चंडीगढ़: हरियाणा में नई सरकार के मंत्रियों ने अब कामकाज शुरू कर दिया है. शपथ लेने के बाद अब मंत्रियों ने अपने विभागों का कार्यभार संभाल लिया है. वहीं, मनोहर लाल सरकार में शिक्षा मंत्री रहे कंवर पाल गुर्जर अब कृषि मंत्री के तौर पर जिम्मेदारी संभाल रहे हैं. ऐसे में उन्होंने शनिवार, 23 मार्च को चंडीगढ़ में कैबिनेट की बैठक के बाद मीडिया से बातचीत कहा कि किसानों के हितों के लिए हम बेहतर से बेहतर कार्य करेंगे.
किसान का 1750 करोड़ माफ: कृषि मंत्री कंवर पाल गुर्जर ने कहा "पहले भी सरकार ने किसानों के लिए अच्छे काम किए. बात चाहे मुआवजा देने की हो. पिछली सरकारों से लगभग 10 गुना ज्यादा मुआवजा हमने दिया है. किसानों के लिए हमने कर्ज की एकमुश्त योजना चलाई, जिसमें हमने 1100 करोड़ माफ किए. इस बार भी सरकार ने जो फैसला लिया है, उसके तहत भी किसान अगर एकमुश्त योजना का लाभ उठाता है तो उसके तहत भी किसान का 1750 करोड़ माफ होगा. मैं समझता हूं कि उसका बड़ा लाभ किसानों को होगा."
26 मार्च से सरसों की खरीद: कृषि मंत्री ने कहा कि जहां तक फसल खरीद की बात है तो हमारी कोशिश है कि वह सही समय से और अच्छे तरीके से हो. किसानों को किसी भी तरह की कोई समस्या न हो उसका हम ध्यान रखेंगे. उन्होंने कहा कि 26 मार्च से सरसों की खरीद होगी और एक अप्रैल से गेहूं की सरकारी खरीद शुरू होगी. गेहूं और सरसों की सरकारी खरीद को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई है. कृषि मंत्री ने कहा कि कहीं किसी प्रकार की दिक्कत नहीं आने देंगे.
किसानों को जल्द मुआवजा: मंडियों की स्थिति को लेकर कृषि मंत्री ने कहा कि हम अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे. किसानों को मंडियो में किसी भी तरह की कोई दिक्कत नहीं आने देंगे. उन्होंने कहा कि जहां-जहां फसलों का खराबा हुआ था, उसकी गिरदावरी हो चुकी है, जल्द मुआवजा दिया जाएगा.
अध्यापकों की कमी को दूर करने का प्रयास: शिक्षा मंत्री के तौर पर अपने कार्यकाल पर बात करते हुए कंवर पाल गुर्जर ने कहा "इंफ्रास्ट्रक्चर पर हमने अच्छा काम किया. स्मार्ट क्लासरूम हो स्मार्ट बोर्ड हो चाहे टैब देने की बात हो या सुपर हंड्रेड की बात हो, वोकेशनल एजुकेशन में हमने सबसे अच्छा काम किया. हमने इन क्षेत्रों में काफी अच्छा काम किया. मेरे मन में अध्यापकों की कमी की बात हमेशा बनी रहती थी. लेकिन, प्रदेश में अगले सत्र में अध्यापकों को कमी को दूर करने का प्रयास किया जाएगा."
केजरीवाल मामले पर कंवर पाल की प्रतिक्रिया: केजरीवाल की गिरफ्तारी पर उन्होंने कहा कि किसी को भी ईडी बुलाए तो उसको जाना चाहिए. केजरीवाल कोई देश के पहले व्यक्ति नहीं थे, जिन्हें ईडी ने समन किया हो इससे पहले कई सीएम, केंद्र के मंत्री, राज्यों के मंत्रियों को भी ईडी ने बुलाए हैं. वह ईडी की जांच में शामिल भी हुए. वहीं, केजरीवाल को कोर्ट ने भी कहा था कि उनको भी जांच में शामिल होना चाहिए था. उसके बाद अब उनकी गिरफ्तारी हुई. वास्तविकता में वह चाहते थे कि उनको गिरफ्तार करे और वह उसका लाभ ले सकें. इसलिए वह यह सब कर रहे थे.
'कानून का सम्मान करना चाहिए': कृषि मंत्री ने कहा "मानता हूं कि जो खुद इतने बड़े पद पर बैठा हो उसका कानून का सम्मान करना चाहिए. वह किस मुंह से लोगों को कहेंगे कि आप कानून का सम्मान करो. उन्होंने जो कुछ किया मैं समझता हूं कि वह गलत था. उनके जेल से सरकार चलाने पर उन्होंने कहा कि नैतिक दृष्टि से यह बिल्कुल ठीक नहीं है. यह बिल्कुल गलत है."
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