शिमला: हिमाचल प्रदेश में सातवें और आखिरी चरण में लोकसभा के चुनाव में लोकसभा की चार सीट के साथ छह विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव हैं. इस बीच पक्ष और विपक्ष में वार-पलटवार का सिलसिला लगातार जारी है. हिमाचल बीजेपी अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली सरकार पर निशाना साधा है.
उन्होंने कहा कि इस सरकार के आने के बाद से ही प्रदेश में विकास पूरी तरह ठप हो गया है. उन्होंने कांग्रेस सरकार को आज तक के इतिहास की सबसे निकम्मी सरकार भी करार दिया. बिंदल ने कहा कि कांग्रेस सरकार जनता से वोट मांगने का अधिकार खो चुकी है. राजीव बिंदल ने कहा कि बीते 15 महीने में हिमाचल प्रदेश में कानून व्यवस्था भी चरमरा चुकी है. इसके अलावा प्रदेश में बीते 15 महीने में एक भी नया संस्थान नहीं खुला है.
डॉ. राजीव बिंदल ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू सुबह से शाम तक सिर्फ भारतीय जनता पार्टी को ही गाली देने का काम करते हैं. उन्होंने कहा कि वह बार-बार कहते हैं कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने हिमाचल का खजाना खाली कर दिया. ऐसे में जनता यह सवाल करती है कि अगर भाजपा ने खजाना खाली कर दिया था, तो भाजपा के वक्त में विकास कैसे होता था. उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार विधानसभा में जो श्वेत पत्र लेकर आई, उसमें भी स्पष्ट हुआ की 70 हजार करोड़ रुपये में से 55 हजार करोड़ रुपये तो कांग्रेस की सरकार ने कर्ज लिया.
प्रदेश के मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और कांग्रेस के नेता जगह-जगह जनसभाओं में बीजेपी को सुबह और शाम गाली देने में ही पुरा समय व्यतीत करते है. भाजपा ने अरोप लगाया है कि आज तक एक भी विकास का कार्य किए बगैर 16 माह में 20 हजार करोड़ रुपये का कर्जा ले लिया हैं, एक भी व्यक्ति को इन डेढ़ साल में रोजगार नहीं दिया गया, एक भी नया कार्य शुरू नहीं हुआ, कोई स्वास्थ्य संस्थान नहीं खोला, कोई शिक्षाण संस्थान नहीं खोला. आज कांग्रेस के पास जनता के सामने बोलने के लिए कुछ नहीं हैं, जिस कारण भाजपा को कोसकर सहानुभूति बटोरना चाहते है. उन्होंने कहा कि ऐसी हास्यास्पद स्थ्ति प्रदेश में पहली बार बनी हैं कि रूलिंग पार्टी विपक्ष से विकास की उम्मीद लगाए बैठा हैं.
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री सुक्खू के नेतृत्व में प्रदेश की कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ गई हैं. डेढ़ साल के कार्यकाल में चंबा से ऊना तक प्रदेश का ऐसा कोई कोना नहीं है, जहां महिलाओें के साथ अपराध, दिन-दिहाडे़ लूट-खसूट की घटनाएं, गैंगवार नहीं हुआ हो. शिमला में बालिका के साथ कुकर्म, प्रदेश के अन्य हिस्सों में महिलाओं के साथ उत्पीड़न और उस पर भी मुख्यमंत्री के हिंसक बयान प्रदेश की कानून व्यवस्था को बिगाड़ने का कार्य कर रहें हैं.
अपराधियों को खुली छूट मिल रही हैं, सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मी आए दिनों मारपीट के शिकार हो रहें हैं. उन्होंने कहा कि हम मुख्यमंत्री से पूछना चाहते हैं कि चंबा में दलित युवक की नृशंस हत्या, अपने क्षेत्र में महिला का उत्पीड़न, शिमला में 4 वर्षीय बच्ची के साथ दुष्कर्म परन्तु आजतक एक भी जगह न तो मुख्यमंत्री संवेदना प्रकट करने गए न ही पीड़ित लोगों को न्याय दिलवा पाए, जवाब दें. प्रदेश में नशे का प्रचलन दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा हैं, प्रदेश सरकार सोई पड़ी हैं, हमारी युवापीढ़ी नशे के ओवर डोज से काल का ग्रास बन रही है लेकिन मुख्यमंत्री जी मस्त है और जनता त्रस्त हैं.
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