लगने वाला है. प्रदेश में नए साल यानी अगले महीने जनवरी में बिजली महंगी हो जाएगी. इसका कारण ये है कि नए साल बिजली के बिल में पर्यावरण और दूध का और शुल्क जुड़ेगा. जिसके लिए बिजली बोर्ड ने तैयारी पूरी कर ली है. ऐसे में सरकार के आदेशों के बाद बिजली बिल की बढ़ी हुई दरें लागू हो जाएंगी.
10 पैसे यूनिट देना होगा दूध उपकर
हिमाचल प्रदेश में घरेलू उपभोक्ताओं को आने वाले समय में प्रति यूनिट 10 पैसे दूध उपकर चुकाना होगा. राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला ने विधानसभा के मानसून सत्र में पारित विद्युत शुल्क संशोधन अधिनियम 2024 को मंजूरी दे दी है. बोर्ड अधिकारियों के मुताबिक इसी महीने नई दरें लागू करने को लेकर अधिसूचना जारी हो सकती है. ये दरें अगले साल जनवरी 2025 से प्रभावी होंगी. इसके तहत घरेलू उपभोक्ताओं को प्रति यूनिट 10 पैसे दूध उपकर चुकाना होगा. इन पर पर्यावरण उपकर नहीं लगेगा. वहीं, जिन उपभोक्ताओं को जीरो बिल दिया जा रहा है, ऐसे बिजली उपभोक्ताओं से बिल पर दूध उपकर नहीं लिया जाएगा.
इन उपभोक्ताओं पर लागू होगा उपकर
हिमाचल प्रदेश में लघु, मध्यम और बड़े उद्योगों, वाणिज्यिक, स्टोन क्रशर, अस्थायी कनेक्शन, चार्जिंग स्टेशन मालिकों से उपकर लिया जाएगा. इन बिजली उपभोक्ताओं से दूध के साथ पर्यावरण उपकर भी वसूला जाएगा. इन सभी श्रेणियों को 10 पैसे के दूध उपकर के अलावा 2 पैसे से लेकर 6 रुपये प्रति यूनिट पर्यावरण उपकर भी चुकाना होगा. इसके लिए उद्योगों को तीन श्रेणियों लघु, मध्यम और बड़े उद्योगों की श्रेणी में बांटा गया है. जिसके तहत लघु उद्योगों पर 2 पैसे प्रति यूनिट, मध्यम उद्योगों पर 4 पैसे और बड़े उद्योगों पर 10 पैसे, वाणिज्यिक उपभोक्ताओं पर 10 पैसे, अस्थायी कनेक्शनों पर 2 रुपए और स्टोन क्रशरों पर 2 रुपए प्रति यूनिट पर्यावरण उपकर लगाया जाएगा. वहीं, बिजली वाहन चार्जिंग स्टेशनों से 6 रुपए प्रति यूनिट उपकर वसूला जाएगा.
बिजली के एक मीटर पर मिलेगी सब्सिडी
हिमाचल में ऐसे उपभोक्ताओं को भी बिजली का झटका लगने वाला है, जिनके नाम पर एक से ज्यादा बिजली के मीटर है. प्रदेश सरकार ने अब बिजली के एक मीटर पर ही सब्सिडी देने का फैसला लिया है. ऐसे में नए साल में जनवरी महीने से एक उपभोक्ता को एक ही बिजली मीटर पर सब्सिडी मिलेगी. जिसके लिए इन दिनों प्रदेश भर में उपभोक्ताओं की ई केवाईसी का काम चल रहा है. इस दौरान अगर किसी उपभोक्ता के नाम पर एक से ज्यादा बिजली का कनेक्शन होगा तो एक मीटर को छोड़कर अन्य पर बिना सब्सिडी वाली दरों से बिजली शुल्क चुकाना होगा. इसी तरह से इन उपभोक्ताओं से अभी 125 यूनिट प्रतिमाह खपत न होने पर किसी प्रकार का शुल्क नहीं लिया जाता है, लेकिन एक परिवार को एक मीटर योजना लागू होने पर उन्हें केवल एक मीटर पर ही शून्य बिल दिया जाएगा.