भिवानी: हरियाणा में रोजगार को लेकर युवा दर-दर को ठोकरें खाने को मजबूर हो रहे हैं. हरियाणा कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट अब इन युवाओं के लिए गले की फांस बनता नजर आ रहा है. सीईटी परीक्षा के वे परीक्षार्थी, जो ग्रुप डी की वेटिंग में थे. वे अब अपनी नौकरी की मांग को लेकर जगह-जगह ज्ञापन देकर अपनी नौकरी सुरक्षित कर लेना चाह रहे हैं. इसी को लेकर इन युवाओं ने बवानीखेड़ा के विधायक कपूर वाल्मीकि को ज्ञापन सौंपकर सीईटी परीक्षा में पास ग्रुप डी की वेटिंग वाले बच्चों को नौकरी दिए जाने की मांग उठा रहे हैं.
8 हजार पद खाली: सीईटी परीक्षा के ग्रुप डी की परीक्षा पास परीक्षार्थियों ने बताया कि लोकसभा चुनाव से पहले 13 हजार 657 के करीब परीक्षार्थी लगभग पदों पर ग्रुप डी पास परीक्षार्थियों का चयन हुआ था. ग्रुप डी की जॉइनिंग पहले हुई थी. ग्रुप डी में ज्वाइन करने वाले 8 हजार से ज्यादा परीक्षार्थियों ने ग्रुप डी के साथ ही ग्रुप डी की परीक्षा भी पास कर ली थी. ग्रुप डी के ज्वाइनिंग के बाद ग्रुप सी की जॉइनिंग हुई और उच्च पद मिलने के साथ ग्रुप डी के कर्मचारियों ने ग्रुप सी के पद पर ज्वाइनिंग कर ली और ये 8 हजार पद ग्रुप डी के खाली रह गए.
वेटिंग में कई परीक्षार्थी: इन खाली पदों को भरने की मांग अब ये ग्रुप डी के वेटिंग वाले परीक्षार्थी कर रहे हैं. इनकी मांग है कि परीक्षा पास करने के बाद वे लंबे समय से वेटिंग में है. जबकि 8 हजार से ज्यादा पद ग्रुप डी के खाली भी हो गए हैं. ऐसे में सरकार को चाहिए कि उन्हें जल्द से जल्द ज्वाइन करवाकर रोजगार दिया जाए. ताकि बगैर पर्ची-खर्ची रोजगार दिए जाने के बीजेपी के वादे पर पक्की मोहर लग सके. उन्होंने विधायक के माध्यम से मुख्यमंत्री व हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन से भी अनुरोध किया है कि ग्रुप डी के वेटिंग वाले परीक्षार्थियों को रिक्त हुए पदों पर जॉइनिंग दी जाए.
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