चंडीगढ़: हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी की तरफ से बुधवार को विभिन्न मुद्दों को लेकर राजभवन का घेराव और प्रदर्शन किया गया. इस विरोध प्रदर्शन में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष उदयभान और पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के साथ ही कई विधायक और नेता शामिल हुए. एआईसीसी के निर्देश पर हुए इस राजभवन घेराव के तहत कांग्रेस ने गौतम अडानी, मणिपुर हिंसा, गोलीबारी, कर्फ्यू और व्यापक अराजकता के साथ ही किसानों के मुद्दे पर प्रदर्शन किया.
चंडीगढ़ पुलिस ने कांग्रेस कार्यालय से कुछ दूरी पर सेक्टर 9 में ही कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं को रोक लिया. जहां पर करीब आधा घंटे से ज्यादा वक्त तक इन नेताओं ने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. मार्च के बाद मीडिया से बात करते हुए पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि किसान, पूंजी पत्तियों को संरक्षण, भ्रष्टाचार और मणिपुर जैसे मुद्दों को लेकर राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा गया. उन्होंने कहा कि आज देश का किसान सरकार की गलत नीतियों से परेशान है. किसान आंदोलन करने को मजबूर है. किसान देश की सरकार के सामने अपनी मांग पहुंचने के लिए दिल्ली जाना चाहते हैं लेकिन सरकार उन्हें पैदल भी नहीं जाने दे रही.
हरियाणा में किसानों की सभी फसलें न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदने पर भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि हरियाणा में किसान 24 फसलें उगाते ही नहीं हैं. हाल ही में धान की खरीद भी न्यूनतम समर्थन मूल्य पर नहीं हुई. किसानों को नमी के नाम पर परेशान किया गया. बाजार में न्यूनतम समर्थन मूल्य से कम दाम मिला. एमएसपी किसानों की जायज मांग है. सरकार को तुरंत इसे मानना चाहिए. उन्होंने कहा कि 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने का मोदी सरकार ने वादा किया था. आय दोगुनी नहीं हुई लेकिन लागत बढ़ गई है.