सरगुजा : छत्तीसगढ़ में साल 2024 में भारी बारिश का अनुमान मौसम विभाग ने लगाया था.ये अनुमान सही साबित हुआ. बात यदि सरगुजा की करें तो जब-जब संभाग में सूखे की स्थिति बनीं उसके अगले साल झमाझम बारिश हुई.ये ट्रेंड पिछले 56 साल से चल रहा है.इस बार भी ठीक ऐसा ही हुआ. इस बार सरगुजा में बेहतर बारिश का अनुमान था. लिहाजा अबकी बार सरगुजा में जमकर बारिश हुई. 1969 से अब तक अगस्त के महीने में होने वाली ये तीसरी सबसे अधिक बारिश है.
क्या है बारिश की मौजूदा स्थिति : मौजूदा समय में झारखंड से होते हुए आगे बढ़ा कम वायुदाब क्षेत्र एक स्पष्ट अवदाब के रूप में विकसित हो कर पश्चिमोत्तरी मध्यप्रदेश में गुना के पास केंद्रित है. इसके अवदाब में विकसित होते हुए दक्षिणी राजस्थान और उत्तरी गुजरात के सौराष्ट्र की ओर बढ़ने की अनुकूल परिस्थितियां हैं.
''एक चक्रवाती परिसंचरण उत्तरी बंगाल की खाड़ी में दक्षिणी बंग्लादेश के ऊपरी वायु क्षेत्र पर प्रभावी है जिसके अगले 2-3 दिनों में गांगेय पश्चिम बंगाल-ओड़िसा होते हुए झारखंड की ओर बढ़ने की संभावना है. मानसूनी द्रोणी अक्ष इन्ही मौसमी कारकों के साथ समाहित है और नजदीकी डाल्टेनगंज से होकर गुजर रहा है. सुबह 5 बजे से ही सरगुजा में अच्छी वर्षा भी हो रही है.'' अक्षय मोहन भट्ट, मौसम विज्ञानी
बारिश के आंकड़े : मौसम विज्ञानी अक्षय मोहन भट्ट के मुताबिक '' वर्षा आंकड़े के साथ अगस्त माह में 1 अगस्त से 25 अगस्त तक की कुल वर्षा 548.3 मिमी और 1 जून से 25 अगस्त तक कि कुल वर्षा 1033.9 मिमी हुई है. अगस्त माह में वर्षा के उपलब्ध रिकार्ड 1969 से 2024 के बीच इस वर्ष अगस्त में अभी तक तीसरी सर्वाधिक वर्षा दर्ज की गई है. इसके पूर्व में पूरे अगस्त में सन 1991 में 642.4 मिमी और 2016 में 698.2 मिमी की रिकॉर्ड वर्षा दर्ज की गई थी. अगस्त माह में न्यूनतम वर्षा का रिकार्ड 103.2 मिमी साल 2010 का है.''
पिछले कुछ वर्षों में मौसम कार्यालय के 1 जून से 31 अगस्त तक के वर्षा के आंकड़े -
साल | बारिश के आंकड़े (मिमी में) |
2023 | 681.9 |
2022 | 725.4 |
2021 | 886.4 |
2020 | 852.8 |
2019 | 837.2 |
2018 | 950.2 |
2017 | 1211.3 |
2016 | 1059.7 |
56 साल का टूटा रिकॉर्ड : मौसम विज्ञानी के मुताबिक पिछले 56 वर्षों में से 22 वर्षों में 1 जून से 31 अगस्त के बीच अम्बिकापुर में 1000 मिमी से अधिक वर्षा दर्ज की गई है. इस अवधि में सर्वाधिक वर्षा 1818.9 मिमी साल 1994 में दर्ज हुई थी. जबकि सबसे कम 468.0 मिमी वर्षा 2010 में रिकार्ड की गई थी. इस साल अच्छी बारिश को अनुकूल वर्षा माना जाएगा. जो खेती या भू जल संचय या डैम, तालाबों के भरने के लिए अनुकूल स्थिति बना चुका है.