ETV Bharat / state

पिता का अनोखा संकल्प ; कांवड़ में बैठाकर दिया बेटियां किसी मायने में बेटों से कम नहीं का संदेश - kanwar yatra 2024 - KANWAR YATRA 2024

कांवड़ यात्रा (Kanwar Yatra 2024) के दौरान हाथरस के एक शख्स ने अनोखा संकल्प लेकर बेटियां किसी मायने में बेटों से कम नहीं का संदेश दिया. हाथरस का यह शख्स गंगाजल लाने के दौरान अपनी जुड़वां बेटियों को कांवड़ में बैठाकर क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गया है.

बेटियों को लेकर कांवड़ यात्रा करते अनिल.
बेटियों को लेकर कांवड़ यात्रा करते अनिल. (Photo Credit: ETV Bharat)
author img

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Aug 19, 2024, 9:34 PM IST

बेटियों को कांवड़ यात्रा कराने के वाले अनिल. देखें खबर (Video Credit : ETV Bharat)

हाथरस : प्रधानमंत्री के बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के संदेश से प्रेरित हाथरस के एक शख्स ने अनोखा संकल्प लिया. शख्स ने अपनी जुड़वां बेटियों को कांवड़ बैठाकर तीर्थ दर्शन कराए तो यह घटना क्षेत्र के लिए लोगों के लिए मिसाल बन गई. शख्स ने अपनी दोनों को कांवड़ में बैठाकर सोरों गंगाघाट से अपने गांव तक लाया. युवक के घर पहुंचने पर लोग उसकी खूब सराहना कर रहे हैं.

माता पिता के साथ बेटियां.
माता पिता के साथ बेटियां. (Photo Credit: ETV Bharat)

हाथरस के गांव बदनपुर के रहने वाले अनिल ने सावन में भोले बाबा को गंगाजल चढ़ाने का संकल्प लिया था. इस दौरान वह कांवड़ लेकर घर से निकला तो उसने अपनी जुड़वां बेटियों को भी कांवड़ में बैठा लिया. सोरों गंगाघाट से गंगा जल लेकर वह कांवड़ में बैठाए बेटियों को जिधर ने निकलता लोग कौतूहलवश उसे देखते रहते. करीब 100 किलोमीटर के सफर में उसे हर कोई शुभकामनाएं दे रहा था.


अनिल के घर पहुंचने पर गांववालों ने भी स्वागत किया और इस नेक कार्य की सराहना की. अनिल का कहना है कि उसने अपनी जुड़वां बेटियों को कांवड़ यात्रा कराकर 'बेटियां किसी भी मायने में लड़कों से कम नहीं' होने का संदेश देने की कोशिश की है. हमें किसी भी दशा में देवी स्वरूप बेटियों को सम्मान देना चाहिए. बेटियों के साथ दुर्व्यवहार नहीं करना चाहिए. बेटियों को पढ़ा लिखा कर उन्हें तरक्की के समान अवसर देने चाहिए, ताकि उनका भविष्य उज्ज्वल हो सके.

यह भी पढ़ें : कांवड़ यात्रा 2024; शादी के लिए अच्छी लड़की मिलने की कामना से हरिद्वार से ले लाया 201 लीटर गंगाजल - Kanwad Yatra 2024

यह भी पढ़ें : कांवड़ यात्रा 2024 ; दुकानों पर नाम लिखने के फैसले पर सुप्रीम कोर्ट की रोक, दुकानदारों और कांवड़ियों ने कह दी बड़ी बात - Supreme Court order on Kanwar Yatra

बेटियों को कांवड़ यात्रा कराने के वाले अनिल. देखें खबर (Video Credit : ETV Bharat)

हाथरस : प्रधानमंत्री के बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के संदेश से प्रेरित हाथरस के एक शख्स ने अनोखा संकल्प लिया. शख्स ने अपनी जुड़वां बेटियों को कांवड़ बैठाकर तीर्थ दर्शन कराए तो यह घटना क्षेत्र के लिए लोगों के लिए मिसाल बन गई. शख्स ने अपनी दोनों को कांवड़ में बैठाकर सोरों गंगाघाट से अपने गांव तक लाया. युवक के घर पहुंचने पर लोग उसकी खूब सराहना कर रहे हैं.

माता पिता के साथ बेटियां.
माता पिता के साथ बेटियां. (Photo Credit: ETV Bharat)

हाथरस के गांव बदनपुर के रहने वाले अनिल ने सावन में भोले बाबा को गंगाजल चढ़ाने का संकल्प लिया था. इस दौरान वह कांवड़ लेकर घर से निकला तो उसने अपनी जुड़वां बेटियों को भी कांवड़ में बैठा लिया. सोरों गंगाघाट से गंगा जल लेकर वह कांवड़ में बैठाए बेटियों को जिधर ने निकलता लोग कौतूहलवश उसे देखते रहते. करीब 100 किलोमीटर के सफर में उसे हर कोई शुभकामनाएं दे रहा था.


अनिल के घर पहुंचने पर गांववालों ने भी स्वागत किया और इस नेक कार्य की सराहना की. अनिल का कहना है कि उसने अपनी जुड़वां बेटियों को कांवड़ यात्रा कराकर 'बेटियां किसी भी मायने में लड़कों से कम नहीं' होने का संदेश देने की कोशिश की है. हमें किसी भी दशा में देवी स्वरूप बेटियों को सम्मान देना चाहिए. बेटियों के साथ दुर्व्यवहार नहीं करना चाहिए. बेटियों को पढ़ा लिखा कर उन्हें तरक्की के समान अवसर देने चाहिए, ताकि उनका भविष्य उज्ज्वल हो सके.

यह भी पढ़ें : कांवड़ यात्रा 2024; शादी के लिए अच्छी लड़की मिलने की कामना से हरिद्वार से ले लाया 201 लीटर गंगाजल - Kanwad Yatra 2024

यह भी पढ़ें : कांवड़ यात्रा 2024 ; दुकानों पर नाम लिखने के फैसले पर सुप्रीम कोर्ट की रोक, दुकानदारों और कांवड़ियों ने कह दी बड़ी बात - Supreme Court order on Kanwar Yatra

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.