करनाल: विधानसभा चुनाव को लेकर हरियाणा सरकार ने प्रदेश वासियों के लिए कई बड़ी घोषणाएं की है. ताकि आने वाले विधानसभा चुनाव में उनको जनसमर्थन मिल सके. क्योंकि लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को हरियाणा की 10 लोकसभा सीटों में से सिर्फ 5 सीटों पर ही जीत हासिल हुई थी. वहीं, किसान भी पिछले काफी समय से भारतीय जनता पार्टी से नाराज चल रहे थे. जिसकी एक बड़ी वजह किसान आंदोलन रहा है. क्योंकि किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की मांग कर रहे थे.
किसानों के लिए एक और बड़ी घोषणा: हरियाणा सरकार द्वारा कुछ समय पहले ही न्यूनतम समर्थन मूल्य 10 फसलों पर देने की घोषणा की है. जिसके चलते किसानों में खुशी की लहर है. तो वहीं अब किसानों के लिए हरियाणा सरकार द्वारा एक और बड़ी घोषणा की गई है. सरकार ने ऐलान किया है कि खरीफ की फसल पर किसानों को बोनस दिया जाएगा.
20 हजार प्रति एकड़ पर बोनस: हरियाणा सरकार द्वारा पिछले सप्ताह चंडीगढ़ में एक कैबिनेट मीटिंग रखी गई थी. जिसमें हरियाणा प्रदेश के लोगों के लिए कई बड़ी घोषणाएं की गई. उनमें से ही एक घोषणा थी कि हरियाणा में प्रत्येक किसान को खरीफ की फसल पर ₹2000 प्रति एकड़ बोनस के तौर पर दिए जाएंगे. ताकि उनको थोड़ा फायदा हो सके. मुख्यमंत्री ने मीडिया ब्रीफिंग में कहा था कि इस वर्ष हरियाणा में मई, जून ओर जुलाई में पिछले साल की अपेक्षा कम बारिश हुई है. जिसके चलते किसानों की फसल की पैदावार कम होने के आसार लग रहे हैं. इसी के चलते किसानों को ₹2000 प्रति एकड़ बोनस देने की बात सरकार के द्वारा कही गई है.
इन फसलों पर मिलेगा बोनस: मुख्यमंत्री ने कहा था कि इस वर्ष कम बारिश होने के चलते सभी फसलों पर इसका प्रभाव पड़ा है. जिसमें किसानों की लागत अधिक आती है और पैदावार कम होने के अनुमान लगाए जा रहे हैं. इसके चलते खरीफ की फसल में जितनी भी फसल आती है. सभी पर बोनस दिया जाएगा. चाहे वह फल, फूल, सब्जी कुछ भी हो सभी पर बोनस देने की बात कही गई है. हालांकि पहले सिर्फ सरकार द्वारा गेहूं व धान की फसल पर ही बोनस दिया जाता था. तो ऐसा पहली बार होगा जब किसानों को सभी फसलों पर बोनस मिलने जा रहा है.
15 अगस्त तक करें पंजीकरण: हरियाणा सरकार और हरियाणा कृषि विभाग द्वारा खरीफ की फसलों का पंजीकरण 31 अगस्त तक करने की बात कही गई है. लेकिन मुख्यमंत्री ने मीडिया ब्रीफिंग में कहा था कि हरियाणा के किसानों को खरीफ की फसल पर 2000 प्रति एकड़ बोनस के तौर पर दिए जाने के लिए अपना पंजीकरण 15 अगस्त तक कराना अनिवार्य होगा. जो भी किसान भाई अपना पंजीकरण मेरा फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर 15 अगस्त तक करते हैं, उनको इस योजना का लाभ दिया जाएगा. ऐसे में उन्होंने हरियाणा के सभी किसानों से अपील की थी कि सभी किसान भाई 15 अगस्त तक अपनी फसल का पंजीकरण पोर्टल पर अवश्य करें. ताकि इसका लाभ मिल सके.
पंजीकरण के लिए जरूरी दस्तावेज: किसान भाई किसी भी सीएससी सेंटर पर जाकर अपनी फसल का पंजीकरण मेरा फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर कर सकते हैं. पंजीकरण करने के लिए किसानों को अपनी फसल का विवरण पोर्टल पर डालना होता है कि उसने कितने एकड़ में कौन सी फसल लगाई है. उसके साथ-साथ उसको अपना आधार कार्ड, बैंक खाता, फोन नंबर और अपने कमीशन एजेंट का विवरण भी उसमें डालना होता है. ऐसे में उसकी फसल का पूरा विवरण सरकार और कृषि विभाग के पास चला जाता है. जैसे ही किसान की धान या अन्य फैसले काटने के लिए तैयार हो जाती है, तो वह पंजीकरण होने के चलते आसानी से अपनी फसल को बेच सकते हैं. मुख्यमंत्री ने कहा था कि जिस किसान भाई के पास एक एकड़ से कम जमीन है. उनको भी इसका फायदा मिलेगा. इसलिए ज्यादा से ज्यादा किसान 15 अगस्त तक अपनी फसल का पंजीकरण कर लें. ताकि वे सरकार के द्वारा चलाई गई इस योजना का लाभ उठा पाए.
जिला कृषि विभाग के पास स्कीम का नहीं पहुंचा लेटर: सरकार के द्वारा की गई बोनस घोषणा के ऊपर जब कृषि विभाग के कृषि उपनिदेशक करनाल डॉ. वजीर सिंह से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा घोषणा पिछले सप्ताह की गई है. अभी जिला कृषि विभाग के पास सरकार या हेड ऑफिस की तरफ से कोई भी लेटर नहीं पहुंचा है. लेकिन फिर भी वह किसानों से अपील करते हैं कि जल्द से जल्द सभी किसान भाई 15 अगस्त तक अपनी फसल का पंजीकरण करा लें. जिसे वह इस योजना का लाभ उठा सके.