जींद: हरियाणा में 9 दिनों से लगातार कड़ाके की सर्दी पड़ रही है. पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी के चलते मैदानी इलाकों में सर्द हवाओं का कहर देखा जा रहा है. प्रदेश में सामान्य तापमान से 2.1 डिग्री कम चल रहा है. प्रदेश के 5 जिलों में न्यूनतम तापमान 5 डिग्री से भी कम दर्ज किया गया है. जबकि मौसम विभाग के मुताबिक, सबसे कम तापमान हिसार का 1.6 रहा है. यह सामान्य से 5.6 डिग्री कम है. इसके बाद सिरसा का 2.6 डिग्री, सोनीपत में 3.2 डिग्री, करनाल में 4.6 डिग्री, सोनीपत का 3.2 डिग्री, गुरुग्राम का 6.2 डिग्री और सिरसा का 4.1 डिग्री तापमान दर्ज किया गया है.
कोल्ड वेव अलर्ट: वहीं, मंगलवार को राज्य के 16 जिलों में कोल्ड वेव का येलो अलर्ट जारी किया गया है. इनमें कुरुक्षेत्र, भिवानी, रोहतक, झज्जर, चरखी दादरी, महेंद्रगढ़, कैथल, करनाल, सिरसा, फतेहाबाद, हिसार,रेवाड़ी, गुरुग्राम, फरीदाबाद, मेवात और पलवल शामिल हैं. इन जिलों में 10 से 11 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ठंडी हवाएं चलेंगी. जबकि 8 जिलों में बादल छाए रहने की संभावना है. सोमवार को हिसार प्रदेश का सबसे ठंडा शहर रहा.
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— IMD Chandigarh (@IMD_Chandigarh) December 17, 2024
फसलों को नुकसान: लगातार गिर रहे तापमान के कारण फसलों के झुलसने का खतरा भी मंडरा रहा है. वायु की गुणवत्ता भी खराब हो रही है. हवा की गुणवत्ता का सूचकांक 310 तक जा पहुंचा. जो स्वास्थ्य की दृष्टि से खराब है. सोमवार को अधिकतम तापमान 22 डिग्री तथा न्यूनतम तापमान चार डिग्री दर्ज किया गया. मौसम में आद्रता 51 प्रतिशत तथा हवा की गति तीन किलोमीटर प्रति घंटा दर्ज की गई. तापमान गिरने से पाला भी जम रहा है.
लोगों के स्वास्थ्य पर असर: वहीं, हरियाणा के अन्य राज्यों की स्थिति भी ऐसी ही बनी हुई है. तापमान लगातार गिर रहा है. ठिठुरन ने लोगों की टेंशन के साथ-साथ सेहत पर भी असर डाला है. सूखी ठंड से लोगों की तबीयत बिगड़ रही है. जिसके चलते अस्पतालों में मरीज की संख्या बढ़ती जा रही है. किसानों की फसलों पर भी असर पड़ रहा है. जिससे किसानों की चिंताएं बढ़ने लगी है.
मौसम शुष्क रहने के आसार: आधा दिसंबर माह बीत चुका है. लेकिन अभी तक धुंध तथा कोहरा नहीं पड़ा है. जबकि रबी की फसलें कोर पर आ चुकी हैं. सूखी ठंड से किसान भी चिंतित हैं. बारिश अभी तक नहीं हुई है. धुंध तथा कोहरा फसलों के लिए काफी फायदेमंद होता है. मौसम पूरी तरह साफ बना हुआ है. दिन में धूप खिल रही है. रात को तापमान काफी नीचे जा रही है. जिसके चलते सूखी ठंड से फसलों पर विपरीत प्रभाव तथा पाला पड़ने का खतरा भी बना हुआ है. मौसम वैज्ञानिक डॉ. राजेश ने बताया कि सूखी ठंड पड़ रही है.धुंध भी नहीं पड़ रही है. रात का तापमान नीचे जा रहा है. किसान ऐसे हालातों में फसलों में शाम को हल्की सिंचाई करेंगे. फसलों में विशेषकर सब्जियों को सर्दी लगने का खतरा बना रहता है.
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