चंडीगढ़: हरियाणा की एक सीट पर राज्यसभा चुनाव 2024 होना है. इस चुनाव को लेकर प्रदेश बीजेपी के अंदर मंथन चल रहा है. वर्तमान में हरियाणा में बीजेपी-जेजेपी की गठबंधन सरकार है. ऐसे में चर्चा है कि बीजेपी शायद इस सीट को सत्ता में सहयोगी दल जननायक जनता पार्टी को दे दे. बदले में बीजेपी लोकसभा की सभी 10 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे. हालांकि बीजेपी के अंदर भी राज्यसभा सीट के लिए दावेदारों की कमी नहीं है. ऐसे में उम्मीद लगाई जा रही है कि हरियाणा में राज्यसभा चुनाव काफी दिलचस्प होने वाला है.
दिल्ली में सीएम ने किया उम्मीदवार को लेकर मंथन! हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बीते दिनों दिल्ली दौरे के दौरान पार्टी के आला नेताओं के साथ मुलाकात की. जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की. माना जा रहा है कि उनकी इस मुलाकात के दौरान ना सिर्फ सरकार के कामकाज को लेकर बातचीत हुई, बल्कि हरियाणा की जिस एक राज्यसभा सीट के लिए चुनाव होना है. उसके उम्मीदवार को लेकर मंथन हुआ. बताया जा रहा है कि पार्टी ने राज्यसभा चुनाव के लिए उम्मीदवार तय कर लिया है.
ये नेता राज्यसभा चुनाव की रेस में आगे: राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि जिस एक राज्यसभा सीट पर चुनाव होना है, उस पर पार्टी अपने तीन पूर्व प्रदेश अध्यक्ष को प्राथमिकता दे सकती है. सुभाष बराला और ओपी धनखड़ और रामविलास शर्मा शामिल हैं. चर्चा ये भी है कि शायद बीजेपी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को हरियाणा से राज्यसभा भेज सकती है, लेकिन इसकी संभावना कम दिखाई देती है. माना जा रहा है कि दिल्ली दौरे के दौरान सीएम ने आला नेताओं से बातचीत के बाद राज्यसभा चुनाव के लिए उम्मीदवार के नाम का फैसला कर लिया है.
क्या जेजेपी को भी मिल सकता है मौका? चर्चा ये भी है कि हो सकता है बीजेपी इस एक राज्यसभा सीट पर जेजेपी के किसी आला नेता को मौका दे. जिसके लिए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजय चौटाला के नाम की चर्चाएं चल रही थी. दरअसल माना जा रहा है कि बीजेपी लोकसभा चुनाव में सभी दस सीटों पर अकेले चुनाव लड़ना चाहती है. इसलिए वो राज्यसभा सीट शायद जेजेपी को दे सकती है, लेकिन इस पर बात बनना मुश्किल दिखाई देता है.
क्या कहते हैं राजनीतिक जानकार? हरियाणा से राज्यसभा सांसद डीपी वत्स का कार्यकाल खत्म होने जा रहा है. इस खाली हो रही एक सीट के लिए कई नाम पर चर्चा हो रही है. इसको लेकर राजनीतिक मामलों के जानकार धीरेंद्र अवस्थी ने कहा कि हो सकता है पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को हरियाणा से मौका दे. क्योंकि राष्ट्रीय अध्यक्ष जिस राज्य से जाएंगे. उसका बहुत बड़ा मैसेज जनता के बीच जाता है. जेपी नड्डा के बिहार से राज्यसभा जाने की भी चर्चाएं हो रही हैं. इसकी संभावना ज्यादा दिखाई देती है.
उन्होंने कहा कि जहां तक हरियाणा के किसी नेता के राज्यसभा जाने की बात है, तो ऐसे में तीनों पूर्व प्रदेश अध्यक्ष इस दौड़ में आगे हैं. रामबिलास शर्मा हरियाणा में बीजेपी के सबसे वरिष्ठ नेता हैं. ऐसे में उनकी दावेदारी भी इस सीट पर प्रबल बनती है. इसके अलावा ओमप्रकाश धनखड़ भी मजबूत दावेदार हैं. संगठन से जुड़े होने के साथ वो केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और जेपी नड्डा के भी करीबी हैं. इसलिए उनको जाट वोट बैंक को साधने के लिए पार्टी आगे कर सकती है.
उन्होंने कहा कि सुभाष बराला की सबसे बड़ी खासियत ये है कि वो सीएम मनोहर लाल के करीबी हैं. अगर सीएम मनोहर लाल को इस विषय में अंतिम फैसला लेने के लिए कहा जाता है, तो फिर सुभाष बराला की संभावना बनती है. उन्होंने कहा कि जहां तक जेजेपी की बात है तो, इसकी संभावना कम दिखाई देती है. क्योंकि बीजेपी राज्यसभा में खुद को बहुमत की स्थिति में लाने के लिए लगातार कोशिश कर रही है.
राजनीतिक मामलों के जानकार राजेश मोदगिल ने कहा कि बीजेपी आने वाले चुनावों को देखते हुए इस बात का ख्याल रखेगी कि जिस भी चेहरे को पार्टी राज्यसभा भेजेगी. उसका धरातल में क्या संदेश जाएगा. उन्होंने कहा कि हरियाणा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को हरियाणा से मौका देती है, तो वो एक बहुत बड़ा राजनीतिक संदेश होगा. हालांकि बीजेपी नड्डा को किसी भी बड़े राज्य से राज्यसभा भेज सकती है, जहां से बीजेपी लोकसभा चुनाव में उसका लाभ ले सकती है.
इसके अलावा हरियाणा में इस वक्त सीएम और प्रदेश अध्यक्ष दिनों नॉन जाट हैं. ऐसे में जाट वोट बैंक को साधने के लिए बीजेपी किसी जाट चेहरे को प्राथमिकता दे सकती है. इसकी संभावनाएं अधिक हैं. उन्होंने कहा कि इस मामले में अंतिम फैसला तो हाईकमान को करना है. लोकसभा और विधानसभा चुनाव को देखते हुए पार्टी उम्मीदवार को फाइनल करेगी, इसकी संभावनाएं अधिक है.