ETV Bharat / state

चिकित्सा विभाग का दावा: हीट वेव से प्रदेश में अब तक 5 मरे, अकेले एसएमएस में 4 मौतें, आईसीयू फुल - 5 heat related deaths in Rajasthan

प्रदेश में जारी हीट वेव के दौरान मौत के आंकड़ों पर तकरार जारी है. ऐसे में अब चिकित्सा विभाग ने आंकड़े जारी किए हैं. इसके अनुसार प्रदेश में हीट वेव से 5 मौतें हुई हैं. इनमें से 4 एसएमएस अस्पताल में रिपोर्ट हुई हैं.

5 heat related deaths in Rajasthan
प्रदेश में हीट वेव से 5 मौतें (ETV Bharat Jaipur)
author img

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : May 31, 2024, 5:26 PM IST

जयपुर. हीट वेव से प्रदेश में लगातार हालात बिगड़ रहे हैं और हीट वेव से मौतों के आंकड़ों में भी बढ़ोतरी हो रही है. इसके साथ ही बड़ी संख्या में मरीज हर दिन अस्पतालों में भर्ती हो रहे हैं. प्रदेश में हीट वेव से हो रही मौतों को लेकर चिकित्सा विभाग ने एक स्टेटमेंट भी जारी किया है. विभाग के अनुसार हीट वेव से अब तक प्रदेश में 5 मौतें हुई हैं. इनमें अकेले 4 एसएमएस अस्पताल में हुई हैं और एक अन्य अजमेर में.

चिकित्सा विभाग के बयान में में निदेशक (जन स्वास्थ्य) डॉ रवि प्रकाश माथुर ने कहा है कि विभिन्न मीडिया माध्यमों में हीट वेव से मौतों की जो संख्या प्रकाशित या प्रसारित की जा रही हैं, वे तथ्य से परे हैं. क्योंकि हीट वेव से होने वाली मौतों के प्रमाणिक आंकड़े चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा ही जारी किए जा रहे हैं. यह आंकडे़ भारत सरकार के प्रोटोकॉल के अनुसार डेथ ऑडिट कमेटी द्वारा मौत के कारणों की जांच कर जारी किए जाते हैं.

पढ़ें: चिकित्सा विभाग ने कहा हीट वेव से हुई 2 मौत, जबकि आपदा प्रबंधन विभाग ने 6 मौतों का किया दावा - Heat Wave Related Deaths

उन्होंने कहा है कि डेथ ऑडिट कमेटी हीट स्ट्रोक से संदिग्ध मौतों की जांच भारत सरकार द्वारा निर्धारित पैरामीटर्स के अनुसार करती है. इन पैरामीटर्स के अनुसार यदि कोई मौत हीट स्ट्रोक से पाई जाती है, तो उसे प्रमाणित कर उसकी रिपोर्ट आईएचआईपी पोर्टल पर अपलोड की जाती है. आईएचआईपी पोर्टल पर जारी आंकडे़ ही प्रमाणिक हैं. उन्होंने कहा कि चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार तेज गर्मी के दौरान गंभीर बीमारियों एवं अन्य कारणों से भी मौतें हो जाती हैं. प्रोटोकॉल के अनुसार उन्हें हीट स्ट्रोक से होना नहीं माना जा सकता.

पढ़ें: पीसीसी चीफ डोटासरा का राज्य सरकार पर हमला, कहा- हीट वेव से मौत के आंकड़े छिपा रही सरकार - Dotasara Targeted State Government


अब तक 5 मौत:

  1. अब तक 117521 मरीज अस्पतालों की इमरजेंसी में पहुंचे.
  2. जिनमें 4818 मरीज हीट वेव की चपेट में आए हैं.
  3. इसके साथ ही पांच मरीजों की मौत अभी तक दर्ज की गई है.
  4. जिसमें अकेले एसएमएस अस्पताल में चार मरीजों की मौत हुई है.
  5. जबकि एक मरीज की मौत अजमेर में हुई है.

पढ़ें: हाईकोर्ट ने लू से उपजे हालातों पर लिया स्वप्रेरित प्रसंज्ञान, मरने वालों के आश्रितों को मुआवजा देने के आदेश - Heat Wave In Rajasthan


इमरजेंसी आईसीयू फुल: जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल की बात करें, तो हीट वेव की चपेट में आने के बाद बड़ी संख्या में मरीज अस्पताल पहुंच रहे हैं. सवाई मानसिंह अस्पताल का इमरजेंसी आईसीयू फुल हो चुका है. जिसके बाद अस्पताल प्रशासन ने एक अतिरिक्त आईसीयू को रिजर्व किया है. वहीं शुक्रवार को जयपुर के अम्बाबाड़ी क्षेत्र में एक युवक अचेत अवस्था में मिला, जिसे कांवटिया अस्पताल में भर्ती किया गया.

जयपुर. हीट वेव से प्रदेश में लगातार हालात बिगड़ रहे हैं और हीट वेव से मौतों के आंकड़ों में भी बढ़ोतरी हो रही है. इसके साथ ही बड़ी संख्या में मरीज हर दिन अस्पतालों में भर्ती हो रहे हैं. प्रदेश में हीट वेव से हो रही मौतों को लेकर चिकित्सा विभाग ने एक स्टेटमेंट भी जारी किया है. विभाग के अनुसार हीट वेव से अब तक प्रदेश में 5 मौतें हुई हैं. इनमें अकेले 4 एसएमएस अस्पताल में हुई हैं और एक अन्य अजमेर में.

चिकित्सा विभाग के बयान में में निदेशक (जन स्वास्थ्य) डॉ रवि प्रकाश माथुर ने कहा है कि विभिन्न मीडिया माध्यमों में हीट वेव से मौतों की जो संख्या प्रकाशित या प्रसारित की जा रही हैं, वे तथ्य से परे हैं. क्योंकि हीट वेव से होने वाली मौतों के प्रमाणिक आंकड़े चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा ही जारी किए जा रहे हैं. यह आंकडे़ भारत सरकार के प्रोटोकॉल के अनुसार डेथ ऑडिट कमेटी द्वारा मौत के कारणों की जांच कर जारी किए जाते हैं.

पढ़ें: चिकित्सा विभाग ने कहा हीट वेव से हुई 2 मौत, जबकि आपदा प्रबंधन विभाग ने 6 मौतों का किया दावा - Heat Wave Related Deaths

उन्होंने कहा है कि डेथ ऑडिट कमेटी हीट स्ट्रोक से संदिग्ध मौतों की जांच भारत सरकार द्वारा निर्धारित पैरामीटर्स के अनुसार करती है. इन पैरामीटर्स के अनुसार यदि कोई मौत हीट स्ट्रोक से पाई जाती है, तो उसे प्रमाणित कर उसकी रिपोर्ट आईएचआईपी पोर्टल पर अपलोड की जाती है. आईएचआईपी पोर्टल पर जारी आंकडे़ ही प्रमाणिक हैं. उन्होंने कहा कि चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार तेज गर्मी के दौरान गंभीर बीमारियों एवं अन्य कारणों से भी मौतें हो जाती हैं. प्रोटोकॉल के अनुसार उन्हें हीट स्ट्रोक से होना नहीं माना जा सकता.

पढ़ें: पीसीसी चीफ डोटासरा का राज्य सरकार पर हमला, कहा- हीट वेव से मौत के आंकड़े छिपा रही सरकार - Dotasara Targeted State Government


अब तक 5 मौत:

  1. अब तक 117521 मरीज अस्पतालों की इमरजेंसी में पहुंचे.
  2. जिनमें 4818 मरीज हीट वेव की चपेट में आए हैं.
  3. इसके साथ ही पांच मरीजों की मौत अभी तक दर्ज की गई है.
  4. जिसमें अकेले एसएमएस अस्पताल में चार मरीजों की मौत हुई है.
  5. जबकि एक मरीज की मौत अजमेर में हुई है.

पढ़ें: हाईकोर्ट ने लू से उपजे हालातों पर लिया स्वप्रेरित प्रसंज्ञान, मरने वालों के आश्रितों को मुआवजा देने के आदेश - Heat Wave In Rajasthan


इमरजेंसी आईसीयू फुल: जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल की बात करें, तो हीट वेव की चपेट में आने के बाद बड़ी संख्या में मरीज अस्पताल पहुंच रहे हैं. सवाई मानसिंह अस्पताल का इमरजेंसी आईसीयू फुल हो चुका है. जिसके बाद अस्पताल प्रशासन ने एक अतिरिक्त आईसीयू को रिजर्व किया है. वहीं शुक्रवार को जयपुर के अम्बाबाड़ी क्षेत्र में एक युवक अचेत अवस्था में मिला, जिसे कांवटिया अस्पताल में भर्ती किया गया.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.