रामनगर: उत्तराखंड में बेरोजगारी का आलम इस कदर है कि जिस नेचर गाइड की भर्ती के लिए पात्रता दसवीं रखी गई है, उस भर्ती में बीएड, बीएससी, बीए आदि उच्च शैक्षिक योग्यता वाले अभ्यर्थी भी नेचर गाइड बनने की लाइन में लगे हैं. नेचर गाइड के लिए 186 पदों पर वैकेंसी निकली है, लेकिन आवेदन 3600 पार हो गया है. यानी नौकरी की कमी के चलते उच्च शिक्षा वाले भी जैसे-तैसे नेचर गाइड बनना चाहते हैं.
नेचर गाइड के 186 पदों के लिए आ चुके 3600 आवेदन: दरअसल, कॉर्बेट नेशनल पार्क से सटे रामनगर वन प्रभाग और रामनगर तराई पश्चिमी दोनों ही विभागों में 186 पदों पर नेचर गाइड की भर्ती होनी है. जिसके लिए 3600 आवेदन आ चुके हैं. खास बात ये है कि नेचर गाइड भर्ती के लिए 10वीं कक्षा पास की पात्रता रखी गई है, लेकिन उच्च शिक्षा हासिल कर चुके अभ्यर्थियों ने भी आवेदन किया है.
बता दें कि रामनगर तराई पश्चिमी में 150 नेचर गाइडों की भर्ती (Recruitment of Nature Guide) होनी है. जिसके लिए 3000 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है. जबकि, रामनगर वन प्रभाग में 36 नेचर गाइडों की भर्ती होनी है. जिसके लिए 600 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है, जिसमें ज्यादातर उच्च शिक्षा वाले अभ्यर्थी शामिल हैं.
क्या बोले रामनगर वन प्रभाग तराई पश्चिमी के डीएफओ? रामनगर वन प्रभाग तराई पश्चिमी के डीएफओ प्रकाश आर्य ने बताया कि अलग-अलग पर्यटन जोन के लिए नेचर गाइडों की भर्ती प्रक्रिया शुरू की गई है. जिसमें फोटो जोन, हाथी डंगर जोन और नए खुल रहे चांदनी पर्यटन जोन के लिए नेचर गाइडों की भर्ती होनी है. जिसके लिए आवेदन मांगे गए थे.
उन्होंने बताया कि उनके पास 3 हजार से ज्यादा आवेदन आए हैं. जिसमें ज्यादातर उच्च शिक्षा वाले अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है. वहीं, रामनगर वन विभाग में 36 नेचर गाइड बनने के लिए 600 लोगों ने आवेदन किया है. यहां भी ज्यादातर उच्च शिक्षा वाले अभ्यर्थी शामिल हैं.
नेचर गाइड के लिए ऐसे होगा चयन: गौर हो कि कॉर्बेट नेशनल पार्क के जोनों में पर्यटकों को जंगल के अंदर जिप्सी से घुमाने के लिए नेचर गाइड की भर्ती की जा रही है. जिसमें उच्च शिक्षा हासिल कर चुके अभ्यर्थियों ने भी आवेदन किया है. इससे साफ होता है कि युवा अब नेचर गाइड बनने के लिए भी जी जान से लगे हुए हैं. क्योंकि, रोजगार का संकट बना हुआ है.
ऐसे में युवा नेचर गाइड की भर्ती में ही किस्मत आजमा रहे हैं. यहां भी उन्हें दूसरे अभ्यर्थियों से योग्यता और अन्य मानकों में बेहतर होना होगा. रामनगर वन प्रभाग परीक्षा के माध्यम और तराई पश्चिमी वन प्रभाग हाईस्कूल के अंकों के आधार, गाइड का प्रमाण पत्र, मौखिक इंटरव्यू के आधार पर चयन की बात कह रहा है.
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