कोटा : जिले में शनिवार को पूरे दिन झमाझम बारिश का दौर जारी है. इसका असर चारों तरफ देखने को मिला है. कोटा बैराज से चंबल नदी में पानी की निकासी शुरू की गई है. भारी बारिश से जिले से गुजर रही पार्वती, चंबल और कालीसिंध नदी उफान पर आ गई है. इसके चलते कोटा का सवाई माधोपुर रोड मध्य प्रदेश से संपर्क कट गया है. दूसरी तरफ दरा की घाटी में अबली मीणी महल के नजदीक नाले में काफी तेज पानी आने के चलते नेशनल हाईवे 52 पर जाम जैसी स्थिति बन गई. कोटा के खड़े गणेश जी मंदिर में भी हर साल की तरह इस बार भी बरसाती पानी प्रवेश कर गया है.
पिकनिक स्पॉट पर घूमने गए कुछ लोगों के फंसने का मामला भी सामने आया है. कर्णेश्वर महादेव घूमने आया राहुल शर्मा नाम का युवक पानी के बीच फंस गया था, जिसे बाहर निकला गया है. गेपरनाथ में भी लोगों की फंसे होने की सूचना पर नगर निगम की रेस्क्यू टीम ने 5 लोगों को बचाया है. मौसम विभाग के अनुसार कोटा में सुबह 8:30 से शाम 5:30 बजे तक 2.8 इंच बारिश रिकॉर्ड की गई है. सुबह से मौसम सुहाना बना हुआ है. शनिवार दोपहर का अधिकतम तापमान 31.3 डिग्री सेल्सियस और सुबह का न्यूनतम तापमान 26.4 डिग्री सेल्सियस था.
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एनएच 52 हुआ जाम : मोडक थाना अधिकारी योगेश कुमार का कहना है कि अबली मीणी महल के नजदीक नाले में तेज पानी का बहाव आ रहा है. इसके चलते वाहन काफी धीरे-धीरे निकल रहे हैं और दोनों तरफ लंबा जाम लग गया है. इसके साथ ही घाटी में ही एक ट्रक भी खराब हो गया था. इसके चलते भी कई वाहन फंसे हुए हैं. दरा घाटी में स्थित चौकी की पुलिस इस जाम को खुलवाने का प्रयास कर रही है.
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बैराज से 51858 क्यूसेक पानी छोड़ रहे : जल संसाधन विभाग की अधिशासी अभियंता भारतरत्न गौड़ ने बताया कि लगातार कोटा बैराज के कैचमेंट एरिया में बारिश हुई है. इसके चलते पानी की आवक बनी हुई थी और इसी को देखते हुए कोटा बैराज के छह गेटों को 7-7 फिट खोला गया है. कुल 42 फीट गेट खोलकर 51858 क्यूसेक पानी चंबल नदी में छोड़ा जा रहा है. इसके पहले अलर्ट जारी कर दिया गया था, जिसके चलते चंबल नदी में कोटा से लेकर धौलपुर तक पानी की जलस्तर ऊंचा उठ जाएगा. कोटा बैराज में जलस्तर 854 फीट पर पहुंच गया है, ऐसे में उसे 853 पर मेंटेन करने के लिए पानी छोड़ा गया है.
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जनरेटर के बेल्ट को जोड़कर किया रेस्क्यू : नगर निगम के फायरमैन किशन भार्गव ने बताया कि रेलवे कॉलोनी निवासी राहुल शर्मा अपने दोस्तों के साथ कर्णेश्वर महादेव नहाने के लिए गया था. एकाएक पानी का बहाव बढ़ गया, इसके चलते राहुल शर्मा इसमें फंस गया, जबकि उसके अन्य साथी बाहर निकल गए. साथियों ने राहुल को बाहर निकालने की भी कोशिश की, लेकिन वे सफल नहीं हो पाए. किशन भार्गव का कहना है कि उन्होंने अपने भाई गोविंद भार्गव और स्थानीय निवासी के साथ मिलकर राहुल का रेस्क्यू किया है. क्रेशर से जनरेटर की बेल्ट मंगवाकर जोड़ा गया और उसके जरिए राहुल शर्मा तक पहुंचे और उसे सकुशल बाहर निकलवाया है.
अनंतपुरा इलाके में फंसे 35 लोगों को निकाला : एकाएक बारिश आ जाने के चलते गए गेपरनाथ एरिया में भी पांच लोग फंस गए थे. जिन्हें जान पर खेलकर एसडीआरएफ और नगर निगम की रेस्क्यू टीम ने नाव चलाकर लोगों को बाहर निकाला है. नगर निगम के गोताखोर विष्णु श्रृंगी का कहना है कि सभी लोग पिकनिक मनाने के लिए आए थे, लेकिन एकाएक झरने से पानी का बहाव ज्यादा तेज हो गया, जिसके चलते फंस गए. शहर के अनंतपुरा इलाके में पानी भरने के बाद देर रात रेस्क्यू शुरू किया गया है. अब तक 35 लोगों को बाहर निकाल लिया गया है और यह रेस्क्यू लगातार जारी है.
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खड़े गणेश जी मंदिर में भरा पानी : कोटा के खड़े गणेश जी मंदिर में हर साल की तरह इस बार भी बरसाती पानी प्रवेश कर गया है. मंदिर में करीब ढाई फीट तक पानी भर गया है, जिससे भगवान गणेश की आधी प्रतिमा भी इसमें डूब गई है. रंगबाड़ी इलाके के श्रद्धालु प्रहलाद गौतम यहां पर दर्शन करने के लिए पहुंचे थे. उनका कहना है कि पास ही बहने वाले नाले से हर साल अपनी मंदिर में प्रवेश कर जाता है. मंदिर में एक कुंड भी बना हुआ है जिसमें भी पानी भर जाता है. कोटा शहर के निचली बस्तियों में भी पानी भर गया है. डीसीएम और प्रेम नगर इलाके में सड़के दरिया जैसी बन गई थी. इसके अलावा गिरधरपुरा जीएसएस में भी बारिश का पानी भर गया है. ऐसे में आसपास के इलाके की विद्युत सप्लाई बाधित हो गई है.