चंदौली: जिले में गुरुवार को 2 रेलकर्मियों समेत 4 लोगों की मौत हो गई. रेलवे के ट्रेन मैनेजर, टेक्नीशियन, होमगार्ड और स्कूली वाहन चालक ने दम तोड़ दिया. दावा है कि इनकी मौत हीट वेव के कारण हुई. हालांकि अभी इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है. वहीं चालक की मौत से आक्रोशित लोगों ने मुख्यालय स्थित नवीन मंडी के पास हंगामा करते हुए नेशनल हाईवे जाम कर दिया. सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस और आलाधिकारियों ने समझा-बुझाकर लोगों को शांत कराया. वहीं, ट्रेन मैनेजर के इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए रेलकर्मियों ने भी हंगामा किया.
पं. दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन के यार्ड में गुरुवार की शाम चार बजे अंकोढ़ा-गया रूट से आ रही मालगाड़ी के ब्रेक गार्ड में ड्यूटी पर तैनात सासाराम पीरो निवासी ट्रेन मैनेजर सतीश रंजन की तबीयत अचानक बिगड़ गई. मालगाड़ी के रुकने के बाद नीचे उतरते समय सतीश गश खाकर जमीन पर गिर पड़े. रेलकर्मियों ने उन्हें लोको मंडलीय अस्पताल पहुंचाया. लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
मामले की जानकारी देने के लिए यूनियन के पदाधिकारी सीएमएस को फोन करने लगे, लेकिन काफी देर तक उन्होंने फोन नहीं उठाया. यूनियन के लोग अस्पताल पहुंच गए और हंगामा करने लगे. वहीं, सूचना पाकर वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक मुहम्मद इकबाल, वरिष्ठ मंडल कार्मिक अधिकारी सुरजीत सिंह सहित अन्य अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए. घटना की सूचना मृतक के परिवार वालों को भी दी गई. इस संबंध में डॉ. केशव ने बताया, कि पहली नजर में ट्रेन मैनेजर की मौत हीट स्ट्रोक से हुई लगती है. इलाज में किसी तरह की लापरवाही नहीं की गई है.
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इसके अलावा प्लांट डिपो इंजीनियरिंग कारखाना में कार्य करते समय गुरुवार की दोपहर टेक्नीशियन राकेश कुमार के नाक से खून निकलने लगा और वह अचेत हो गए. सहकर्मियों ने उन्हें उठाकर लोको मंडलीय अस्पताल पहुंचाया. यहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. इसके बाद स्कूली वाहन लेकर नवीन मंडी पहुंचे चालक की अचानक तबीयत बिगड़ी. उसे आननफानन में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया. वहां से डॉक्टरों ने उनकी हालत गंभीर देख हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिया. इसी दौरान उसकी मौत हो गई. घटना की जानकारी मिलते ही मंडी पहुंचे अन्य वाहन चालक आक्रोशित हो गए. इस दौरान चालकों ने जमकर हंगामा किया और चक्काजाम कर दिया. आरोप लगाया कि भीषण गर्मी में पानी न मिलने की वजह से चालक की जान चली गई.
सूचना के बाद जिलाधिकारी निखिल टी फुंडे, एडीएम और अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे. जिलाधिकारी ने समझाकर मामला शांत कराया और भरोसा दिलाया कि मृत चालक के परिजनों को मुआवजा दिलाया जाएगा. इसके अलावा सदर कोतवाली से ड्यूटी कर लौट रहे होमगार्ड की भी मौत हो गई. शहाबगंज के सेमरा निवासी बलवंत शर्मा (58 वर्ष) सदर कोतवाली में होमगार्ड थे. गुरुवार की दोपहर ड्यूटी करने के बाद घर वापस लौट रहे थे. इसी दौरान उनकी तबीयत बिगड़ी और मौत हो गई. घटना से महकमे में शोक व्याप्त हो गया. सभी मौतें लू की वजह से बताई जा रही हैं, लेकिन जिला प्रशासन ने अभी तक हीट वेव से एक भी मौत की पुष्टि नहीं की है.