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हिमाचल का सपूत अरुणाचल प्रदेश में हुआ शहीद, 2 महीने पहले हुई थी शादी - DHARAMSHALA AKSHAY KUMAR MARTYRED

हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला के अक्षय कुमार अरुणाचल प्रदेश में ड्यूटी के दौरान शहीद हो गए हैं.

DHARAMSHALA AKSHAY KUMAR MARTYRED
शहीद अक्षय कुमार (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Dec 7, 2024, 10:59 AM IST

Updated : Dec 7, 2024, 11:22 AM IST

धर्मशाला: हिमाचल प्रदेश का एक और लाल देश की रक्षा करते हुए शहीद हो गया. 29 वर्षीय जवान अक्षय कुमार ने अरुणाचल प्रदेश में ड्यूटी के दौरान अपनी जान देश के लिए न्यौछावर कर दी है. अक्षय कुमार धर्मशाला के सिद्धबाड़ी के रहने वाले थे. शहीद अक्षय कुमार 19 डोगरा बटालियन में तैनात थे. वहीं, उनकी शहादत की खबर गांव में पहुंचते ही पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई है.

19 साल की उम्र में हुए भर्ती

अक्षय कुमार ने साल 2015 में महज 19 साल की उम्र में भारतीय सेना में भर्ती हुए थे. शहीद के पिता संसार चंद ने बताया कि बचपन से ही अक्षय का सपना देश की सेवा करना था. उनका सपना तो पूरा हुआ, लेकिन अक्षय का ये बलिदान परिवार और गांव के लिए बड़ा सदमा है. उन्होंने बताया कि अक्षय कुमार को ड्यूटी के दौरान हार्ट अटैक आया, जिससे उनकी मौत हो गई.

नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने भी अक्षय कुमार की शहादत पर शोक व्यक्त किया. अपने सोशल हैंडल पर पोस्ट करते हुए उन्होंने लिखा, "धर्मशाला के सिद्धबाड़ी की बागनी पंचायत निवासी अक्षय कुमार की शहादत अत्यंत दुःखद और पीड़ादायक है. मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि देश की रक्षा करते हुए अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वाले अमर शहीद की आत्मा को शांति और शोक संतप्त स्वजनों को इस असह्य पीड़ा को सहने का संबल प्रदान करें. देश अक्षय कुमार जी की सेवाओं और शहादत का सदैव ऋणी रहेगा. विनम्र श्रद्धांजलि!"

दो महीने पहले हुई थी शहीद की शादी

उन्होंने बताया कि शहीद अक्षय की दो महीने पहले 7 अक्टूबर को शादी हुई थी. आंखों में नमी लिए भारी मन से शहीद के पिता ने कहा कि इतनी खुशी के बाद इतना बड़ा गम हमारा इंतजार कर रहा था. शादी के बाद अक्षय अपनी पत्नी के साथ नए जीवन की शुरुआत करने की तैयारी की ही थी, लेकिन किस्मत ने कुछ और ही तय कर रखा था.

शनिवार को गांव में लाया जाएगा शहीद का पार्थिव शरीर

अक्षय कुमार के शहीद होने की खबर जैसे ही उनके गांव पहुंची तो पूरा गांव गमगीन हो गया. हर कोई उनकी शहादत पर गर्व तो कर रहा है, लेकिन उनकी कमी से सबकी आंखें नम हैं. गांव वाले शहीद को अंतिम विदाई देने की तैयारी कर रहे हैं. अक्षय कुमार का पार्थिव शरीर शनिवार को पूरे सैन्य सम्मान के साथ उनके पैतृक गांव बागनी लाया जाएगा. शहीद के पैतृक गांव में उन्हें अंतिम विदाई दी जाएगी.

ये भी पढ़ें: हिमाचल का एक और लाल देश के लिए हुआ शहीद, सियाचिन ग्लेशियर में थी तैनाती

धर्मशाला: हिमाचल प्रदेश का एक और लाल देश की रक्षा करते हुए शहीद हो गया. 29 वर्षीय जवान अक्षय कुमार ने अरुणाचल प्रदेश में ड्यूटी के दौरान अपनी जान देश के लिए न्यौछावर कर दी है. अक्षय कुमार धर्मशाला के सिद्धबाड़ी के रहने वाले थे. शहीद अक्षय कुमार 19 डोगरा बटालियन में तैनात थे. वहीं, उनकी शहादत की खबर गांव में पहुंचते ही पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई है.

19 साल की उम्र में हुए भर्ती

अक्षय कुमार ने साल 2015 में महज 19 साल की उम्र में भारतीय सेना में भर्ती हुए थे. शहीद के पिता संसार चंद ने बताया कि बचपन से ही अक्षय का सपना देश की सेवा करना था. उनका सपना तो पूरा हुआ, लेकिन अक्षय का ये बलिदान परिवार और गांव के लिए बड़ा सदमा है. उन्होंने बताया कि अक्षय कुमार को ड्यूटी के दौरान हार्ट अटैक आया, जिससे उनकी मौत हो गई.

नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने भी अक्षय कुमार की शहादत पर शोक व्यक्त किया. अपने सोशल हैंडल पर पोस्ट करते हुए उन्होंने लिखा, "धर्मशाला के सिद्धबाड़ी की बागनी पंचायत निवासी अक्षय कुमार की शहादत अत्यंत दुःखद और पीड़ादायक है. मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि देश की रक्षा करते हुए अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वाले अमर शहीद की आत्मा को शांति और शोक संतप्त स्वजनों को इस असह्य पीड़ा को सहने का संबल प्रदान करें. देश अक्षय कुमार जी की सेवाओं और शहादत का सदैव ऋणी रहेगा. विनम्र श्रद्धांजलि!"

दो महीने पहले हुई थी शहीद की शादी

उन्होंने बताया कि शहीद अक्षय की दो महीने पहले 7 अक्टूबर को शादी हुई थी. आंखों में नमी लिए भारी मन से शहीद के पिता ने कहा कि इतनी खुशी के बाद इतना बड़ा गम हमारा इंतजार कर रहा था. शादी के बाद अक्षय अपनी पत्नी के साथ नए जीवन की शुरुआत करने की तैयारी की ही थी, लेकिन किस्मत ने कुछ और ही तय कर रखा था.

शनिवार को गांव में लाया जाएगा शहीद का पार्थिव शरीर

अक्षय कुमार के शहीद होने की खबर जैसे ही उनके गांव पहुंची तो पूरा गांव गमगीन हो गया. हर कोई उनकी शहादत पर गर्व तो कर रहा है, लेकिन उनकी कमी से सबकी आंखें नम हैं. गांव वाले शहीद को अंतिम विदाई देने की तैयारी कर रहे हैं. अक्षय कुमार का पार्थिव शरीर शनिवार को पूरे सैन्य सम्मान के साथ उनके पैतृक गांव बागनी लाया जाएगा. शहीद के पैतृक गांव में उन्हें अंतिम विदाई दी जाएगी.

ये भी पढ़ें: हिमाचल का एक और लाल देश के लिए हुआ शहीद, सियाचिन ग्लेशियर में थी तैनाती
Last Updated : Dec 7, 2024, 11:22 AM IST
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