चंडीगढ़: हरियाणा कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में हार पर मंथन के लिए 8 सदस्य कमेटी का गठन किया है. लेकिन इस कमेटी में सभी लोग हुड्डा गुट के होने पर सैलजा गुट सवाल उठा रहा है. हार पर मंथन में भी कांग्रेस की गुटबाजी साफ दिखाई दे रही है. वहीं, बीजेपी के नेता भी इस पर चुटकी ले रहे हैं
कांग्रेस की हार पर मंथन करेगी कमेटी: कांग्रेस की हार की वजह को लेकर कांग्रेस की गठित कमेटी की दिल्ली में बैठक हुई. बैठक के बाद कमेटी के अध्यक्ष करण दलाल ने कहा कि 9 नवंबर को कांग्रेस की समीक्षा कमेटी दूसरी बैठक करेगी. वे विधानसभा चुनाव में हुई धांधली पर रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं. 9 नवंबर को सभी हारे हुए कांग्रेस प्रत्याशियों से चर्चा की जाएगी. जिसमें चुनाव में अधिकारियों और सरकार की भूमिका एवं ईवीएम के दुरुपयोग पर रिपोर्ट तैयार की जाएगी. तमाम प्रत्याशियों से चर्चा के बाद कमेटी की रिपोर्ट को लेकर कांग्रेस कोर्ट जा सकती है. उनका कहना है कि कांग्रेस की बनी हुई सरकार को भाजपा ने नहीं बनने दिया.
पार्टी के नेता शमशेर गोगी कमेटी पर सवाल उठा रहे हैं, इस पर करण दलाल ने कहा कि यह कमेटी पार्टी के द्वारा बनाई गई है. पार्टी यह जानना चाहती है कि आखिर कमी कहां हुई है. इस कमेटी में आफताब अहमद जैसे वरिष्ठ विधायक भी हैं. जो रिपोर्ट तैयार होगी, उस पर वकीलों से राय ली जाएगी. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग अपनी मर्यादाओं के अनुसार काम नहीं कर रहा है.
शमशेर गोगी ने कमेटी पर उठाए सवाल: असंध के पूर्व कांग्रेस विधायक शमशेर गोगी ने कहा कि पहले ICC ने फैक्ट फाइंडिंग कमेटी बनी हुई है और उन्होंने रिपोर्ट भी दे दी है. अब कहां से प्रदेश कांग्रेस को इस कमेटी बनाने की जरूरत पड़ी. सिर्फ लीपापोती हो रही है. जिन लोगों ने सारी पार्टी का नाश किया, वहीं अब ऐसा कर रहे हैं पीछे वही है. उन्होंने कहा कमेटी बनानी थी, तो उनको सीनियर लोगों को लेना चाहिए था. जिन्होंने चुनाव नहीं लड़ा, उसमें कैप्टन अजय यादव थे वीरेंद्र सिंह थे और भी कई नेता हैं. वहीं, उन्होंने कांग्रेस प्रभारी दीपक बावरिया पर भी कई तरह के आरोप लगाए. उन्होंने कहा कहीं ना कहीं मुझे लग रहा है कि दीपक बावरिया भारतीय जनता पार्टी को फायदा पहुंचा रहे थे, जो उनकी वर्किंग थी.
अनिल विज ने कांग्रेस की कमेटी पर क्या कहा?: कांग्रेस की हार के कारण का पता लगाने के लिए कांग्रेस की बनाई गई. कमेटी को लेकर हरियाणा के परिवहन मंत्री अनिल विज कटाक्ष करते हुए कहते हैं कि हार की वजह तो मैं ही बता देता हूं. दूर उसको वे कर लें. जब राहुल गांधी चुनाव के दौरान हरियाणा आए थे. मैंने कहा था कि उनका आना हमारे लिए शुभ है. क्योंकि जिस जिस प्रदेश में वे जाते हैं. कांग्रेस वहां हार जाती है. मेरे कथन अनुसार शत प्रतिशत वहीं हुआ. राहुल गांधी को कैसे रोकना है. उसके बारे में वे खुद तय कर लें. वे अभी तक कांग्रेस के विधायक दल के नेता न होने पर कहते हैं, कि नेता पार्टियों में होते हैं गुटों में नहीं होते. इसलिए उनको दिक्कत आ रही है. कांग्रेस पार्टी नहीं है, यह ग्रुपों का ग्रुप है.
क्या कहते हैं कांग्रेस के मंथन पर जानकार?: क्या ऐसे में हरियाणा कांग्रेस हार की सही वजह का पता लग पाएगा? क्या ऐसे मंथन से होगा पार्टी को कोई लाभ ? राजनीतिक मामलों के जानकार धीरेंद्र अवस्थी कहते हैं कि जब आईसीसी ने फैक्ट फाइंडिंग कमेटी बना ली थी. वह रिपोर्ट भी दे चुकी है. ऐसे में स्टेट यूनिट का हार की वजह का पता लगाने के लिए कमेटी बनाने का फैसला सही नहीं लगता है. वह कहते हैं कि पार्टी के अपने नेता भी बेशक इस पर सवाल उठा रहे हो. लेकिन स्टेट यूनिट का इस तरह कमेटी बनाना समझ से परे दिखाई देता है. जबकि केंद्रीय नेतृत्व फैक्ट फाइंडिंग कमेटी की रिपोर्ट ले चुका है. वे कहते हैं कि शायद दो राज्यों के चुनाव के बाद शायद हाईकमान उस रिपोर्ट पर एक्शन भी ले. इसलिए स्टेट यूनिट के कमेटी का कोई औचित्य दिखाई नहीं देता है.
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