फतेहाबाद/चरखी दादरी/अंबाला/भिवानी: हरियाणा की अनाज मंडियां इन दिनों अनाज से भरी पड़ी है. यहां तक की बस स्टैंड भी अन्न से लबालब भरे पड़े हैं. ऐसे में किसानों-आढ़तियों समेत आम जन को भी भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. उधर मौसम विभाग ने भी बरसात की चेतावनी जारी की है. ऐसे में किसानों की समस्याएं दोगुना बढ़ चुकी हैं. वहीं, मंडी में गेहूं और सरसों की फसल का उठान धीमी प्रक्रिया से चल रहा है. किसानों की पहले ही फसल बरसात में भीग चुकी है. जिससे गेहूं और सरसों की गुणवत्ता काफी कम हो गई है. आलम ये है कि आढ़ती और किसानों के साथ-साथ व्यापारी भी काफी रोष में है.
फतेहाबाद में बारदाना नहीं मिलने से परेशानी: बात फतेहाबाद की मंडी की स्थिति की करें तो यहां पर भी हालात काफी गंभीर हो गए हैं. मार्केट कमेटी कार्यालय परिसर में व्यापारियों ने रोष प्रदर्शन शुरू कर दिया है. व्यापारी खरीद एजेंसियों को लापरवाही बता रहे हैं. उनका कहना है कि बारदान नहीं मिलने के कारण फसल की खरीद पर ब्रेक लगा हुआ है. गेहूं का उठान भी प्रभावित हो रहा है. अब व्यापारियों ने प्रशासन को चेतावनी दी है कि यदि उन्हें बरादाना नहीं मिलता तो वो मंडी बंद करेंगे.
भिवानी में भड़के आढ़ती: भिवानी की बात करें तो सरसों का धीमा उठान और कर्मचारियों की मनमानी को लेकर आढ़ती बिफर गए और मार्केट कमेटी आगे धरना दिया. आढ़तियों ने कर्मचारियों पर सरसों के उठान में मनमानी करने और धीमा उठान होने की वजह से किसानों के भुगतान अटकने पर रोष जताया और नारेबाजी की. धरने की सूचना मिलने पर दिलबाग सिंह ने मौके पर पहुंचकर आढ़तियों को जल्द उठान का आश्वासन दिया. जिसके बाद आढ़तियों ने धरना खत्म किया.
अब तक कितना हुआ उठान?: गौरतलब है कि भिवानी की चारा मंडी व नई अनाज मंडी समेत पांच लाख क्विंटल सरसों की खरीद हो चुकी है. लेकिन मंडी से अब तक मात्र 70 हजार क्विंटल सरसों का ही उठान हुआ है. वहीं, गेहूं की आवक भी तेज हो गई है. इसके साथ ही भिवानी मंडी में अब तक करीब 3 लाख क्विंटल गेहूं की सरकारी खरीद हो गई है.
अंबाला में भी परेशानी भारी: अंबाला अनाज मंडी में प्रशासन का कहना है कि वे एजेंसियों को बार-बार कह रहे हैं कि फसलों का जल्दी उठान करें. मंडी सचिव की मानें तो मंडी में अब तक 1 लाख 38 हजार क्विंटल की आवक हो चुकी है. जिसमें एक लाख तीस हजार की खरीद कर चुके हैं और 43 हजार से ज्यादा क्विंटल का उठान हो चुका है. उन्होंने कहा कि इस बार किसानों की गेहूं की फसल अच्छी हुई है. ज्यादातर खराब मौसम रहने के बावजूद भी किसानों को फायदा हुआ है. अपनी फसल मंडी में लाकर गेट पास के जरिए बेच रहे हैं. लेकिन कुछ फसलें अभी भी खेतों में पकी पड़ी है. वहीं, मंडी के बाहर किसानों के ट्रैक्टरों की काफी लंबी लाइनें लगी हैं.
दादरी अनाज मंडी में भी किसान परेशान हैं: अनाज मंडी में सरकारी रेट पर अपनी फसलों को बेचने पहुंचे किसानों को कभी गेट पास तो कभी टोकन के लिए काफी दौड़-धूप करनी पड़ रही है. हालात ऐसे हैं कि किसानों को अपने वाहनों के साथ कई किलोमीटर की दूरी लाइनों में तय करनी पड़ रही है. वहीं, गेट पास व टोकन के लिए भी अलग-अलग लाइनों में लगकर मंडी में एंट्री करने पर मजबूर होना पड़ रहा है. दादरी अनाज मंडी में अब तक लाखों क्विंटल सरसों व गेहूं की आवक हो चुकी है. बावजूद इसके उठान धीमा होने के कारण पूरी मंडी सरसों के साथ गेहूं की ढेरियों से अटी पड़ी है. ऐसे में किसानों व आढतियों को काफी परेशानियां हो रही हैं.
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