ETV Bharat / state

जानिए वह कौन सा है फल, जिसकी वजह से आग में झुलस रहे हैं हजारीबाग के जंगल - Hazaribag forest caught fire - HAZARIBAG FOREST CAUGHT FIRE

Fire in hazaribag Forest. हजारीबाग के इचाक स्थित जंगल में आग लगी हुई है. आग लगने की वजह सरई बताई जा रही है, जिसके लिए ग्रामीण जंगल में आग लगा देते हैं, वही आग बढ़कर विकराल रूप ले लेती है.

Hazaribag forest caught fire because of Sarai fruit
हजारीबाग के जंगल में आग (ईटीवी भारत)
author img

By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Jun 16, 2024, 10:01 AM IST

Updated : Jun 16, 2024, 10:13 AM IST

हजारीबागः महुआ के बाद अब गांव के लोग सरई (साल पेड़ का फल) चुनने के लिए जंगलों में आग लगा दे रहे हैं. हजारीबाग के इचाक प्रखंड के पश्चिमी वन प्रमंडल के डाढा गांव पंचायत के डाढा जंगल में लगभग बीस एकड़ क्षेत्र में आग लगी हुई है. बताया जाता है कि स्थानीय ग्रामीण ने फूल चुनने के उद्देश्य से जंगल में आग लगा देते हैं. जिससे सूखे पत्ते जल जाते हैं और उसके बाद फूल तोड़ा जाता है.

हजारीबाग के जंगल में लगी आग पर रिपोर्ट (ईटीवी भारत)

झारखंड की पहचान पेड़ पौधे और जंगल से है. हजारीबाग में पेड़ पौधों का अस्तित्व खतरा में नजर आ रहा है. हजारीबाग के पश्चिमी वन प्रमंडल क्षेत्र के डाढा गांव के कई एकड़ जंगल में आग लगा दी गई है. ग्रामीण बताते हैं कि सरई (साल पेड का फल) चुनने के लिए लोग जंगलों में आग लगा देते हैं. आग से हजारों की संख्या में पेड़ पौधों को नुकसान पहुंच रहा है. ग्रामीणों ने बताया कि स्थानीय स्तर से आग पर काबू पाने का प्रयास किया गया.लेकिन आग काफी विकराल रूप ले चुकी है. जंगल में पानी के पर्याप्त साधन नहीं होने की वजह से आग पर काबू नहीं पाया जा सका. वहीं जंगलों में हो रही अगलगी की घटना को लेकर वन विभाग को भी सूचना दी गई लेकिन उनका रवैया उदासीन दिख रहा है.

वन बचाव समिति के सदस्य सरयू मेहता भी बताते हैं कि लोगों को जंगल में आग नहीं लगानी चाहिए. आग लगाने से वृक्ष को नुकसान होता है. कई छोटे छोटे पौधे झुलस जाते हैं, जिससे उनकी मौत हो जाती है. यही नहीं जंगल में जीव जंतु भी रहते हैं. उनका भी अस्तित्व खतरा में पड़ जाता है. ग्रामीण थोड़े से पैसे की लालच में आग लगा दे रहे हैं. वहीं वन विभाग भी सक्रिय नहीं है.

ये भी पढ़ेंः

गिरिडीह में बगोदर के जंगल में लगी आग, ग्रामीणों ने समय रहते पाया काबू - Fire broke out in forest

हजारीबाग के जंगल में लगी है भीषण आग, तीन दिन से बुझाने की कोशिश जारी - fire broke out in Hazaribag forest

हजारीबागः महुआ के बाद अब गांव के लोग सरई (साल पेड़ का फल) चुनने के लिए जंगलों में आग लगा दे रहे हैं. हजारीबाग के इचाक प्रखंड के पश्चिमी वन प्रमंडल के डाढा गांव पंचायत के डाढा जंगल में लगभग बीस एकड़ क्षेत्र में आग लगी हुई है. बताया जाता है कि स्थानीय ग्रामीण ने फूल चुनने के उद्देश्य से जंगल में आग लगा देते हैं. जिससे सूखे पत्ते जल जाते हैं और उसके बाद फूल तोड़ा जाता है.

हजारीबाग के जंगल में लगी आग पर रिपोर्ट (ईटीवी भारत)

झारखंड की पहचान पेड़ पौधे और जंगल से है. हजारीबाग में पेड़ पौधों का अस्तित्व खतरा में नजर आ रहा है. हजारीबाग के पश्चिमी वन प्रमंडल क्षेत्र के डाढा गांव के कई एकड़ जंगल में आग लगा दी गई है. ग्रामीण बताते हैं कि सरई (साल पेड का फल) चुनने के लिए लोग जंगलों में आग लगा देते हैं. आग से हजारों की संख्या में पेड़ पौधों को नुकसान पहुंच रहा है. ग्रामीणों ने बताया कि स्थानीय स्तर से आग पर काबू पाने का प्रयास किया गया.लेकिन आग काफी विकराल रूप ले चुकी है. जंगल में पानी के पर्याप्त साधन नहीं होने की वजह से आग पर काबू नहीं पाया जा सका. वहीं जंगलों में हो रही अगलगी की घटना को लेकर वन विभाग को भी सूचना दी गई लेकिन उनका रवैया उदासीन दिख रहा है.

वन बचाव समिति के सदस्य सरयू मेहता भी बताते हैं कि लोगों को जंगल में आग नहीं लगानी चाहिए. आग लगाने से वृक्ष को नुकसान होता है. कई छोटे छोटे पौधे झुलस जाते हैं, जिससे उनकी मौत हो जाती है. यही नहीं जंगल में जीव जंतु भी रहते हैं. उनका भी अस्तित्व खतरा में पड़ जाता है. ग्रामीण थोड़े से पैसे की लालच में आग लगा दे रहे हैं. वहीं वन विभाग भी सक्रिय नहीं है.

ये भी पढ़ेंः

गिरिडीह में बगोदर के जंगल में लगी आग, ग्रामीणों ने समय रहते पाया काबू - Fire broke out in forest

हजारीबाग के जंगल में लगी है भीषण आग, तीन दिन से बुझाने की कोशिश जारी - fire broke out in Hazaribag forest

Last Updated : Jun 16, 2024, 10:13 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.