नाहन: सिरमौर जिले के शिलाई में पांवटा साहिब-शिलाई एनएच 707 पर सुबह 4 बजे पहाड़ी में हुए भूस्खलन से भारी मलबा आ गया. जिसकी वजह से एनएच पर गाड़ियों का आवाजाही बंद है. जहां उत्तरी गांव के समीप भारी भूस्खलन हुआ है. लिहाजा, मुसाफिरों को भारी दुश्वारियों का सामना करना पड़ रहा है. नेशनल हाईवे के दोनों ओर दर्जनों छोटे और बड़े वाहन फंसे हैं.
दरअसल, यह हिमाचल प्रदेश का पहला ग्रीन कॉरिडोर है, जिसका निर्माण कार्य शिलाई विधानसभा क्षेत्र के लोगों के लिए गले की फांस बन चुका है. फेज दो और फेज तीन में निर्माणाधीन ये हाईवे अक्सर बंद हो रहा है. जानकारी के अनुसार राष्ट्रीय राजमार्ग 707 फेज 3 का कार्य कर रही कंपनी की सबलेट कंपनी बरसात के दिनों में भी कटिंग का कार्य जारी रखा है, जिससे उत्तरी के पास भारी भूस्खलन हुआ है. यहां बड़ी बड़ी चट्टानें एनएच पर आ गिरी हैं. भूस्खलन आज सुबह 4 बजे के आसपास में हुआ है.
ग्रामीण सुरेश कुमार, नरेश शर्मा, संजीव ठाकुर, बलदेव सिंह, गुरुदत्त चौहान ने कहा, "मार्ग का कार्य कर रही कंपनी द्वारा क्रेशर और पैरापिट बनाने के लिए बरसात के दिनों में भी पहाड़ पर अंडर कट लगाया गए हैं, जिसके चलते पहाड़ का बड़ा हिसा टूटा है. इससे लोगों की निजी भूमि को भी भारी नुकसान हुआ है".
लोगों ने स्थानीय प्रशासन से गुहार लगाई कि राष्ट्रीय राजमार्ग 707 पर कार्य कर रही कंपनी को बरसात के दिनों में कटिंग पर रोक लगाने के आदेश दिए जाएं और संबंधित कंपनी पर बरसात के समय पहाड़ों की कटिंग करने पर सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाए.
शिलाई उपमंडल के एसडीएम सुरेंद्र मोहन ने कहा, "निर्माणाधीन कंपनी को जल्द से जल्द मार्ग बहाल करने के निर्देश दिए गए हैं".