चंडीगढ़: हरियाणा में 13 नवंबर से विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुरू हो रहा है. सत्र के हंगामेदार होने की संभावना बनी हुई है. वहीं, विधानसभा सत्र को लेकर जो संभावित कार्यक्रम आया है. जिसके चलते इस बार हरियाणा विधानसभा के शीतकालीन सत्र में प्रश्नकाल के नहीं होने की संभावना है. सरकार ने सत्र का अनुमानित शेड्यूल विधानसभा को भेज दिया है. लेकिन ये फाइनल BAC की बैठक में होगा.
संभावित कार्यक्रम में नहीं प्रश्नकाल का जिक्र: सत्र को लेकर विधानसभा सचिवालय की तरफ से जारी संभावित कार्यक्रम भेज दिया गया. लेकिन इसमें प्रश्नकाल का जिक्र नहीं है. ऐसे में हरियाणा विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहली बार बिना प्रश्नकाल के होने का अनुमान लगाया जा रहा है. 13 नवम्बर को सत्र की कार्यवाही पहले दिन राज्यपाल के अभिभाषण के साथ शुरू होगी. जिसमें राज्यपाल नायब सरकार का रोडमैप सदन में पेश करेंगे. राज्यपाल के अभिभाषण के बाद सीएम नायब सिंह सैनी शोक प्रस्ताव पढ़ेंगे. इसके बाद सरकार की ओर से सदन पटल पर दस्तावेज रखे जाएंगे. वहीं, इसके बाद राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा होगी और धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया जाएगा.
दूसरे दिन की कार्यवाही: 14 नवंबर को दूसरे दिन की कार्यवाही सुबह 11 बजे शुरू होगी. जिसमें अनुपूरक अनुमानों की मांगों पर चर्चा, अनुपूरक अनुमानों की मांगों पर वोटिंग, विधायी कार्य और अन्य विषय होंगे. वहीं 15,16 और 17 नवंबर को छुट्टी रहेगी. 18 नवंबर को सोमवार सुबह 11 बजे तीसरे दिन की कार्यवाही शुरू होगी. सरकार की ओर से वर्ष 2024-25 के लिए अनुपूरक अनुमान (प्रथम किस्त) के संबंध में हरियाणा विनियोग विधेयक पुन: पेश किया जाएगा. विधेयक को मतदान के साथ पारित किया जाएगा. अन्य विधायी कार्यों के बाद सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के स्थगित हो जाएगी.
सत्र में हो सकते हैं ये बिल पेश?: विधानसभा के शीतकालीन सत्र में सरकार कुछ बिल भी पेश कर सकती है. जिसमें हरियाणा कौशल रोजगार निगम यानी HKRN के कर्मचारियों को सेवा की गारंटी का बिल शामिल होगा. जिसके मुताबिक वे रिटायरमेंट तक सेवाएं देते रहेंगे. इसके साथ ही पंचायती राज विभाग में पिछड़ा वर्ग (बी), आरक्षण का बिल भी सदन में लाया जा सकता है. जिसके तहत सरपंचों के 5% पद पिछड़ा वर्ग बी के लिए आरक्षित होंगे. इसके साथ ही इस बिल के तहत अन्य नियमों का भी जिक्र होगा. वहीं, पंचायतों की शामलात देह पर पुराने काबिज लोगों को मालिकाना हक देने को लेकर बिल भी सदन में पेश हो सकता है.
इन मुद्दों पर होगा बवाल!: हरियाणा विधानसभा के तीन दिन के शीतकालीन सत्र में इस बार जबरदस्त हंगामा देखने को मिल सकता है. इसमें खासतौर पर विपक्ष सरकार को किसानों के मुद्दों को लेकर घेर सकता है. जिसमें डीएपी खाद, धान खरीद के साथ ही पराली को लेकर हो रही FIR को लेकर विपक्ष हंगामा कर सकता है. हालांकि सरकार भी विपक्ष को जवाब देने की तैयारी में जुटी है.
ये भी पढ़ें: हरियाणा विधानसभा के शीतकालीन सत्र की आई तारीख, 13 नवंबर से होगी शुरुआत
ये भी पढ़ें: हरियाणा चुनाव में मिली करारी हार पर कांग्रेस का मंथन, 9 नवंबर को कमेटी करेगी खुलासा