महोबा: जिले में एक किसान ने आत्महत्या कर ली. परिजनों ने बताया कि किसान ने कर्ज लेकर 4 बीघा जमीन में चने की फसल बोई थी. शुक्रवार की रात नीलगायों का झुंड खेत में घुस गया और पूरी फसल को चट कर रौंद गया. जिससे पूरी फसल बर्बाद हो गई. बाद बर्बाद फसल को देखकर खेत में किसान ने अपनी जान दे दी. सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
जानकारी के मुताबिक, शहर कोतवाली क्षेत्र के दमोरा गांव निवासी भन्नू (53) अपनी साढ़े चार बीघा जमीन में इस बार चने की फसल बोई थी. बड़े बेटे कंधी ने बताया कि पिता ने क्रेडिट कार्ड से एक लाख रुपये का कर्ज लेकर फसल की बुवाई की थी. इस बार फसल भी अच्छी थी. गोवंशो से फसल को बचाने के लिए चारों तरफ तार भी लगाए गए थे. लेकिन, बीती रात करीब 70 से ज्यादा नीलगाय का झुंड खेत में रस्सी से कूद कर घुस आया. रात भर पूरी फसल को चरा और घूम-घूम कर रौंद डाला. इस समय फसल फूल पर थी.
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कंधी ने बताया कि शनिवार सुबह करीब सात बजे हमारे पिता जी खेत गए तो नीलगाय का झुंड खेत में था. कुछ नीलगाय बैठी थी, कुछ उस समय भी फसल को चर रहे थे. यह देखकर पिताजी हताश हो गए. किसी तरह उन्होंने डंडा लेकर नीलगाय के झुंड को भगाया. लेकिन, उसके बाद बर्बाद फसल उनसे देखी नहीं गई. जिसके चलते उन्होंने खेत में ही आत्महत्या कर ली.
घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. किसान के परिवार ने सरकारी मदद की गुहार लगाई है. बेटे का कहना है कि पिता बर्बाद फसल को देखकर परेशान हो गए, क्योंकि कर्ज लेकर फसल बोई थी. जब फसल बर्बाद हो गई तो वह कर्ज कैसे चुकाएंगे यह सोचकर परेशान हो गए. जिसके चलते आत्महत्या कर ली. फिलहाल, पुलिस के अफसरों ने उन्हें मदद दिलाने का भरोसा दिया है.
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