शिमला: तीन निर्दलीय विधायक, विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया के सामने अपना पक्ष रखने के लिए पेश नहीं हुए. वहीं विधानसभा अध्यक्ष एक और मौका इन निर्दलीय विधायको को देंगे. निर्दलीय विधायकों के पेश न होने के कारण विधानसभा अध्यक्ष ने यह मामला फाइनल हियरिंग और ऑर्डर के लिए लगा दिया है. अगली तिथि पर विधानसभा अध्यक्ष इस पर अपना फैसला सुना देंगे.
हालांकि अभी तक इसकी तिथि तय नहीं की गई है. विधानसभा अध्यक्ष ने जून के पहले सप्ताह में इसकी अंतिम सुनवाई रखने की बात कही. यदि उस दिन भी ये विधायक पेश नहीं होते है तो उसी दिन विधानसभा अध्यक्ष द्वारा अंतिम फैसला भी सुना दिया जाएगा.
विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा कि 22 मार्च को इन निर्दलीय विधायकों ने इस्तीफा दिया और बिना इस्तीफा मंजूर हुए 23 मार्च को भाजपा में शामिल हो गए थे. जबकि विधानसभा नियमों के अनुसार ये ऐसा नहीं कर सकते. उन्होंने इस्तीफा अपनी इच्छा से दिया या नहीं ये जांच का विषय है. उनका व्यवहार ऐसा दिखा रहा था कि वे किसी प्रलोभन या दवाब में हैं. स्पीकर ने आगे कहा कि केंद्रीय सुरक्षा कर्मी इनकी सुरक्षा में हैं. इन्होंने ये स्वीकार किया कि बिना इस्तीफा मंजूर हुए उन्होंने भाजपा ज्वाइन किया.
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि इस मामले को लेकर निर्दलीय विधायक कोट भी गएं. हाईकोर्ट ने भी ये माना है कि इंस्तीफा मंजूर करना या नहीं करना, ये अध्यक्ष का विशेषधिकार है. हम इस पर कोई भी बंदिश नहीं लगा सकते. दो जजों की अलग अलग राय इसमें दी गई और अब तीसरे जज की इसमें राय ली जाएगी.
वहीं विधानसभा अध्यक्ष ने हिमचाल में लोकसभ की चार सीट और विधानसभा की छह सीटों पर होने वाले उपचुनाव में प्रचार करेंगे. उन्होंने कहा कि वे विधानसभा के अंदर स्पीकर है जहां वो किसी पार्टी के नहीं है. लेकिन विधानसभा के बाहर वो स्पीकर से पहले एक कांग्रेस पार्टी के तरफ की ओर से विधायक हैं.
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