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बनियानी गांव से मेरी बहुत सी यादें जुड़ी हैं, मेरा बचपन यहीं बीता, शिक्षा यहीं से हुई इस नाते से यहां का घर मेरे लिए बहुत ही खास है।
— Manohar Lal (@mlkhattar) January 29, 2024 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
आज गांव में पहुंचकर अपने पैतृक घर को बच्चों के लिए ई-लाईब्रेरी बनाने हेतु गाँव और समाज के नाम किया। pic.twitter.com/EFmHhI89px
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— Manohar Lal (@mlkhattar) January 29, 2024
आज गांव में पहुंचकर अपने पैतृक घर को बच्चों के लिए ई-लाईब्रेरी बनाने हेतु गाँव और समाज के नाम किया। pic.twitter.com/EFmHhI89pxबनियानी गांव से मेरी बहुत सी यादें जुड़ी हैं, मेरा बचपन यहीं बीता, शिक्षा यहीं से हुई इस नाते से यहां का घर मेरे लिए बहुत ही खास है।
— Manohar Lal (@mlkhattar) January 29, 2024
आज गांव में पहुंचकर अपने पैतृक घर को बच्चों के लिए ई-लाईब्रेरी बनाने हेतु गाँव और समाज के नाम किया। pic.twitter.com/EFmHhI89px
रोहतक: चुनावी साल में सीएम मनोहर लाल लगातार प्रदेश के विभिन्न जिलों का दौरा कर रहे हैं. इसी कड़ी में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल सोमवार सुबह जिले में अपने पैतृक गांव बनियानी पहुंचे. इस दौरान उन्होंने माता-पिता की निशानी स्वरूप अपने पैतृक घर का दौरा किया. इसके साथ ही सीएम ने गांव में आधारभूत विकास के लिए चलाए जा रहे कार्यों का जायजा भी लिया. इस मौके पर मुख्यमंत्री ने अपने पैतृक घर को गांव और समाज के नाम करने की घोषणा की. उन्होंने कहा कि इस घर में बच्चों के लिए ई-लाइब्रेरी बनाई जाए.
हरियाणा के सीएम मनोहर लाल ने गांव और समाज को पैतृक घर दिया: इससे पहले रविवार देर शाम को मुख्यमंत्री मनोहर लाल रोहतक पहुंचे थे. सीएम यहां से सोमवार सुबह भिवानी के लिए रवाना हुए. भिवानी जाते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल अपने पैतृक गांव में पहुंचे. इस दौरान सीएम मनोहर लाल ने कहा कि उनका बहुत बड़ा सौभाग्य है कि वे अपने पैतृक गांव में आए हैं. उन्होंने कहा कि यह गांव उनके लिए बहुत ही दर्शनीय है. क्योंकि उनका बचपन यहीं बीता है और पढ़ाई यहीं से हुई है. माता-पिता की निशानी उनका पैतृक घर भी गांव में है. मुख्यमंत्री ने कहा कि गांव का मकान उनके नाम है ऐसे में यह मकान गांव के काम आना चाहिए.
पैतृक घर में ई लाइब्रेरी की व्यवस्था: मुख्यमंत्री ने कहा कि इस घर के साथ लगता उनके चाचा के बेटे का मकान है. दोनों को मिलाकर करीब 200 गज का घर गांव को समर्पित कर दिया. ताकि गांव में आने वाली पीढ़ी के लिए पढ़ाई के नाते एक लाइब्रेरी की व्यवस्था हो जाए. उन्होंने कहा कि यहां पर ई-लाइब्रेरी की व्यवस्था की जाएगी. गांव के लोग इसका उपयोग जिस तरीके से करना चाहेंगे, वह कर सकते हैं. बता दें कि मनोहर लाल का जन्म रोहतक जिले के निंदाना गांव में हुआ था. इसके बाद परिवार बनियानी गांव में आ गया था. उनका बचपन यहीं पर बीता.
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