बलौदाबाजार: छत्तीसगढ़ में इन दिनों भारी बारिश हो रही है. कई जिलों में जलजमाव जैसी स्थिति बनी हुई है. आलम यह है कि बलौदाबाजार भाटापारा जिले में बारिश की वजह स्कूली बच्चे, काम पर जाने वाले लोगों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है. जलभराव से आवागमन भी प्रभावित हो रही है. बात अगर बलौदाबाजार जिला मुख्यालय की करें तो यहां लगातार हो रही बारिश के कारण कई क्षेत्र जलमग्न हो चुकी है. बलौदाबाजार शहर के कई इलाकों में पानी भर गया है.
बलौदाबाजार को मिल चुका है अवार्ड: बलौदाबाजार नगर पालिका को साल 2022 में स्वच्छ भारत के तहत स्वच्छ अमृत महोत्सव अवार्ड भी मिल चुका है. बलौदाबाजार जिला मुख्यालय की बात करें तो साफ-सफाई करने के नाम पर नगर पालिका अब तक कुछ नहीं कर पाई है. बात अगर नालियों की करें तो वहां भी साफ-सफाई नहीं हो पाई है. नालियों में छोटे-बड़े पौधे निकल आए हैं.
दो साल पहले फैला था पीलिया: इस बारे में ईटीवी भारत ने भाजपा नेता टेशू लाल धुरंधर से बातचीत की. उन्होंने कहा, "बारिश में हर साल यही समस्या रहती है. हर साल मोहल्ले वासियो को परेशानी होती हैं. आने-जाने का केवल एक ही रास्ता हैं. इसमें भी तालाब जैसा लबालब पानी भरा हुआ है. लोगों को सोचना पड़ता हैं, घर से निकले कि नहीं. घर से बाहर निकलते हैं तो वाहन बीच में ही बन्द हो जाती हैं. नगर पालिका को जानकारी है. बावजूद इसके ऐसी स्थिति देखने को मिल रही. 2 साल पहले ऐसी जलभराव के पानी से वार्ड वासियों को पीलिया हुआ था."
"मेरे थेरेपी पेसेंट को आने-जाने में काफी समस्या होती हैं. पूरा पानी भरा हुआ है. यहां पानी का जमाव हैं. वह नालियों का गंदा पानी रहने से लोगों को टाइफाइड, मलेरिया, डायरिया हो सकता है.इस पर तत्काल प्रशासन को एक्शन लेना चाहिए. ताकि लोग बीमारियों का शिकार होने से बच सके." -डॉक्टर प्रेरणा यादव, आइडियोलॉजी
पिछले 5 साल से है समस्या: वहीं, वार्डवासी राधेश्याम का कहना है कि यहां बारिश के कारण पानी घुटने तक भर जाता हैं. जब हम ड्यूटी के लिए आते-जाते हैं तो समस्या होती हैं. एक ही रास्ता हैं. पीछे से घूम कर जाए तो रास्ता पूरा कीचड़ से भरा हुआ है. गाड़ी फंस जाती है. पता नहीं हम घर पहुचेंगे कि नहीं. इसके अलावा और कोई रास्ता नही हैं. नगर पालिका जनप्रतिनिधियों को समस्या की जानकारी है. समस्या 5 साल से है, लेकिन अब तक हल नहीं हो पाया, जबकि नगर पालिका पास में ही है."
कुल मिलाकर यहां वार्डवासी और जलजमाव वाले रास्ते से आने-जाने वाले लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं, जलजमाव के कारण बीमारियों का भी क्षेत्र में खतरा बढ़ गया है.