कुल्लू: हिमाचल प्रदेश में होने वाले लोकसभा चुनाव और विधानसभा उपचुनाव को लेकर भाजपा और कांग्रेस ने कमर कस ली है. दोनों ही पार्टियों के कार्यकर्ता जहां एक ओर जीत सुनिश्चित करने में जुट गए हैं. वहीं, दोनों राजनीतिक दलों के नेता भी एक-दूसरी पार्टी के नेताओं आरोप-प्रत्यारोप कर रहे हैं. इसी बीच हिमाचल प्रदेश कांग्रेस प्रभारी संजय दत्त ने भी भाजपा को आड़े हाथों लेते हुए जुबानी हमले बोले.
ऑपरेशन लोटस पर कसा तंज
संजय दत्त ने कहा कि भाजपा ने धनबल के सहारे हिमाचल प्रदेश में चुनी हुई कांग्रेस की सरकार को गिराने की कोशिश की है, लेकिन भाजपा अपने ऑपरेशन लोटस को करने में नाकामयाब रही और बीजेपी का ऑपरेशन लोटस अब ऑपरेशन लूटस हो गया है. उन्होंने कहा कि पैसे के दम पर सरकार गिराने की बीजेपी की कोशिश बेकार गई. प्रदेश की आम जनता ने कांग्रेस के विधायकों को 5 साल के लिए चुनकर भेजा है, लेकिन बीजेपी सत्ता के लोभ के चलते चुनी हुई कांग्रेस सरकार को गिराने की कोशिश कर रही थी, लेकिन उनकी ये कोशिश फेल है और कांग्रेस सरकार मजबूती से टिकी हुई है.
कंगना रनौत पर साधा निशाना
वहीं, संजय दत्त ने कंगना रनौत पर निशाना साधते हुए कहा कि कंगना रनौत अब सार्वजनिक जीवन में आ चुकी है और ऐसे में जनता द्वारा पूछे गए सवालों का उन्हें जवाब देना चाहिए. संजय दत्त ने कहा कि बीजेपी की ओर से कंगना रनौत को टिकट दी गई है. ऐसे में बीजेपी के ही कार्यकर्ताओं के बीच में विरोध के स्वर उठते हुए नजर आ रहे हैं. उन्होंने भाजपा पर निशाना चाहते हुए कहा कि उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं को बस दरी उठाने और कुर्सी लगाने के लिए ही रखा है. क्या पूरे मंडी संसदीय क्षेत्र में ऐसा कोई भी कार्यकर्ता नहीं था जो लोकसभा चुनाव लड़ सकता था. जो मुंबई से लाकर कंगना को कार्यकर्ताओं पर थोपा गया है. ऐसे में भाजपा कार्यकर्ताओं का भी मनोबल टूट गया है.
कंगना हर मंच से हिमाचल प्रदेश को अपना घर बताने का दावा करती है, लेकिन आपदा के समय में उन्होंने हिमाचल प्रदेश की कोई भी मदद नहीं की. जबकि अन्य लोगों ने प्रदेश की आपदा राहत कोष में दान दिया है. - संजय दत्त, कांग्रेस प्रभारी, हिमाचल प्रदेश
विक्रमादित्य सिंह की जीत का दावा
वहीं, संजय दत्त ने यह भी कहा कि देश में ऐसे बहुत से उदाहरण हैं. जब अभिनेता को नेता बनाया गया है, लेकिन वह राजनीतिक क्षेत्र में असफल रहे हैं. उन्होंने कहा की बेशक कंगना एक बहुत अच्छी अभिनेत्री हैं, लेकिन राजनीतिक क्षेत्र में वह अभी नयी हैं और वह बिना किसी विजन के सिर्फ मोदी के नाम पर चुनाव लड़ना चाहती हैं. ऐसे में कांग्रेस की ओर से विक्रमादित्य सिंह को मैदान में उतारा गया है और वह राजनीति क्षेत्र में सक्रिय तौर पर काम कर रहे हैं. साथ ही जनता के बीच में उनकी अच्छी पेंठ है और वह अवश्य चुनाव जीतेंगे. वहीं, इस दौरान उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ भी बैठक की और उन्हें आगामी लोकसभा चुनाव के लिए भी तैयार होने को कहा.
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