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हार्ट और लंग्स ट्रांसप्लांट हुए मरीज की मौत, SMS अस्पताल में हुई थी सर्जरी - PATIENT DIED WHO UNDERGO TRANSPLANT

जयपुर के एसएमएस अस्पताल में तीन दिन पहले जिस मरीज का हार्ट और लंग्स ट्रांसप्लांट हुए थे, उसकी मंगलवार देर रात मौत हो गई.

Patient died who undergo transplant
हार्ट और लंग्स ट्रांसप्लांट हुए मरीज की मौत (ETV Bharat Jaipur)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Dec 18, 2024, 3:37 PM IST

Updated : Dec 18, 2024, 3:56 PM IST

जयपुर: हाल ही में जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में पहला लंग्स ट्रांसप्लांट किया गया था. 23 वर्षीय महिला मरीज का लंग्स के साथ हार्ट ट्रांसप्लांट भी किया गया था. सरकारी क्षेत्र के SMS अस्पताल में पहली बार ऐसा हुआ था जब किसी मरीज में दोनों अंग एक साथ प्रत्यारोपित किए गए, लेकिन तीन दिन बाद ही मरीज ने दम तोड़ दिया. SMS अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सक और प्रवक्ता डॉक्टर मनीष अग्रवाल ने बताया कि सर्जरी कामयाब रही थी, लेकिन यह काफी जटिल सर्जरी थी. चिकित्सकों ने महिला को बचाने का काफी प्रयास किया, लेकिन कामयाबी नहीं मिल पाई, जिसके बाद मरीज ने मंगलवार देर रात दम तोड़ दिया.

किया था एयर लिफ्ट: राजस्थान में पहली बार ऑर्गन एयर लिफ्ट किए गए थे. झालावाड़ में ब्रेन डेड हुए युवक विष्णु प्रसाद के हार्ट, किडनी और लंग्स को एयर एंबुलेंस के जरिए जयपुर लाया गया था. जबकि लिवर और एक किडनी को जोधपुर एम्स पहुंचाया गया था. इन ऑर्गन को ग्रीन कॉरिडोर की बजाय हेलीकॉप्टर से महज सवा घंटे में झालावाड़ से जयपुर लाया गया था. ये पहला मौका था जब एसएमएस मेडिकल कॉलेज में लंग ट्रांसप्लांट हुआ था. लंग्स को रखने के लिए पहले चेन्नई से विशेष फ्लूड भी मंगवाया गया था.

पढ़ें: राजस्थान में पहली बार ऑर्गन किए गए एयरलिफ्ट, ब्रेन डेड विष्णु ने कई लोगों को दी नई जिंदगी - JAIPUR SMS HOSPITAL

विष्णु प्रसाद ने दिया नया जीवन: झालावाड़ में ब्रेन डेड हुए युवक विष्णु प्रसाद के अंगों को दान किया गया था. 13 दिसंबर को परिवार ने उसके ऑर्गन डोनेशन की सहमति दी. इसके बाद रविवार को सुबह 11:30 बजे झालावाड़ से ऑर्गन्स को एयरलिफ्ट कर हेलीकॉप्टर के जरिए जयपुर के एसएमएस मेडिकल कॉलेज लाया गया. आपको बता दें कि ये हेलीकॉप्टर जयपुर एसएमएस मेडिकल कॉलेज के ग्राउंड में लैंड किया था.

जयपुर: हाल ही में जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में पहला लंग्स ट्रांसप्लांट किया गया था. 23 वर्षीय महिला मरीज का लंग्स के साथ हार्ट ट्रांसप्लांट भी किया गया था. सरकारी क्षेत्र के SMS अस्पताल में पहली बार ऐसा हुआ था जब किसी मरीज में दोनों अंग एक साथ प्रत्यारोपित किए गए, लेकिन तीन दिन बाद ही मरीज ने दम तोड़ दिया. SMS अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सक और प्रवक्ता डॉक्टर मनीष अग्रवाल ने बताया कि सर्जरी कामयाब रही थी, लेकिन यह काफी जटिल सर्जरी थी. चिकित्सकों ने महिला को बचाने का काफी प्रयास किया, लेकिन कामयाबी नहीं मिल पाई, जिसके बाद मरीज ने मंगलवार देर रात दम तोड़ दिया.

किया था एयर लिफ्ट: राजस्थान में पहली बार ऑर्गन एयर लिफ्ट किए गए थे. झालावाड़ में ब्रेन डेड हुए युवक विष्णु प्रसाद के हार्ट, किडनी और लंग्स को एयर एंबुलेंस के जरिए जयपुर लाया गया था. जबकि लिवर और एक किडनी को जोधपुर एम्स पहुंचाया गया था. इन ऑर्गन को ग्रीन कॉरिडोर की बजाय हेलीकॉप्टर से महज सवा घंटे में झालावाड़ से जयपुर लाया गया था. ये पहला मौका था जब एसएमएस मेडिकल कॉलेज में लंग ट्रांसप्लांट हुआ था. लंग्स को रखने के लिए पहले चेन्नई से विशेष फ्लूड भी मंगवाया गया था.

पढ़ें: राजस्थान में पहली बार ऑर्गन किए गए एयरलिफ्ट, ब्रेन डेड विष्णु ने कई लोगों को दी नई जिंदगी - JAIPUR SMS HOSPITAL

विष्णु प्रसाद ने दिया नया जीवन: झालावाड़ में ब्रेन डेड हुए युवक विष्णु प्रसाद के अंगों को दान किया गया था. 13 दिसंबर को परिवार ने उसके ऑर्गन डोनेशन की सहमति दी. इसके बाद रविवार को सुबह 11:30 बजे झालावाड़ से ऑर्गन्स को एयरलिफ्ट कर हेलीकॉप्टर के जरिए जयपुर के एसएमएस मेडिकल कॉलेज लाया गया. आपको बता दें कि ये हेलीकॉप्टर जयपुर एसएमएस मेडिकल कॉलेज के ग्राउंड में लैंड किया था.

Last Updated : Dec 18, 2024, 3:56 PM IST
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