रांची: अप्रैल का महीना अभी खत्म भी नहीं है और गर्मी अपना रंग दिखाने लगी है. मौसम के मामले में मुफिद कहे जाने वाले झारखंड के कई जिलों में लू के थपेड़ों ने लोगों को झुलसाना शुरु कर दिया है. संथाल, कोल्हान और पलामू प्रमंडल में जिंदगी थम सी गई है. 19 अप्रैल को गोड्डा, पाकुड़, सरायकेला और पूर्वी सिंहभूम में पारा 43 डिग्री पहुंच चुका है.
देवघर, दुमका, साहिबगंज, जामताड़ा, धनबाद, पश्चिमी सिंहभूम, गढ़वा, पलामू और चतरा में पारा 42 डिग्री क्रॉस कर चुका है. सिमडेगा, बोकारो, गिरिडीह, कोडरमा में पारा 41 डिग्री की सीमा लांघ चुका है. रांची, खूंटी, लोहरदगा, लातेहार, गुमला, रामगढ़ और हजारीबाग में पारा 38 से 40 के बीच है. इसके बावजूद दिन चढ़ते ही सड़कों पर सन्नाटा पसर जा रहा है. मौसम केंद्र, रांची के मुताबिक अगले कुछ दिनों तक गर्मी से राहत के कोई आसार नजर नहीं आ रहे हैं.
मौसम केंद्र ने 19 अप्रैल के अधिकतम तापमान और हिव वेव की वजह से दुमका, गोड्डा, साहिबगंज, पाकुड़, सरायकेला, पूर्वी सिंहभूम और पश्चिमी सिंहभूम के लिए येलो अलर्ट जारी किया है. 20 और 21 अप्रैल को येलो अलर्ट का दायरा देवघर, जामताड़ा, धनबाद और बोकारो तक पहुंच जाएगा. 22 अप्रैल को संथाल के दुमका, गोड्डा, साहिबगंज और पाकुड़ के अलावा कोल्हान में सरायकेला, पूर्वी सिंहभूम और पश्चिमी सिंहभूम में येलो अलर्ट जारी रहेगा.
मौसम केंद्र ने 11 बजे से 3 बजे के बीच धूप में बाहर जाने से बचने की सलाह दी है. पर्याप्त मात्रा में समय-समय पर पानी पीते रहने, सूती कपड़े पहनने, चश्मा, टोपी और छतरी के इस्तेमाल की भी सलाह दी है. बुजुर्गों, बच्चों और गर्भवती महिलाओं का विशेष ख्याल रखने, पार्क किए गये गाड़ियों में बच्चों या पालतू जानवरों को नहीं छोड़ने का भी सुझाव दिया गया है.
मौसम केंद्र ने अनुमान जताया है कि आने वाले दिनों में पाकुड़, देवघर, दुमका, गोड्डा, जामताड़ा, साहिबगंज पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम और सरायकेला में अधिकतम पारा 43 से 44 डिग्री सेल्सियस के पार जा सकता है. ऐसे समय विशेष सावधानी बरतने की जरुरत है. झुलसाने वाली तपिश के बीच 23 अप्रैल को राज्य को दक्षिणी और मध्य भागों में कहीं-कहीं गर्जन और वज्रपात की भी संभावना जतायी गयी है.
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