बून्दी. शहर में डेंगू के केस निकलने के बाद चिकित्सा व स्वास्थ्य विभाग द्वारा शहरी क्षेत्र में घर घर सर्वे का कार्य करवाया गया और संभावित 4281 स्थानों पर डेंगू से बचाव के लिए टेमिफास तथा 2901 स्थानों पर एमएलओ का छिड़काव करवाया गया. वहीं, डेंगू, मलेरिया, जीका, चिकनगुनिया के प्रभाव को रोकने के लिए चिकित्सा विभाग के कार्मिक घर-घर जाकर सर्वे के साथ आमजन से साफ-सफाई की अपील भी कर रहे हैं.
सीएमएचओ डॉ.ओ.पी.सामर ने शहरी क्षेत्र में घर घर सर्वे का आदेश दिया था. इसके तहत विभाग की टीम ने सर्वे किया. इसमें आशा, एएनएम नर्सिंग विद्यार्थी शामिल थे. डॉ सामर ने बताया कि डिप्टी सीएमएचओ डॉ कमलेश शर्मा और उनकी टीम ने शहरी क्षेत्र में 7764 घरों का सर्वे किया, जिसमें 55 घरों में लार्वा एक्टिविटी पाई गई. टीम ने घरों के 8345 कूलरों में भरे पानी की जांच कर उन्हें खाली करवाया. एंटीलार्वा एक्टिविटी के तहत 7881 पानी की टंकियों की जांच करवाई गई, जिसमें 54 टंकियों में लार्वा मिलने पर उन्हें तुरंत खाली कराया गया. चिकित्सा विभाग की टीम ने 3485 परिंडे, 4191 गमले, टायर, और अन्य कबाड़ के 3423 पात्र खाली करवाए.
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सीएमएचओ ने बताया कि एंटीलार्वा एक्टिविटी के तहत शहर के 4281 स्थानों पर डेंगू से बचाव के लिए टेमिफास तथा 2901 स्थानों पर एमएलओ छिड़काव करवाया गया. सर्वे में सीएमएचओ डॉ सामर, डिप्टी सीएमएचओ डॉ कमलेश शर्मा, डॉ जीतेन्द्र चौहान सहित रवीना खान, उगन्ता मीणा, संदीप तेजस्वी सहित टीम के अन्य सदस्य उपस्थित रहे.
ठहरा पानी खाली करने की अपील: सीएमएचओ डॉ ओ पी सामर ने घरों में ठहरा पानी नष्ट करने की अपील की. उन्होंने कहा कि घरों में रुके हुए साफ पानी में मच्छरों का लार्वा पनपता है. यह लार्वा मच्छर बनकर डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया और जीका सहित अनेक बीमारियां फैलाता है. हमें अपने घर से ही इस लार्वा को खत्म करना होगा. उन्होंने कहा कि हमें हर रविवार को आधे घण्टे के लिए अपने घरों में जमा पानी को नष्ट करना है ताकि हमारा परिवार डेंगू-मलेरिया से सुरक्षित रह सके.
डेंगू से बचाव के लिए ये करें उपाय:
- ठहरे पानी को साफ करें.
- बेकार बर्तन व कबाड़ में पानी ना भरने दें.
- खाली बर्तनों को उल्टा रख दें.