धर्मशाला: हिमाचल विधानसभा उपचुनाव के लिए कांग्रेस ने धर्मशाला सीट से देविंदर सिंह जग्गी प्रत्याशी बनाया है. इस संबंध में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की स्वीकृति बाद देविंदर जग्गी को कांग्रेस ने उपचुनाव का चेहरा बनाया है. जग्गी को टिकट मिलने से उनके समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गई है.
धर्मशाला विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए कांग्रेस ने देविंदर सिंह जग्गी को टिकट देकर मैदान में उतारा है. नामांकन प्रक्रिया शुरू होने के दूसरे दिन बुधवार को पार्टी हाईकमान ने प्रत्याशी घोषित किया है. पूर्व मंत्री और भाजपा प्रत्याशी सुधीर शर्मा से मुकाबले के लिए कांग्रेस ने नगर निगम के पूर्व महापौर पर दांव खेला है. भाजपा नेता राकेश चौधरी को टिकट देने से परहेज करते हुए कांग्रेस ने अपने नेता पर ही भरोसा जताया है.
धर्मशाला से मजबूत प्रत्याशी की तलाश के चलते कांग्रेस ने टिकट जारी करने में देरी कर रही थी. वर्ष 2022 में विधानसभा चुनाव लड़ने वाले भाजपा प्रत्याशी राकेश चौधरी को कांग्रेस का टिकट देने की चर्चा थी, लेकिन स्थानीय कांग्रेस नेताओं के विरोध के चलते पार्टी यह फैसला नहीं ले सकी.
गौरतलब है कि देविंदर सिंह जग्गी लंबे समय से कांग्रेस से जुड़े रहे हैं. पूर्व में वे नगर निगम धर्मशाला में डिप्टी मेयर और मेयर भी रह चुके हैं. देविंदर जग्गी वर्तमान में नगर निगम में पार्षद हैं. प्रदेश कांग्रेस महासचिव का दायित्व संभाल रहे देवेंद्र जग्गी धर्मशाला उपचुनाव में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की पहली पसंद हैं. हालांकि कांग्रेस द्वारा प्रत्याशी चयन को लेकर धर्मशाला में सर्वे भी करवाए गए, लेकिन आखिरकार देविंदर जग्गी को कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी बनाया है.
दूसरी ओर भाजपा ने पहले ही पूर्व मंत्री सुधीर शर्मा को प्रत्याशी के तौर पर मैदान में उतार दिया है. देविंदर जग्गी, सीएम सुक्खू के करीबियों में शुमार हैं. भले ही कांग्रेस ने टिकट देने में देरी की हो, लेकिन देविंदर जग्गी समर्थकों संग पहले ही चुनाव प्रचार शुरू कर चुके हैं.
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