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हजारीबाग डीएसई ऑफिस में हाई वोल्टेज ड्रामा, नहीं मिला नए डीएसई को चार्ज, जानिए कहा है वजह - DSE Office Hazaribag

High voltage drama in DSE office Hazaribag.हजारीबाग के जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय में दिनभर हाई वोल्टेज ड्राम चलता रहा. नए डीएसई को चार्ज देने से निवर्तमान डीएसई ने इनकार कर दिया.

High Voltage Drama In DSE Office
नए डीएसई आकाश कुमार और निवर्तमान डीएसई संतोष गुप्ता. (फोटो-ईटीवी भारत)
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Jul 31, 2024, 10:33 PM IST

हजारीबागः नया समाहरणालय स्थित डीएसई ऑफिस में बुधवार को दिनभर हाई वोल्टेज ड्रामा चलता रहा. जैसे ही गढ़वा से ट्रांसफर होकर चार्ज लेने के लिए नए डीएसई आकाश कुमार हजारीबाग पहुंचे, निवर्तमान डीएसई संतोष गुप्ता उनका स्वागत करने की जगह दफ्तर में ताला बंद कर यह कहते हुए निकल गए कि चार दिनों के बाद प्रभार देंगे.हालांकि नए डीएसई आकाश कुमार ने सरकारी आदेश का हवाला देकर आज ही प्रभार सौंपने को कहा, लेकिन निवर्तमान डीएसई संतोष गुप्ता निकलकर कार्यालय से चलते बने. इधर, कोई चारा नहीं देख आकाश कुमार डीईओ प्रवीण रंजन के पास गए.फिर उन्होंने डीसी से मिल प्रभार ग्रहण करने की अनुमति मांगी.

नए डीएसई को नहीं मिला चेंबर में प्रवेश

इस बीच निवर्तमान डीएसई संतोष गुप्ता कोई रजिस्टर लेने फिर दफ्तर आए और जैसे ही उन्होंने अपने चेंबर का ताला खुलवाया, नए डीएसई ने चार्ज एज्युम कर लिया.फिर क्या था निवर्तमान डीएसई को कुछ नहीं सूझा तो शिक्षकों की काउंसलिंग के लिए डीएसई ऑफिस में बेंच लगवाने लगे. इस दौरान पूरे समय निवर्तमान डीएसई नियुक्ति संबंधित प्रक्रिया में लगे रहे और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में भी भाग लिया.उधर, खबर लिखे जाने तक नए डीएसई को चेंबर में प्रवेश नहीं मिला और वे डीईओ कार्यालय में बैठे रहे.

शिक्षकों की पोस्टिंग में रिश्वतखोरी का आरोप

ऐसे में सवाल यह उठ रहा है कि आखिर निवर्तमान डीएसई संतोष गुप्ता नए डीएसई आकाश कुमार को प्रभार देना क्यों नहीं चाह रहे थे. इस मामले में झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष मो. अतिकुज्जमा ने आरोप लगाते हुए कहा कि दूसरे जिले से आए शिक्षकों की पोस्टिंग के लिए लाखों रकम को वसूली की गई है. अब निवर्तमान डीएसई पसोपेश में हैं कि जिला स्थापना समिति की बैठक नहीं होने से उन शिक्षकों को क्या जवाब देंगे.ऐसे में शिक्षकों से वसूली गई रकम लौटानी होगी.

नए डीएसई के आने से कई शिक्षक भी सकते में

वहीं नए डीएसई के हजारीबाग आने से दूसरे जिले से ट्रांसफर होकर आए सभी शिक्षक भी सकते में हैं. इस बात की चर्चा भी है कि शिक्षकों की पोस्टिंग में लाखों रुपये का खेल हुआ है. जिला के अंदर पोस्टिंग के लिए एक लाख रुपये और 20 किलोमीटर के रेडियस में 50 हजार रुपये पोस्टिंग के नाम पर उगाही की गई है. अब नए डीएसई के आ जाने से निवर्तमान डीएसई के तुरूप का पत्ता बदल गया. ऐसे में शिक्षक यह पसोपेश में हैं कि इतनी राशि खर्च कर मनचाहे स्कूलों में पोस्टिंग मिलेगी या नहीं.

शिक्षकों की नियुक्ति तक बना रहूंगा पद पर: संतोष गुप्ता

इस संबंध में निवर्तमान जिला शिक्षा अधीक्षक संतोष गुप्ता ने कहा कि जबतक शिक्षकों की नियुक्ति नहीं हो जाती है, वे अपने पद पर बने रहेंगे. स्थानांतरण के बाद भी पद पर बने रहने के सवाल पर उन्होंने कहा कि स्थानांतरण पत्र में पांच अगस्त तक बने रहने की बात लिखी हुई है.

प्रभार लेने पहुंचे थे, पर प्रभार देने से इनकार कर दिया गयाः आकाश कुमार

वहीं मामले में हजारीबाग के नए डीएसई आकाश कुमार ने कहा कि यह चिंता का विषय है. आज मेरे साथ क्या क्या हुआ है, यह कहने की चीज नहीं है. इस मामले में मेरा कोई कमेंट नहीं है. प्रभार लेने पहुंचे थे, प्रभार देने से इनकार कर दिया गया.स्वत: प्रभार ग्रहण किया हूं.

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शिक्षा विभाग का निर्णय, 5 साल में होगा शिक्षकों का ट्रांसफर

हजारीबागः नया समाहरणालय स्थित डीएसई ऑफिस में बुधवार को दिनभर हाई वोल्टेज ड्रामा चलता रहा. जैसे ही गढ़वा से ट्रांसफर होकर चार्ज लेने के लिए नए डीएसई आकाश कुमार हजारीबाग पहुंचे, निवर्तमान डीएसई संतोष गुप्ता उनका स्वागत करने की जगह दफ्तर में ताला बंद कर यह कहते हुए निकल गए कि चार दिनों के बाद प्रभार देंगे.हालांकि नए डीएसई आकाश कुमार ने सरकारी आदेश का हवाला देकर आज ही प्रभार सौंपने को कहा, लेकिन निवर्तमान डीएसई संतोष गुप्ता निकलकर कार्यालय से चलते बने. इधर, कोई चारा नहीं देख आकाश कुमार डीईओ प्रवीण रंजन के पास गए.फिर उन्होंने डीसी से मिल प्रभार ग्रहण करने की अनुमति मांगी.

नए डीएसई को नहीं मिला चेंबर में प्रवेश

इस बीच निवर्तमान डीएसई संतोष गुप्ता कोई रजिस्टर लेने फिर दफ्तर आए और जैसे ही उन्होंने अपने चेंबर का ताला खुलवाया, नए डीएसई ने चार्ज एज्युम कर लिया.फिर क्या था निवर्तमान डीएसई को कुछ नहीं सूझा तो शिक्षकों की काउंसलिंग के लिए डीएसई ऑफिस में बेंच लगवाने लगे. इस दौरान पूरे समय निवर्तमान डीएसई नियुक्ति संबंधित प्रक्रिया में लगे रहे और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में भी भाग लिया.उधर, खबर लिखे जाने तक नए डीएसई को चेंबर में प्रवेश नहीं मिला और वे डीईओ कार्यालय में बैठे रहे.

शिक्षकों की पोस्टिंग में रिश्वतखोरी का आरोप

ऐसे में सवाल यह उठ रहा है कि आखिर निवर्तमान डीएसई संतोष गुप्ता नए डीएसई आकाश कुमार को प्रभार देना क्यों नहीं चाह रहे थे. इस मामले में झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष मो. अतिकुज्जमा ने आरोप लगाते हुए कहा कि दूसरे जिले से आए शिक्षकों की पोस्टिंग के लिए लाखों रकम को वसूली की गई है. अब निवर्तमान डीएसई पसोपेश में हैं कि जिला स्थापना समिति की बैठक नहीं होने से उन शिक्षकों को क्या जवाब देंगे.ऐसे में शिक्षकों से वसूली गई रकम लौटानी होगी.

नए डीएसई के आने से कई शिक्षक भी सकते में

वहीं नए डीएसई के हजारीबाग आने से दूसरे जिले से ट्रांसफर होकर आए सभी शिक्षक भी सकते में हैं. इस बात की चर्चा भी है कि शिक्षकों की पोस्टिंग में लाखों रुपये का खेल हुआ है. जिला के अंदर पोस्टिंग के लिए एक लाख रुपये और 20 किलोमीटर के रेडियस में 50 हजार रुपये पोस्टिंग के नाम पर उगाही की गई है. अब नए डीएसई के आ जाने से निवर्तमान डीएसई के तुरूप का पत्ता बदल गया. ऐसे में शिक्षक यह पसोपेश में हैं कि इतनी राशि खर्च कर मनचाहे स्कूलों में पोस्टिंग मिलेगी या नहीं.

शिक्षकों की नियुक्ति तक बना रहूंगा पद पर: संतोष गुप्ता

इस संबंध में निवर्तमान जिला शिक्षा अधीक्षक संतोष गुप्ता ने कहा कि जबतक शिक्षकों की नियुक्ति नहीं हो जाती है, वे अपने पद पर बने रहेंगे. स्थानांतरण के बाद भी पद पर बने रहने के सवाल पर उन्होंने कहा कि स्थानांतरण पत्र में पांच अगस्त तक बने रहने की बात लिखी हुई है.

प्रभार लेने पहुंचे थे, पर प्रभार देने से इनकार कर दिया गयाः आकाश कुमार

वहीं मामले में हजारीबाग के नए डीएसई आकाश कुमार ने कहा कि यह चिंता का विषय है. आज मेरे साथ क्या क्या हुआ है, यह कहने की चीज नहीं है. इस मामले में मेरा कोई कमेंट नहीं है. प्रभार लेने पहुंचे थे, प्रभार देने से इनकार कर दिया गया.स्वत: प्रभार ग्रहण किया हूं.

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