जयपुर: शहर के परकोटा क्षेत्र में जर्जर मकान और अवैध निर्माणों पर कार्रवाई का दौर जारी है. बीते 7 दिन में अब तक 9 जर्जर इमारतों को ढहाया गया है. हालांकि ये फेहरिस्त लंबी है. हेरिटेज नगर निगम प्रशासन ने ऐसे करीब 150 इमारत को चिह्नित किया हुआ है. हालांकि एक जर्जर इमारत की दीवार बुधवार को खुद-ब-खुद गिर गई. गनीमत ये रही कि इस घटना में कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ.
जयपुर के रामगंज में लाडली जी के खुर्रे के पास बुधवार को एक जर्जर इमारत की दीवार गिर गई. सूचना पर निगम के अधिकारी मौके पर पहुंचे और राहत कार्य में जुटे. सतर्कता शाखा उपायुक्त पुष्पेंद्र सिंह राठौड़ ने बताया कि किशनपोल जोन क्षेत्र में आने वाली इस इमारत को 15 दिन पहले ही नोटिस दिया गया था. साथ ही भवन मलिक को निर्देश दिए गए थे कि किसी भी अनहोनी से बचने के लिए वो खुद इस इमारत को ढहा दे, लेकिन तीन दिन लगातार आई बारिश के कारण बुधवार को इमारत का एक हिस्सा खुद-ब-खुद गिर गया. इसमें एक व्यक्ति के पैर में चोट भी आई है. एहतियात के तौर पर भवन के नीचे संचालित पांच दुकानों को सीज किया गया है, ताकि यहां कोई व्यावसायिक गतिविधि संचालित ना हो और जब तक भवन को पूरा नहीं गिरा दिया जाता, तब तक इन दुकानों को बंद रखा जाएगा.
अब तक नौ मकानों को ढहाया: हेरिटेज नगर निगम क्षेत्र में जर्जर इमारतों पर बुलडोजर चलाया जा रहा है. पिछले सात दिन में 9 जर्जर मकानों को निगम ढहा चुका है. हेरिटेज निगम में 150 के करीब जर्जर मकान चिह्नित किए गए हैं, जिनमें किशनपोल जोन में सबसे ज्यादा जर्जर मकान हैं. बुधवार को निगम कमिश्नर अभिषेक सुराणा ने इस कार्रवाई को लेकर जोन उपायुक्त से फीडबैक लिया. इस दौरान आयुक्त ने निगम की ओर से चिह्नित जर्जर इमारतों पर जल्द कार्रवाई करने के निर्देश दिए. साथ ही अवैध निर्माणों की चार तरह से रिपोर्ट करने के निर्देश दिए. उन्होंने निगम द्वारा अवैध निर्माण, सीज के दौरान हो रहे निर्माण, सीज किए अवैध निर्माण, शपथ पत्र लेकर सीज हटाए निर्माण पर नियमानुसार कार्रवाई के निर्देश दिए.
सड़कों के पेचवर्क करने के निर्देश: उधर, सिविल लाइन जोन में शपथ पत्र के अनुसार काम नहीं करने पर एक मकान को सीज भी किया गया. निगम आयुक्त अभिषेक सुराणा ने सभी जोन उपायुक्त और शाखा प्रभारियों को शहर में सड़क पर पेचवर्क करवाने और ओपन कचरा डिपो हटवाने के निर्देश दिए.