शिमला: राज्यसभा सांसद हर्ष महाजन को संसदीय स्थायी समिति (ऊर्जा) का सदस्य नियुक्त किया गया है. समिति का कार्य केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय के तहत आने वाले सभी सार्वजनिक उपक्रम, संस्थान के कार्य की देखरेख करना है. देश और विदेश में सार्वजनिक उपक्रम में कई बिजली परियोजनाएं चल रही है. इनके लिए नई पॉलिसी बनाना, बजट और मौके पर जाकर लोगों की समस्याओं को सुनकर और उसका निवारण करना समिति का काम है.
इससे संबंधित जो भी नई पॉलिसी या वित्तीय संबंधी मामलों को लागू करने से पहले संसदीय स्थायी समिति की मंजूरी लेना जरूरी है. यहां से पॉलिसी या वित्तीय संबंधी मामले स्वीकृति होने के बाद ही लोकसभा के लिए मंजूरी के लिए जाता है. लिहाजा ऊर्जा क्षेत्र के उत्थान के लिए यह स्थायी समिति सबसे अहम मानी जाती है.
एसजेवीएनएल, एनटीपीसी सहित ऊर्जा से संबंधित सभी सार्वजनिक उपक्रम समिति के तहत आते हैं. इस समिति में सभी राजनीतिक दलों के वरिष्ठ सांसदों को जगह दी जाती है. हिमाचल में सरकारी उपक्रम के तहत कई बड़े बिजली प्रोजेक्ट चल रहे हैं. ऐसे में पहली बार सांसद बने हर्ष महाजन की नियुक्ति प्रदेश हित के लिए अहम मानी जा रही है.
वहीं, सांसद अनुराग ठाकुर कोयला, खान और इस्पात मामलों की संसदीय समिति के अध्यक्ष नियुक्त किए गये हैं. अनुराग इस संसदीय समिति की अध्यक्षता करेंगे. संसद की कोयला, खान और इस्पात मामलों की संसदीय समिति संबंधित मंत्रालयों की नीति बनाने में अपने सुझाव देने, मंत्रालयों की नीतियों और कामकाज पर संसद सदस्यों एवं केंद्रीय मंत्री के बीच अनौपचारिक चर्चा एवं संबंधित विषयों पर परामर्श देने का महत्वपूर्ण कार्य करती है.
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