गोपालगंज: बिहार के गोपालगंज सदर अस्पताल में महात्मा गांधी की 76वीं पुण्यतिथि मनाई गई. अस्पताल के कुष्ठ रोग विभाग के पास स्वास्थ्य कर्मियों ने महात्मा गांधी की पुण्यतिथि मनाई. इस दौरान उनके तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजिल दी. मौके पर स्वास्थ्य कर्मियों ने कुष्ठ रोगियों का समुचित इलाज करने का शपथ लिया.
जयंती पर याद किए गए महात्मा गांधी: सदर अस्पताल में आयोजित कार्यक्रम में महात्मा गांधी के बताए रास्तों पर चलने का संकल्प लिया गया. इस दौरान अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ केके मिश्रा ने बताया कि आज के ही दिन वर्ष 1948 में राष्ट्र पिता महात्मा गांधी का निधन हुआ था. महात्मा गांधी ने कुष्ठ रोगियों के लिए हमेशा आवाज उठाई थी.
'हिंद स्वराज' में कुष्ठ रोगियों का जिक्र: डॉ केके मिश्रा ने बताया कि 'महात्मा गांधी ने कुष्ठ रोगियों को समाज की मुख्यधारा में शामिल करने के लिए कई प्रयास किए थे. महात्मा गांधी ने कुष्ठ रोगियों के लिए कई पुस्तकें भी लिखी. उन्होंने अपनी पुस्तक "हिंद स्वराज" में कुष्ठ रोगियों के बारे में लिखा था कि कुष्ठ रोग कोई अभिशाप नहीं है. यह एक बीमारी है जिसका इलाज संभव है.'
कुष्ठ रोगियों के लिए जागरुकता अभियना: इस दौरान लोगों के बीच कुष्ठ रोगियों को लेकर एक जागरूकता अभियान चलाया गया. अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी ने बताया कि गांधी जी कुष्ठ रोगियों के प्रति हमेशा संवेदनशील रहे. उन्होंने सारी जनता को यह संदेश दिया कि एमडीटी के दवा से कुष्ठ रोग ठीक हो जाता है. जिसने एमडीटी की दवा खा ली है, वह रोग फैलाने की क्षमता खो देता है. इसलिए उससे घृणा नहीं करनी चाहिए.
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